शहडोल। डिजिटल युग के जमाने में क्राइम भी अलग-अलग तरह के हो रहे हैं. साइबर फ्रॉड के जरिए क्राइम का ग्राफ बढ़ रहा है. जालसाज अलग-अलग तरह से लोगों को झांसे में लेकर ठगी कर रहे हैं और आर्थिक रूप से चपत लगा रहे हैं. भोले-भाले लोगों को पता भी नहीं चलता कि वे ठगी का शिकार हो चुके हैं. ठग कभी एटीएम से फ्रॉड कर रहे हैं तो कभी बैंक अकाउंट भी खाली कर दे रहे हैं. तो कभी इनाम देने के बहाने फ्रॉड किया जा रहा है.
ठगी का नया तरीका: शहडोल में ठगों द्वारा नौकरी दिलाने के नाम पर पैसों की मांग की जा रही है. पंडित शंभूनाथ शुक्ल यूनिवर्सिटी में तृतीय श्रेणी के नियमित पदों में नियुक्ति के लिए आयोजित लिखित परीक्षा में पास कराने के नाम पर पैसों की डिमांड की जा रही है. जिसकी पुष्टि स्वयं विश्वविद्यालय प्रबंधन और कुछ छात्रों ने भी की है. विश्वविद्यालय प्रबंधन ने ऐसे भ्रामक फोन कॉल से बचने के लिए अभ्यर्थियों को नसीहत भी दी है.
जानिए कौन सा एक्जाम हुआ: पंडित शंभूनाथ शुक्ल यूनिवर्सिटी में 30 अप्रैल और 1 मई को लैब टेक्नीशियन, लिपिक और ग्रंथालय सहायक के टोटल 19 पदों के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी. जिसके बाद अब लिखित परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों के पास फोन कॉल आने की शिकायत विश्वविद्यालय प्रबंधन को मिल रही है. जिसे लेकर विश्वविद्यालय प्रबंधन भी सकते में आ गया है. विश्वविद्यालय प्रबंधन अभ्यर्थियों को ऐसे फ्रॉड फोन कॉल से सतर्क रहने की नसीहत दे रहा है.
परीक्षा में उत्तीर्ण के एवज में पैसे की डिमांड: विश्वविद्यालय प्रबंधन को ऐसी सूचना पहले से ही मिल चुकी है, कि लिखित परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के पास परीक्षा में उत्तीर्ण कराने के लिए फोन कॉल आ रहे हैं. फोन करने वाले ठग परीक्षा में उत्तीर्ण कराने के एवज में पैसों की मांग कर रहे हैं. फोन करने वाले स्वयं को विश्वविद्यालय का कंप्यूटर प्रोग्रामर बताकर संबंधितों को अपने झांसे में ले रहे हैं. हालांकि पैसों के लेनदेन के संबंध में अब तक किसी भी प्रकार की शिकायत ना तो थाने में और ना ही विश्वविद्यालय प्रबंधन के पास पहुंची है.