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MP के इस जिले की आबो-हवा है सबसे शुद्ध, जानिए TOP 5 में कौन - कौन जिले हैं शामिल - डिंडोरी की हवा शुद्ध मापी गई

हाल ही में जारी वार्षिक परिवेश एवं वायु गुणवत्ता (Annual Ambient Air Quality) में शहडोल संभाग के जिलों ने बाजी मारी है. मध्यप्रदेश में सबसे शुद्ध आबो-हवा उमरिया की पाई गई. दूसरे नंबर पर डिंडोरी है तो तीसरे नंबर पर शहडोल है और अनूपपुर सातवें नंबर पर है. मंदसौर चौथे और आगर पांचवें नंबर पर हैं. (Purest air in Umaria in MP) ( Dindori and Shahdol also has purest air)

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Published : Apr 29, 2022, 3:34 PM IST

शहडोल। शहडोल संभाग आदिवासी बाहुल्य संभाग है. इस संभाग के तीनों ही जिले प्राकृतिक संपदा से भरे हुए हैं. प्रकृति की खूबसूरती देखनी हो तो शहडोल अनूपपुर उमरिया में आपको वो नजारा देखने को मिल जाएगा. अभी हाल ही में जारी वार्षिक परिवेशीय वायु गुणवत्ता में उमरिया को प्रथम स्थान मिला है तो वहीं शहडोल तीसरे स्थान पर है. अनूपपुर सातवें क्रम पर है. मतलब साफ है कि प्रदेश में सबसे शुद्ध उमरिया जिले की आबोहवा है.

पूरा संभाग हरा-भरा है : उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडोरी ये वो जिले हैं जहां भारी तादाद में पेड़ पौधे पाए जाते हैं. जंगलों से हराभरा क्षेत्र है, ऐसे में प्रदेश में सबसे शुद्ध आबोहवा की जब रैंकिंग हुई तो उसमें उमरिया इस बार पहले नंबर पर आया है. हाल ही में जारी वार्षिक परिवेश एवं वायु गुणवत्ता में उमरिया पहले नंबर पर है. उमरिया को 53.8 9 एक्यूआई अंक मिले हैं. ये पर्यावरण में शुद्धता के पैमाने पर अच्छा माना जाता है. इस क्रम में दूसरे नंबर पर डिंडोरी है तो तीसरे नंबर पर शहडोल है और अनूपपुर सातवें नंबर पर है।

ऐसे होती है रैंकिंग : प्रदेश में पर्यावरण व वन्य जीव संरक्षण को लेकर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पीसीबी पर्यावरण निगरानी केंद्र सभी 52 जिलों में नजर रखता है और फिर औसत वार्षिक वायु गुणवत्ता सूचकांक एक्यूआई की घोषणा करता है. पीसीबी के मुताबिक अभी हाल ही में इसकी घोषणा हुई है. इस रैंकिंग में उमरिया पहली बार 52 जिलों में प्रथम स्थान पर आया है. पिछले साल उमरिया की रैंकिंग तीसरे नंबर पर था. शहडोल पिछली बार पांचवें क्रम पर था, इस बार तीसरे नंबर पर है. अब उमरिया प्रथम और शहडोल तीसरे स्थान पर पहुंच गया है.

पानी नहीं, शादी नहीं! जलसंकट ने बढ़ाई युवाओं की चिंता, वनग्रामों में नहीं हो पा रहा सैकड़ों युवाओं का विवाह

ये हैं शुद्ध हवा के मानक : अच्छी हवा के मानक पीसीबी के अनुसार वायु में 0 से 50 एक्यूआई को अच्छा मानक माना जाता है. 51 से 100 एक्यूआई को संतोषजनक और 101 से 200 एक्यूआई को मध्यम और इससे अधिक को मानव के साथ ही वन्यजीव व पर्यावरण के लिए घातक श्रेणी रहती है. इस नजरिए से उमरिया को 53.89 एक्यूआई मिले हैं. पड़ोसी जिलों में अनूपपुर सातवें क्रम पर, शहडोल तीसरे और डिंडोरी दूसरे स्थान पर है. वहीं कटनी में 118.16 एक्यूआई है.

शहडोल संभाग के लिए बड़ी उपलब्धि : प्रदूषण नियंत्रण विभाग शहडोल के क्षेत्रीय अधिकारी संजीव मेहरा कहते हैं कि पिछले साल उमरिया तीसरे नंबर पर था. 52 जिलों में पहली रैंक आना एक बड़ी उपलब्धि है. शहडोल की भी स्थिति बेहतर हुई है. डिंडोरी लगातार अच्छा कर रहा है. शुद्ध एक्यूआई के लिए पौधारोपण के साथ ही उद्योग के क्षेत्र में प्रदूषण नियंत्रण संयंत्रों के लिए लगातार हम अभियान भी चला रहे हैं. आने वाले समय में भी कई प्रयास नजर आएंगे. सबसे शुद्ध हवा वाले टॉप फाइव में मंदसौर चौथे नंबर पर 63.10 एक्यूआई और आगर पांचवें नंबर पर 63.77 एक्यूआई है.

(Purest air in Umaria in MP) ( Dindori and Shahdol also has purest air)

शहडोल। शहडोल संभाग आदिवासी बाहुल्य संभाग है. इस संभाग के तीनों ही जिले प्राकृतिक संपदा से भरे हुए हैं. प्रकृति की खूबसूरती देखनी हो तो शहडोल अनूपपुर उमरिया में आपको वो नजारा देखने को मिल जाएगा. अभी हाल ही में जारी वार्षिक परिवेशीय वायु गुणवत्ता में उमरिया को प्रथम स्थान मिला है तो वहीं शहडोल तीसरे स्थान पर है. अनूपपुर सातवें क्रम पर है. मतलब साफ है कि प्रदेश में सबसे शुद्ध उमरिया जिले की आबोहवा है.

पूरा संभाग हरा-भरा है : उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडोरी ये वो जिले हैं जहां भारी तादाद में पेड़ पौधे पाए जाते हैं. जंगलों से हराभरा क्षेत्र है, ऐसे में प्रदेश में सबसे शुद्ध आबोहवा की जब रैंकिंग हुई तो उसमें उमरिया इस बार पहले नंबर पर आया है. हाल ही में जारी वार्षिक परिवेश एवं वायु गुणवत्ता में उमरिया पहले नंबर पर है. उमरिया को 53.8 9 एक्यूआई अंक मिले हैं. ये पर्यावरण में शुद्धता के पैमाने पर अच्छा माना जाता है. इस क्रम में दूसरे नंबर पर डिंडोरी है तो तीसरे नंबर पर शहडोल है और अनूपपुर सातवें नंबर पर है।

ऐसे होती है रैंकिंग : प्रदेश में पर्यावरण व वन्य जीव संरक्षण को लेकर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पीसीबी पर्यावरण निगरानी केंद्र सभी 52 जिलों में नजर रखता है और फिर औसत वार्षिक वायु गुणवत्ता सूचकांक एक्यूआई की घोषणा करता है. पीसीबी के मुताबिक अभी हाल ही में इसकी घोषणा हुई है. इस रैंकिंग में उमरिया पहली बार 52 जिलों में प्रथम स्थान पर आया है. पिछले साल उमरिया की रैंकिंग तीसरे नंबर पर था. शहडोल पिछली बार पांचवें क्रम पर था, इस बार तीसरे नंबर पर है. अब उमरिया प्रथम और शहडोल तीसरे स्थान पर पहुंच गया है.

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ये हैं शुद्ध हवा के मानक : अच्छी हवा के मानक पीसीबी के अनुसार वायु में 0 से 50 एक्यूआई को अच्छा मानक माना जाता है. 51 से 100 एक्यूआई को संतोषजनक और 101 से 200 एक्यूआई को मध्यम और इससे अधिक को मानव के साथ ही वन्यजीव व पर्यावरण के लिए घातक श्रेणी रहती है. इस नजरिए से उमरिया को 53.89 एक्यूआई मिले हैं. पड़ोसी जिलों में अनूपपुर सातवें क्रम पर, शहडोल तीसरे और डिंडोरी दूसरे स्थान पर है. वहीं कटनी में 118.16 एक्यूआई है.

शहडोल संभाग के लिए बड़ी उपलब्धि : प्रदूषण नियंत्रण विभाग शहडोल के क्षेत्रीय अधिकारी संजीव मेहरा कहते हैं कि पिछले साल उमरिया तीसरे नंबर पर था. 52 जिलों में पहली रैंक आना एक बड़ी उपलब्धि है. शहडोल की भी स्थिति बेहतर हुई है. डिंडोरी लगातार अच्छा कर रहा है. शुद्ध एक्यूआई के लिए पौधारोपण के साथ ही उद्योग के क्षेत्र में प्रदूषण नियंत्रण संयंत्रों के लिए लगातार हम अभियान भी चला रहे हैं. आने वाले समय में भी कई प्रयास नजर आएंगे. सबसे शुद्ध हवा वाले टॉप फाइव में मंदसौर चौथे नंबर पर 63.10 एक्यूआई और आगर पांचवें नंबर पर 63.77 एक्यूआई है.

(Purest air in Umaria in MP) ( Dindori and Shahdol also has purest air)

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