भोपाल। श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में क्वारेंटीन बाड़े से निकालकर एक अन्य चीते को बड़े बाड़े में छोड़ दिया गया. कूनो नेशनल पार्क के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार ओबान नाम के नर चीते को विगत दिवस अपने भाई एल्टन और बहन फ्रेडी के साथ शामिल होने के लिए बड़े बाड़े में छोड़ा गया है. इस प्रकार बड़े बाड़े में पहुंचने वाले चीतों की संख्या 3 हो चुकी है. (preparation to shift remaining 5 in same month)
MP: नामीबियाई चीते नवंबर में पार्क के बड़े बाड़े में होंगे शिफ्ट- टास्क फोर्स सदस्य
इसी माह शेष 5 चीते भी बड़े बाड़े में छोड़े जाएंगेः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना के तहत गत 17 सितंबर को दक्षिण अफ्रीका के नामीबिया से कुल 8 चीते भारत लाए गए थे. जिन्हें पीएम मोदी ने अपने जन्मदिवस पर क्वारेंटीन बाड़ों में छोड़ा था. कूनो के वन अधिकारी के अनुसार ओबान को एकांतवास (क्वारेंटीन) बाड़े से निकालकर 5 किलोमीटर के क्षेत्र में फैले बड़े बाड़े में छोड़ा गया है. यहां अपने भाई-बहनों के साथ अब खुद भी शिकार कर सकेगा. अधिकारी ने यह भी बताया कि अन्य 5 चीतों को भी संभवतः इसी माह बड़े बाड़े में स्थानांतरित कर दिया जाएगा. (kuno pm modi cheetah project)
देश में 1952 में चीतों को विलुप्त घोषित कर दिया गया थाः विगत सितंबर में भारत लाए गए 8 चीतों की उम्र 30 से लेकर 66 महीने तक है. इनमें 5 मादा और 3 नर चीते हैं. आठों चीतों के नाम क्रमशः फ्रेडी, एल्टन, सवाना, साशा, ओबान, आशा, सिबिली और साइसा हैं. इन चीतों को पहले 6 'बोमास' (बाड़ों) में रखा गया था. मालूम हो कि 1947 में वर्तमान के छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में भारत में अंतिम चीते की मृत्यु हो गई थी. इसके बाद 1952 में इस प्रजाति को देश से विलुप्त घोषित कर दिया गया था. (Cheetahs declared extinct in country 1952) (PTI)