श्योपुर। संकट की घड़ी में इंसान सबसे पहले ईश्वर को याद कर के मंदिर की चौखट पर माथा टेकने पहुंचते हैं, लेकिन श्योपुर में वायरस के प्रभाव से भगवान को भी क्वारंटाइन होना पड़ रहा है. कोरोनावायरस की संख्या तेजी से बढ़ने के बाद मंदिरों के पुजारी भी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गया हैं. ऐसे में मंदिरों को ताले लगा दिए गए हैं और भगवानों को क्वॉरेंटाइन रहना पड़ रहा है.
श्योपुर के मुख्य बाजार के मंदिरों के तीन पुजारियों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है, जिसके बाद से गीता सत्संग भवन, अंधेर बावड़ी, अटल बिहारी महाराज मंदिर और लक्ष्मी नारायण मंदिर और शिवपुरी रोड पर माता के मंदिर को क्वॉरेंटाइन करना पड़ा है. कंटेनमेंट जोन एरिया में आने की वजह से गणेश मंदिर सहित अन्य कई मंदिरों को बंद करना पड़ा है. ऐसी परिस्थिति में जहां सिर्फ मंदिर में सिर्फ पुजारी ही पूजन कर रहे थे लेकिन पुजारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अब इन मंदिरों को पूरी तरह से लॉक कर दिया है.
इन हालातों में लोग मंदिरों की वजह घरों में रहकर भगवानों से कोरोना महामारी से देशवासियों को बचाने की प्रार्थना लगा रहे हैं. कोरोना वायरस से पहले श्योपुर जिले में इतिहास में शायद ही कभी ऐसे हालात बने होंगे जब मंदिरों के भगवानों को क्वॉरेंटाइन करना पड़ा होगा और भगवान को एकांत वास में रहना पड़ रहा है. ऐसे में श्रद्धालु भी खासे परेशान हैं और घरों में रहकर ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं कि कोरोना वायरस से जल्द ही निजात मिले.
कोरोनावायरस से ठीक होने के बाद भगवानों के मंदिरों के ताले खुल सकेंगे लेकिन, तब तक भगवानों को भी भक्तों की तरह क्वॉरेंटाइन रहना पड़ेगा.