शिवपुरी। एमपी में बारिश से जल जंगल एक हो गया है. शिवपुरी में बीते कई दिनों से लगातार हो रही बारिश से गांव टापू में बदल गए हैं. इस बीच लगातार बाढ़ में फंसे लोगों का रेस्क्यू किया जा रहा है. गुरुवार सुबह से ही रेस्क्यू अभियान शुरू हो गया. जिसमें प्रशासन को कोलारस तहसील में गोरा टीला के एक टापू पर लगभग 30 मजदूर फंसे होने की सूचना मिली थी. सूचना पर सेना और एयरफोर्स की मदद से मजदूरों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है.
15 मजदूरों को किया एयरलिफ्ट
कोलारस तहसील में फंसे 30 मजदूरों में से 15 मजदूरों को एयरलिफ्ट कर लिया गया है. वहीं बाकी लोगों का रेस्क्यू किया जा रहा है. बता दें कि मध्यप्रदेश में बाढ़ का कहर जारी है, मौसम विभाग ने देर रात भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, पिछले एक हफ्ते से शिवपुरी, दतिया, ग्वालियर, भिंड में बाढ़ से हजारों गांव प्रभावित हुए हैं, चंबल नदी में पानी बढ़ने से कई और अन्य गांव प्रभावित हो रहे हैं, कई पुल और हाई-वे बह गए, जबकि रेलवे ट्रैक भी पानी की भेंट चढ़ गया है. बाढ़ प्रभावितों को बचाने के लिए एनडीआरएफ से लेकर एसडीआरएफ व सेना की मदद ली जा रही है.
पांच अगस्त तक होगी तेज बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक, बुधवार को वायुदाब कमजोर पड़ गया, जिससे प्रदेश में बारिश की रफ्तार बीते दिनों के मुकाबले कम रही है. हालांकि प्रदेश में 5 अगस्त तक कुछ इलाकों में छिटपुट बारिश और कुछ में भारी बारिश होने का अनुमान है. इसे देखते हुए पश्चिमी मध्य प्रदेश में ओरेंज अलर्ट (orange alert) जारी कर दिया गया है.
एमपी में बारिश से 11 लोगों की हुई मौत
रिपोर्ट्स के मुताबिक, चंबल संभाग बाढ़ से अधिक प्रभावित हुआ है. वहीं शिवपुरी में सोमवार सुबह से ही मोबाइल नेटवर्क सेवा प्रभावित रही. अब तक प्रदेश में बारिश के कारण 11 लोगों की मौत हुई है. वहीं इस मानसून सीजन में अब तक बिजली गिरने से 58 लोगों की जानें गई हैं, जबकि 24 लोग घायल हुए हैं.
चार हजार लोगों का किया रेस्क्यू
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि बाढ़ग्रस्त इलाकों में फंसे 4 हजार से ज्यादा लोगों का रेस्क्यू किया गया है. लोगों को राहत कैंपों में पहुंचा दिया गया है, जहां लोगों के खाने की व्यवस्था कर दी गई है. उन्होंने कहा कि बाढ़ का पानी उतरने के बाद नुकसान का सर्वे शुरू किया जाएगा. उन्होंने बताया कि बाढ़ में फंसे लोगों के रेस्क्यू के लिए एसडीईआरएफ (SDERF) की 70 टीमें और तीन एनडीईआरएफ (NDERF) की टीमें लगी हैं. वहीं सेना भी अपनी ड्यूटी निभा रही है. इससे पहले भारतीय वायु सेना ने चोपर से लोगों का रेस्क्यू किया था.