ETV Bharat / state

गांव के मुकाबले शहरी क्षेत्र में ज्यादा संक्रमण, ग्रीन जोन में 60 फीसदी पंचायतें

शिवपुरी में पिछले दो-तीन दिनों से कोरोना के आंकड़ों में राहत है, लेकिन अभी भी जिले में करीब 2150 सक्रिय मरीज हैं.

कोरोना संक्रमण
कोरोना संक्रमण
author img

By

Published : May 16, 2021, 2:08 PM IST

शिवपुरी। कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने जिले को बुरी तरह अपनी चपेट में लिया. इस बीच शिवपुरी सबसे संक्रमित शहरों में शुमार हो गया. यहां पर संक्रमण दर 40 फीसद तक पहुंच गई, जो अन्य जिलों के मुकाबले काफी अधिक थी. यहां तक की ग्वालियर, इंदौर, भोपाल और जबलपुर जैसे बड़े शहरों में भी संक्रमण शिवपुरी के मुकाबले कम था. पिछले दो-तीन दिनों से कोरोना के आंकड़ों में राहत है, लेकिन अभी भी जिले में करीब 2150 सक्रिय मरीज हैं.

60 प्रतिशत से अधिक ग्राम पंचायतें ग्रीन जोन
दरअसल, आंकड़ों की बात करें तो सक्रिय मरीजों का 60 प्रतिशत शहरी क्षेत्र में हैं, जबकि जिले की महज 20 फीसद आबादी ही शहर में रहती है. शेष 80 प्रतिशत आबादी ग्रामीण अंचल में रहती है, जिनमें कोरोना के सक्रिय मरीज 40 फीसद ही हैं. जिले की 60 प्रतिशत से अधिक ग्राम पंचायतें ग्रीन जोन में शामिल हैं. यहां पर संक्रमण न प्रवेश करे, इसलिए आवाजाही पूरी तरह से प्रतिबंधित की हुई है. वर्तमान में भी ग्रामीण लोग शहरी क्षेत्र के निवासियों से अधिक सतर्कता दिखा रहे हैं. शहरों में जहां लोग कर्फ्यू में बाहर निकलने से बाज नहीं आ रहे हैं, तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है. वहां पर नियमों का पालन कराने के लिए न पुलिस की जरूरत है और न ही प्रशासन की. ग्रामीण खुद अपनी ड्यूटी तय कर नियमों का पालन करा रहे हैं.

ग्रामीणों का स्वेच्छा से कोरोना कर्फ्यू
करैरा में कोरोना से 20 से अधिक लोगों की मौत हुई. कोलारस में भी बड़ी संख्या में मरीज मिले और मृत्यु भी हुई. इसके बाद तहसीलों से गांव-गांव तक संक्रमण फैलने से रोकने के लिए ग्राम पंचायतों ने स्वैच्छिक कोरोना कर्फ्यू लगाया और गांव के प्रवेश के रास्तों को पूरी तरह से सील कर दिया. गांव के बाहर के किसी भी व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया गया, चाहे किसी का रिश्तेदार आए या फिर कोई दूसरा जरूरी काम हो. सिर्फ मेडिकल इमरजेंसी में ही आवाजाही की अनुमति रही.


कोरोना को लेकर सीएम की बैठक, कहा- नहीं है ऑक्सीजन की कमी, घट रही पॉजिटिवटी

प्रति आबादी संक्रमित में 10 गुना का फर्क
जिले की ग्रामीण अंचल की आबादी करीब 17 लाख है, जिसमें सक्रिय मरीज 766 ही हैं. यानी हर 2200 वें व्यक्ति पर एक संक्रमित है. जबकि शहरी क्षेत्र की बात करें तो यहां पर दो लाख की आबादी पर 700 से ज्यादा मरीज हैं, जिनमें 250 व्यक्तियों में से एक संक्रमित है. जिले में अभी सक्रिय मरीजों की संख्या करीब 2150 है. इसमें 40 फीसद ग्रामीण अंचल में है. शेष 60 प्रतिशत शिवपुरी शहरी इलाके में हैं.

शिवपुरी। कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने जिले को बुरी तरह अपनी चपेट में लिया. इस बीच शिवपुरी सबसे संक्रमित शहरों में शुमार हो गया. यहां पर संक्रमण दर 40 फीसद तक पहुंच गई, जो अन्य जिलों के मुकाबले काफी अधिक थी. यहां तक की ग्वालियर, इंदौर, भोपाल और जबलपुर जैसे बड़े शहरों में भी संक्रमण शिवपुरी के मुकाबले कम था. पिछले दो-तीन दिनों से कोरोना के आंकड़ों में राहत है, लेकिन अभी भी जिले में करीब 2150 सक्रिय मरीज हैं.

60 प्रतिशत से अधिक ग्राम पंचायतें ग्रीन जोन
दरअसल, आंकड़ों की बात करें तो सक्रिय मरीजों का 60 प्रतिशत शहरी क्षेत्र में हैं, जबकि जिले की महज 20 फीसद आबादी ही शहर में रहती है. शेष 80 प्रतिशत आबादी ग्रामीण अंचल में रहती है, जिनमें कोरोना के सक्रिय मरीज 40 फीसद ही हैं. जिले की 60 प्रतिशत से अधिक ग्राम पंचायतें ग्रीन जोन में शामिल हैं. यहां पर संक्रमण न प्रवेश करे, इसलिए आवाजाही पूरी तरह से प्रतिबंधित की हुई है. वर्तमान में भी ग्रामीण लोग शहरी क्षेत्र के निवासियों से अधिक सतर्कता दिखा रहे हैं. शहरों में जहां लोग कर्फ्यू में बाहर निकलने से बाज नहीं आ रहे हैं, तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है. वहां पर नियमों का पालन कराने के लिए न पुलिस की जरूरत है और न ही प्रशासन की. ग्रामीण खुद अपनी ड्यूटी तय कर नियमों का पालन करा रहे हैं.

ग्रामीणों का स्वेच्छा से कोरोना कर्फ्यू
करैरा में कोरोना से 20 से अधिक लोगों की मौत हुई. कोलारस में भी बड़ी संख्या में मरीज मिले और मृत्यु भी हुई. इसके बाद तहसीलों से गांव-गांव तक संक्रमण फैलने से रोकने के लिए ग्राम पंचायतों ने स्वैच्छिक कोरोना कर्फ्यू लगाया और गांव के प्रवेश के रास्तों को पूरी तरह से सील कर दिया. गांव के बाहर के किसी भी व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया गया, चाहे किसी का रिश्तेदार आए या फिर कोई दूसरा जरूरी काम हो. सिर्फ मेडिकल इमरजेंसी में ही आवाजाही की अनुमति रही.


कोरोना को लेकर सीएम की बैठक, कहा- नहीं है ऑक्सीजन की कमी, घट रही पॉजिटिवटी

प्रति आबादी संक्रमित में 10 गुना का फर्क
जिले की ग्रामीण अंचल की आबादी करीब 17 लाख है, जिसमें सक्रिय मरीज 766 ही हैं. यानी हर 2200 वें व्यक्ति पर एक संक्रमित है. जबकि शहरी क्षेत्र की बात करें तो यहां पर दो लाख की आबादी पर 700 से ज्यादा मरीज हैं, जिनमें 250 व्यक्तियों में से एक संक्रमित है. जिले में अभी सक्रिय मरीजों की संख्या करीब 2150 है. इसमें 40 फीसद ग्रामीण अंचल में है. शेष 60 प्रतिशत शिवपुरी शहरी इलाके में हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.