श्योपुर। अतिक्रमण के दौरान सिख समाज को टारगेट करने के आरोप लगने के बाद खड़ा हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसे रोकने सीएम कमलनाथ ने सिख समाज का एक प्रतिनिधि मंडल श्योपुर भेजा है. कांग्रेस को-ऑर्डिनेटर नरेंद्र सलूजा के नेतृत्व में आए 11 सदस्यीय सिख प्रतिनिधियों ने कराहल के गांवों में जायजा लेने के बाद अधिकारियों से मुलाकात की.
नरेंद्र सलूजा ने प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल खड़े कर दिए हैं. सलूजा का कहना है कि मुख्यमंत्री ने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया है कि कार्रवाई के नाम पर किसी समुदाय विशेष के लोगों को टारगेट किया जाए. उन्होंने कहा कि गरीब तबके के लोगों पर कार्रवाई नहीं की जाए. उन्होंने कहा कि सरकार केवल माफिया से प्रदेश को मुक्त करने के लिए अभियान चला रही है. उन्होंने कहा कि भूमाफिया सरकारी जमीनों पर अवैध रूप से इमारतें बना रहे हैं और अवैध कब्जा कर रखा है, उन पर कार्रवाई करने का आदेश है.
नरेंद्र सलूजा ने कहा कि प्रशासन द्वारा कराहल इलाके में एंटी माफियाओं पर कार्रवाई के नाम पर सिर्फ सिख समुदाय के 14 परिवारों पर कार्रवाई की गई. उनकी फसलें उजाड़ी गई, घर तोड़कर सरकार की छवि को धूमिल करने की कोशिश की गई. जिसमें निचले स्तर के अधिकारियों की भूमिका है जो बेहद दुर्भाग्य पूर्ण है. सलूजा ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ के संज्ञान में जब यह पूरा मामला सामने आया. तो उन्होंने तुरंत निर्देशित किया कि मैं सिख समाज के प्रतिनिधि मंडल को साथ लेकर मौके पर जाऊं. किसी के साथ अन्याय व भेदभाव नहीं होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारियों से चर्चा कर उन्हें बताया कि उनकी यह कार्रवाई गलत है. कहीं न कहीं गरीब तबके के लोगों को और एक समुदाय विशेष को टारगेट किया जा रहा है. इस पर कलेक्टर ने 44 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है. किसी व्यक्त या समुदाय विशेष के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है. लेकिन सलूजा ने प्रशासन की इस कार्रवाई पर सवाल खडे करते हुए इसे गलत बताया है. गौरतलब है कि नरेन्द्र सलूजा को प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा श्योपुर जिले के हालात जानने के लिए यहां भेजा गया है. वे इस पूरे मामले की रिपोर्ट मुख्यमंत्री कमलनाथ को सौपेंगे.