शिवपुरी। एमपी के शिवपुरी में एक भैंस मोबाइल फोन पर वीडियो कॉलिंग की दीवानी निकली. अपने मालिक का चेहरा भर फोन की स्क्रीन पर देख ले तो वो तड़प जाती है. मगर इस बीच एक बड़ी घटना घटी और फिर बड़ा मसला हो गया. भैंस एक दिन अचानक घर से गायब हो गई. मामला पुलिस तक पहुंचा और कोतवाली थाना क्षेत्र के ठकुरपुरा में कंप्लेन दर्ज की गई. यूं हीं 4 महीने निकल गए. मगर एक दिन अचानक से चोरी हुई भैंस को एक मोबाइल फोन पर मालिक का चेहरा दिखा और वो उछल कर रंभाने लगी मानो कह रही हो कि उसने अपने असली मालिक को पहचान लिया हो और एक मैसेज देना चाहती है कि उसके साथ क्या हुआ है.
यह पहचान वीडियो कॉल के जरिये संभव हो पाई. इसके बाद यह मामला फिर से कोतवाली पहुंच गया. पुलिस भी भैंस को असली मालिक के पास ही रहे, इसके प्रयास करने में जुट गई. पुलिस के अनुसार संजय मौर्य निवासी ठकुरपुरा ने बताया कि 4 महीने पहले जन्माष्टमी के समय उसकी तीन साल की भैंस चोरी हो गई थी. वह तीन साल पहले भैंस का बच्चा लाया था.
भैंस का नाम सुन्नो : भैंस का नाम उसने सुन्नो रखा गया था. इसी दौरान घास चरने गई भैंस चोरी हो गई. संजय मौर्य ने बताया कि उसकी मां पार्वती टमाटर तोड़ने की मजदूरी करने ठर्रा गांव गई हुई थी. जहां उसे धनीराम धाकड़ के खेत पर एक पेड़ से बंधी हुई भैंस दिखाई दी. इसकी मां पार्वती ने जब भैंस को उसके नाम सुन्नो नाम से पुकारा तो उसने भी रंभाना शुरू कर दिया. इसके बाद एक मजदूर के मोबाइल से फोन कर मां ने मुझे खोई हुई भैंस जैसी लगने की बात बताई. पुष्टि के लिए मां ने वीडियो कॉल कर भैंस को दिखाया.
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पुलिस जांच में जुटी : संजय ने बताया कि वह मेरी खोई हुई भैंस थी. उसके कान पर वही कट का निशान था, जो हमारी भैंस के कान पर था. पहचान छुपाने के लिए भैंस के सीगों को रंग दिया गया था. संजय मौर्य ने बताया कि इसकी शिकायत कोतवाली में दर्ज कराई है. इधर, कोतवाली पुलिस ने ठर्रा के रहने वाले धनीराम धाकड़ से पूछताछ की है. कोतवाली पुलिस भैंस के असल मालिक की जांच कर रही है. ये मामला पुलिस महकमे में चर्चा का विषय है.