शिवपुरी। प्रदेश के शिवपुरी जिले में मानवता को तार-तार करने वाली एक घटना सामने आई है. महज 15 हजार रुपये के बदले एक युवती को करीब तीन महीने तक बंधक बनाए रखा गया और उससे मजदूरी कराई गई. युवती ने अपनी मां के इलाज के लिए 15 हजार रुपये उधार लिए थे. युवती को जबरन बंधक बनाकर उससे मजदूरी कराई जा रही थी. युवती मूलरुप से झाबुआ की रहने वाली है.
दिल को झकझोर देने वाला यह मामला शिवपुरी के बैराड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम डाबरपुरा का है. प्रशासन की टीम ने मंगलवार को कार्रवाई करते हुए युवती को मुक्त कराया है. शिवपुरी जिला प्रशासन को बंधुआ मुक्ति मोर्चा दिल्ली से सूचना प्राप्त हुई थी कि बैराड़ के डाबरपुरा में एक युवती को जबरन बंधक बनाकर बंधुआ मजदूरी कराई जा रही है.
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मां के इलाज के लिए उधार लिए थे रुपये
बैराड़ तहसीलदार विजय शर्मा ने बताया कि झाबुआ की रहने वाली एक 19 साल की युवती की मां ने बंधुआ मुक्ति मोर्चा दिल्ली को एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें बताया कि मार्च 2021 में मेरी तबीयत खराब हो गई थी. इलाज के लिए मैंने शिवपुरी जिले के बैराड़ थाना क्षेत्र के ग्राम डाबरपुरा निवासी इंदर बेडिया से 15 हजार रुपये लिए इसके बदले में इंदर बेडिया मेरी बेटी को घरेलू काम करने अपने गांव ले गया और अब तीन महीने बाद मेरी बेटी को जबरन बंधक बनाकर बंधुआ मजदूरी कराई जा रही है.
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छोड़ने के बदले 1 लाख रुपये की मांग
इंदर बेडिया द्वारा बंधुआ मजदूरी से मुक्त करने के लिए अब 15 हजार के बदले में 1 लाख रुपये की मांग की जा रही है. बंधुआ मुक्ति मोर्चा दिल्ली की शिकायती आवेदन पर कार्रवाई करते हुए मंगलवार को प्रशासन ने युवती को इंदर बेडिया के चंगुल से मुक्त करा लिया है. फिलहाल युवती को वन स्टॉप सेंटर शिवपुरी भेज दिया गया है. परिजनों को भोपाल सूचना देकर शिवपुरी बुलाया गया है. तहसीलदार ने बताया कि आगे युवती जैसे बयान देगी उसी के अनुसार कार्रवाई की जायेगी.