शहडोल। रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल में शहडोल के हिमांशु ने कमाल कर दिया. सेमीफाइनल मुकाबले में मध्यप्रदेश टीम के लिए हिमांशु मंत्री संकटमोचक साबित हुए. पश्चिम बंगाल के खिलाफ पहली पारी में जब मध्यप्रदेश की बल्लेबाजी लड़खड़ा गई तो हिमांशु मंत्री ने पारी को संभाला. शानदार बल्लेबाजी करते हुए 165 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली. अपनी इस पारी के लिए हिमांशु ने 327 गेंद का सामना किया, जिसमें 19 चौके और एक छक्का लगाया.
हिमांशु के खेल के दम पर जीता मध्यप्रदेश : हिमांशु की इस पारी के साथ ही मध्य प्रदेश की टीम ने अपनी पहली पारी में 341 रन बनाए और पश्चिम बंगाल की पहली पारी 273 रन पर सिमट गई. पहली पारी में बड़ी बढ़त लेने के साथ ही मध्य प्रदेश की टीम ने दूसरी पारी में 281 रन बनाए. दूसरी पारी में हिमांशु मंत्री ने 21 रन बनाए और इसके बाद पश्चिम बंगाल की टीम की दूसरी पारी 175 रन पर ही ढेर हो गई. सेमीफाइनल मैच में मध्य प्रदेश की टीम में शहडोल क्रिकेट टीम से खेलने वाले तीन क्रिकेटर प्लेइंग इलेवन में शामिल रहे. तीनों ही क्रिकेटर्स ने टीम के लिए बेहतर प्रदर्शन किया.
रणजी ट्रॉफी: बंगाल को हराकर 23 साल बाद फाइनल में पहुंचा मध्य प्रदेश
शडडोल के कार्तिकेय व अक्षत भी : हिमांशु मंत्री जहां मैन ऑफ द मैच बने तो वहीं, कुमार कार्तिकेय ने भी कमाल की गेंदबाजी की. कुमार कार्तिकेय जो कि शहडोल क्रिकेट टीम से ही खेलते हैं, ने पहली पारी में 3 विकेट लिए और दूसरी पारी में 5 विकेट लिए. इस तरह से सेमीफाइनल मैच में 8 विकेट लेकर टीम को जीत दिलाने में अहम योगदान दिया. वहीं, अक्षत रघुवंशी ने हिमांशु मंत्री के साथ अच्छी पार्टनरशिप की थी और पहली पारी में 81 गेंद में बहुमूल्य 63 रन बनाए थे. अक्षत रघुवंशी ने भी शुरुआती क्रिकेट शहडोल से ही खेला है. (Three players Shahdol in MP cricket team) (Himanshu Mantri Man of Match) (Kartikeya and Akshat played brilliantly) ( Ranji trophy MadhyaPradesh)