शिवपुरी/श्योपुर। मध्य प्रदेश में बदरा जमकर बरस रहे हैं. कई जिलों में पिछले लगभग 24 घंटे से लगातार बारिश हो रही है. शिवपुरी और श्योपुर में तो बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. शिवपुरी की बैराड़ तहसील के हर्रई, बरखेड़ा और सिलपुरा गांव टापू में तब्दील हो गया. पार्वती नदी के उफान पर आने से ये सभी गांव चारों तरफ से पानी से घिर गए हैं. करीब डेढ़ हजार लोग फंसे हुए हैं, जिनका रेस्क्यू करने के लिए सेना को बुलाना पड़ा. तीन हैलीकॉप्टर की मदद से लोगों को बाहर निकाला जा रहा है. वहीं श्योपुर में भी बारिश से हालात बेकाबू हो गए हैं, शादी समारोह में शामिल होने आए करीब 70 लोगों मैरिज गार्डन में ही फंसे रह गए.
शिवपुरी में डेढ़ हजार लोगों का रेस्क्यू
शिवपुरी मुख्यालय से 90 किलोमीटर दूर पोहरी तहसील में पार्वती नदी के उफान पर आने से हर्रई, बरखेड़ा, सिलपरी गांव चारों तरफ से पानी से घिरा हुआ है. 1500 ग्रामीण पानी के बीच में फंसे हैं. यहां उन लोगों को पहले निकालने के लिए टारगेट किया जा रहा है, जिनके घरों में पानी भर गया है या रहने लायक स्थिति में नहीं हैं. इन सभी को वायु सेना एयरलिफ्ट कर रही है. पोहरी और छर्च क्षेत्र के 96 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में हैं.
छत पर लोगों ने लिया आसरा
कूनो और क्वारी नदी के उफान पर आने से पोहरी और छर्च गांव सबसे ज्यादा प्रभावित है. बाढ़ से 100 से अधिक गांव प्रभावित हैं. कुछ गांवों में बाढ़ का पानी घरों में घुस गया है. इस वजह से छतों पर डेढ़ हजार लोग फंसे हैं. यहां पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू कर रही है. कैकेटो बांध में पानी भरने की वजह से 11 गेट भी खोलने पड़े हैं.
श्योपुर में मैरिज गार्डन में फंसे 70 लोग
श्योपुर जिला मुख्यालय से 160 किलोमीटर दूर विजयपुर नगर में बारिश से हाल बेहाल हैं. यहां बारिश के कारण पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है. इससे विजयपुर नगर की निचली बस्तियां तालाब में तब्दील हो गई हैं. कोठारी मैरिज गार्डन में महिला, बच्चे और पुरुष सहित कुल 70 लोग करीब 8-10 घंटे तक फंसे रहे, जिनकी जान हलक में अटकी रही, फिलहाल सभी को सकुशल रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाल लिया है.
श्योपुर हुआ पानी-पानी
विजयपुर की रनसिंह कॉलोनी में भी भारी पानी भर गया. जिस वजह से वहां फंसी महिला सहित 3 लोगों को रेस्क्यू ऑपरेशन कर निकालना पड़ा. अन्य इलाकों की बात की जाए तो पार्वती, सीप, चिरमोली, बनास, कूनो, आहेला नदियों के भी यही हालात हैं.