श्योपुर। देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (omicron in mp) की दस्तक के बाद श्योपुर के कूनों पालपुर अभ्यारण्य में लाए जा रहे अफ्रीकन चीतों (affrican cheetahs in sheopur) की बसाहट फिलहाल के लिए टल सकती है. वन विभाग के अधिकारियों के द्वारा भी इसी तरह के संकेत दिए जा रहे हैं. अब उन पर्यटकों के चेहरों पर मायूसी छा गई है, जो अफ्रीकी चीतों के दिसंबर के महीने में कूनों लाए जाने की उम्मीद लगाकर बैठे थे.
चीतों की शिफ्टिंग के लिए तैयारियां पूरी
बता दें कि श्योपुर जिले का राष्ट्रीय कूनों पालपुर अभ्यारण्य को एशियाई शेरों के दूसरे घर के रूप में विकसित किया गया था. सारी तैयारियों के बाद यहां एशियाई शेर तो नहीं लाए जा सके, लेकिन प्रदेश सरकार के विशेष प्रयासों से यहां अफ्रीकन चीतों की शिफ्टिंग (affrican cheetahs shifting in mp) का रास्ता लगभग साफ हो गया था. कूनों में अफ्रीकन चीतों के लिए अलग से बाड़ा बनाए जाने से लेकर अन्य सभी तैयारियों को लगभग पूरी कर लिया गया था.
टल सकती है चीतों की शिफ्टिंग
अब कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन की दस्तक के बाद अफ्रीकन चीतों की कूनों में शिफ्टिंग फिलहाल (affrican cheetahs shifting postponed) के लिए टल सकती है. संभावना यह भी जताई जा रही है कि जब-तक देश में कोरोना पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता, चीतों की यह शिफ्टिंग तब-तक के लिए टल सकती है.
Tigers fun in Satpura Tiger Reserve: इन बाघों की मस्ती नहीं देखा तो क्या देखा?
इस बारे में राष्ट्रीय कूनों-पालपुर अभ्यारण्य के डीएफओ पीके वर्मा ने जानकारी साझा करते हुए कहा कि उनकी तरफ से अफ्रीकन चीतों की शिफ्टिंग की सारी तैयारियां लगभग पूरी कर ली हैं. उनके लिए अलग से बाड़ा भी बनाकर तैयार कर दिया गया है. महज 15 दिनों में बची हुई सारी तैयारियां भी पूरी कर ली जाएंगी, लेकिन कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन की वजह से चीतों की शिफ्टिंग टल सकती है.