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शिवपुरी में मानव तस्करी के लिए बच्चे का अपहरण, पुलिस ने बढ़ाया राखी का मान, जयपुर से लेकर आए 4 बहनों का एकलौता भाई - बच्चे को अगवा करने के लिए मिले थे 10 हजार

शिवपुरी में मानव तस्करी के लिए एक बच्चे का अपहरण किया गया था, फिलहाल पुलिस ने रक्षाबंधन के दिन बच्चे को जयपुर से बरामद कर परिजनों को लौटाया है. फिलहाल एक महिला को गिरफ्तार किया गया है, वहीं एक आरोपी फरार है.

Child kidnapped for human trafficking
शिवपुरी में मानव तस्करी के लिए बच्चे का अपहरण
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 30, 2023, 10:39 PM IST

शिवपुरी। रविवार को शिवपुरी की पिछोर विधानसभा के भौंती थाना क्षेत्र के अंर्तगत आने वाले गांव में एक अज्ञात महिला द्वारा परिजनों को गुमराह करके 7 माह के बच्चे का अपहरण कर लिया गया था, जिसके बाद ग्रामीणों ने चक्काजाम कर प्रदर्शन किया था. अपह्रत बच्चा 4 बहनों का एक मात्र भाई है, इसलिए शिवपुरी पुलिस ने खोजबीन कर मासूम को ढूंढ निकाला और रक्षाबंधन की सुबह-सुबह मासूम बहनों को उनका भाई सौंप दिया. दरअसल यह बच्चा मानव तस्करी यानी बेचने के लिए अपहृत किया गया था.

महिला गिरफ्तार, मदद करने वाला आरोपी बेटा फरार: 7 महीने के बच्चे का अपहरण करने वाली 45 साल की आरोपी महिला दयावती लोधी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी पर 10 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था, पुलिस ने सायबर सेल की मदद और मुखबिर की सूचना पर बच्चे को जयपुर से बरामद किया. मुखबिर ने सूचना दी थी कि भौंती थाना के ग्राम धुवाई की दयावती बच्चे को चुरा सकती है, दयावती के फोन की लोकेशन के आधार पर पुलिस दयावती तक पहुंची. अभी आरोपी महिला का पुत्र सुनील लोधी उर्फ छोटू, जिसने बाइक से वारदात में मदद की थी, वह फरार है.

ऐसे किया था बच्चे को अगवा: मानपुर की रहने वाली आरती केवट का 7 माह का बेटा और उसकी चार बहने हैं, आरती जब अपने घर पर थी, तभी एक महिला आई और अपनी गाड़ी खराब होने का बहाना करके रुकने के लिए जगह मांगी. इसके बाद आरती ने उसे कुछ देर के लिए अपने घर में ठहराया, लेकिन आरती को यह नहीं पता था कि यह महिला उसके कलेजे के टुकड़े को बेचने के लिए जयपुर ले जा रही है. इसके बाद जब आरती काम में व्यस्त हो गई तो आरोपी महिला ने अपने बेटे की मदद से 7 माह के बच्चे का अपहरण कर लिया और जयपुर चली गई.

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बच्चे को बेचने की फिराक में थी महिला: मामले में एसपी रघुवंश सिंह भदौरिया का कहना है कि "गांव में सीसीटीवी कैमरा नहीं था, जिससे पुलिस को परेशानी हुई. लेकिन साइबर सेल की मदद से पुलिस ने इस पूरी गुत्थी को सुलझाया. पुलिस टीम को जब जयपुर भेजा तो जिस महिला ने बच्चे को अगवा किया था वह जयपुर में बालक को बेचने की फिराक में थी. हालांकि समय रहते महिला को पकड़ लिया गया."

बच्चे को अगवा करने के लिए मिले थे 10 हजार: इधर मामले में बालक चुराने वाली महिला दयावती का कहना है कि "मुझे किसी लड़के का अपहरण करना था, अपहरण के लिए ग्वालियर की एक पार्टी ने मुझे 10 हजार रूपए दिए गए थे, इसलिए मैंने बच्चे को अगवा किया था." फिलहाल पुलिस फरार आरोपी की तलाश और मामले की जांच कर रही है.

शिवपुरी। रविवार को शिवपुरी की पिछोर विधानसभा के भौंती थाना क्षेत्र के अंर्तगत आने वाले गांव में एक अज्ञात महिला द्वारा परिजनों को गुमराह करके 7 माह के बच्चे का अपहरण कर लिया गया था, जिसके बाद ग्रामीणों ने चक्काजाम कर प्रदर्शन किया था. अपह्रत बच्चा 4 बहनों का एक मात्र भाई है, इसलिए शिवपुरी पुलिस ने खोजबीन कर मासूम को ढूंढ निकाला और रक्षाबंधन की सुबह-सुबह मासूम बहनों को उनका भाई सौंप दिया. दरअसल यह बच्चा मानव तस्करी यानी बेचने के लिए अपहृत किया गया था.

महिला गिरफ्तार, मदद करने वाला आरोपी बेटा फरार: 7 महीने के बच्चे का अपहरण करने वाली 45 साल की आरोपी महिला दयावती लोधी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी पर 10 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था, पुलिस ने सायबर सेल की मदद और मुखबिर की सूचना पर बच्चे को जयपुर से बरामद किया. मुखबिर ने सूचना दी थी कि भौंती थाना के ग्राम धुवाई की दयावती बच्चे को चुरा सकती है, दयावती के फोन की लोकेशन के आधार पर पुलिस दयावती तक पहुंची. अभी आरोपी महिला का पुत्र सुनील लोधी उर्फ छोटू, जिसने बाइक से वारदात में मदद की थी, वह फरार है.

ऐसे किया था बच्चे को अगवा: मानपुर की रहने वाली आरती केवट का 7 माह का बेटा और उसकी चार बहने हैं, आरती जब अपने घर पर थी, तभी एक महिला आई और अपनी गाड़ी खराब होने का बहाना करके रुकने के लिए जगह मांगी. इसके बाद आरती ने उसे कुछ देर के लिए अपने घर में ठहराया, लेकिन आरती को यह नहीं पता था कि यह महिला उसके कलेजे के टुकड़े को बेचने के लिए जयपुर ले जा रही है. इसके बाद जब आरती काम में व्यस्त हो गई तो आरोपी महिला ने अपने बेटे की मदद से 7 माह के बच्चे का अपहरण कर लिया और जयपुर चली गई.

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बच्चे को अगवा करने के लिए मिले थे 10 हजार: इधर मामले में बालक चुराने वाली महिला दयावती का कहना है कि "मुझे किसी लड़के का अपहरण करना था, अपहरण के लिए ग्वालियर की एक पार्टी ने मुझे 10 हजार रूपए दिए गए थे, इसलिए मैंने बच्चे को अगवा किया था." फिलहाल पुलिस फरार आरोपी की तलाश और मामले की जांच कर रही है.

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