शिवपुरी। शिवपुरी की नरवर तहसील में चुनावी रंजिश में चार लोगों की हत्या के बाद प्रदेश भर में समाज विशेष के साथ करणी सेना भी उग्र नजर आ रही है. आरोपियों पर कार्रवाई और पीड़ितों को मुआवजे की मांग को लेकर शासन और प्रशासन को 7 दिन का अल्टीमेटम दिया है.
क्या हुआ था मतदान की रात: जिले के चकरामपुर गांव में मतदान की रात हुए दो पक्षों के खूनी संघर्ष में चार लोगों की ज़िंदा जलने से मौत हो गई थी. इस घटना के बाद से ही दोनों समाजों के बीच तनाव गहराता जा रहा है. करणी सेना ने तो 7 दिन का अल्टीमेटम दिया है और मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.
किस पर है आरोप: करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष संतोष सिंह भदौरिया ने भिंड में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि चकरामपुर गांव में भदौरिया समाज का एक मात्र घर था और पीड़ित मुन्ना भदौरिया को बीजेपी ने एजेंट बनाया था लेकिन चुनाव के बाद रंजिशन उन्हें ज़िंदा जलाकर मार दिया गया. ये सब पोहरी से कांग्रेस प्रत्याशी कैलाश कुशवाह के इशारे पर किया गया. इतना ही नहीं उनका कहना है कि इस वारदात के बाद भी आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और प्रशासन ने कोई ठोस कार्रवाई उन पर नहीं की है.
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एजेंट की हत्या पर चुप बैठी बीजेपी: करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि बीजेपी हो या अन्य राजनैतिक दल इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी चुप बैठी हैं क्योंकि चुनाव का समय है और मरने वाला एक ऐसे समाज से था जिनकी वोट संख्या क्षेत्र में कम थी. उन्होंने आरोप लगाया कि यही घटना अगर किसी दलित परिवार के साथ हुई होती तो प्रशासन अब तक आरोपियों के मकान धराशायी कर चुका होता.
देश व्यापी आंदोलन की दी चेतावनी: करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष संतोष सिंह भदौरिया ने करणी सेना की ओर से शिवपुरी ज़िला प्रशासन को सख़्त चेतावनी देते हुए 7 दिन का अल्टीमेटम दिया है. आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ उनके मकानों पर बुलडोजर चलने चाहिए साथ ही पीड़ित परिवार के सदस्यों को सरकारी मुआवजा समेत उनकी मांगें पूरी होनी चाहिए. अगर ऐसा नहीं होता है तो 7 दिन के बाद करणी सेना ना सिर्फ़ मध्य प्रदेश बल्कि पूरे देश से शिवपुरी में इकट्ठा होकर आंदोलन करेगी.