शहडोल। विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां काफी तेज हो चुकी हैं. नामांकन फॉर्म भरने का दौर जारी है. तो वहीं रूठे हुए नेताओं के मान मनौवल का दौर भी जारी है. बीजेपी हो या कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशियों ने अपना शुभ मुहूर्त के साथ नामांकन फार्म भी दाखिल कर दिया है. अब धीरे-धीरे कांग्रेस पार्टी के रूठे हुए नेता भी फिर से कांग्रेस में वापसी भी कर रहे हैं.
कांग्रेस के पूर्व विधायक की घर वापसी: शहडोल जिले के ब्यौहारी विधानसभा सीट से कांग्रेस ने राम लखन सिंह को टिकट दिया है. जैसे ही कांग्रेस ने ब्यौहारी सीट से टिकट का ऐलान किया उसके बाद ही क्षेत्र के पूर्व विधायक रामपाल सिंह नाराज हो गए और उन्होंने अपनी नाराजगी भी व्यक्त की. साथ ही आनंद-फानन में कुछ घंटे में ही आम आदमी पार्टी भी ज्वाइन कर ली. इतना ही नहीं पूर्व विधायक रामपाल सिंह का आम आदमी पार्टी में जाना आम आदमी पार्टी से उन्हें प्रत्याशी घोषित कर देना यह कुछ घंटे के अंदर ही हो गया. इसके बाद कांग्रेस खेमे में हड़कंप मच गया. क्योंकि पूर्व विधायक का पार्टी छोड़कर चले जाने से ब्यौहारी विधानसभा सीट पर कांग्रेस को बहुत नुकसान पहुंचा था. इसलिए पूर्व विधायक रामपाल के मान मनौवल का दौर भी चला और आखिर में पूर्व विधायक रामपाल सिंह ने कांग्रेस पार्टी एक बार फिर से ज्वाइन कर ली और आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.
घर वापसी पर बोले रामपाल: फिर से कांग्रेस पार्टी में वापसी करते हुए पूर्व विधायक रामपाल सिंह ने कहा है कि, "देखिए मैं पहले से ही कांग्रेस में था, मेरे बाप दादा भी कांग्रेसी रहे हैं, मेरे पिताजी तो विधायक भी रहे हैं. मेरा लगाव तो कांग्रेस से ही था लेकिन मैंने त्वरित आवेश में आकर गलत फैसला कर लिया, क्योंकि मैंने मेहनत की था, सब कुछ किया था और अगर टिकट नहीं मिला तो तकलीफ तो बढ़ती है. जब मेरा डीसीसी, बीसीसी, आईसीसी, पीसीसी सभी जगह बात की तो मुझे लगा कि मैंने गलत किया और मुझे कांग्रेस पार्टी में वापस जाना चाहिए. इसलिए मैं वापस आ गया. मैं अपने घर में आकर अच्छा महसूस कर रहा हूं. आम आदमी पार्टी ने मुझे प्रत्याशी घोषित कर दिया था. मैं आम आदमी पार्टी से फिर से रिजाइन कर दिया हूं. उन्हें मौखिक रूप से मैंने पहले से ही बता दिया था कि मैं आम आदमी से चुनाव नहीं लडूंगा. आप अपना सिंबल वापस कर लें. अब मैं फिर से कांग्रेस पार्टी के साथ हूं, कांग्रेस के पार्टी के साथ फिर काम करूंगा.''
जल्दबाजी में न लें कोई निर्णय: जब उनसे पूछा गया कि ''आपको नहीं लगता कि आपने अब आम आदमी पार्टी के साथ भी धोखा किया है'' इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ''मैंने कोई धोखा नहीं किया. अब इसे धोखा या कुछ और कहें क्योंकि मैं आक्रोश में आकर किया था. और जल्द ही कांग्रेस में वापसी भी कर ली है. जीवन की ये एक सीख भी मैंने सीख ली है कि इतनी जल्दी निर्णय नहीं लेना चाहिए, थोड़ा सा समय लेना चाहिए. इसे अब आप जो भी समझें.''
पूर्व विधायक हैं रामपाल सिंह: कांग्रेस नेता रामपाल सिंह शहडोल जिले के ब्यौहारी विधानसभा सीट से पूर्व विधायक रह चुके हैं. साल 2013 के विधानसभा चुनाव में रामपाल सिंह ने शानदार जीत दर्ज की थी और विधायक बने थे. हालांकि 2018 के विधानसभा चुनाव में भी रामपाल सिंह को कांग्रेस ने टिकट दिया था. और उनके सामने बीजेपी के शरद कोल की चुनौती थी, जहां शरद कोल ने भारी मतों के अंतर से रामपाल सिंह को हरा दिया था. मौजूदा विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस के नेता रामपाल सिंह टिकट की दावेदारी कर रहे थे, लेकिन जब उन्हें टिकट नहीं दिया गया उसके बाद नाराज होकर उन्होंने अपने कुछ समर्थकों के साथ आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर ली थी. लेकिन अब एक बार फिर से वो कांग्रेस में वापसी कर चुके हैं, और आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.
कांग्रेस का खेल बिगाड़ सकते थे रामपाल: गौरतलब है की पूर्व विधायक रामपाल सिंह के आम आदमी पार्टी में चले जाने और वहां से प्रत्याशी बन जाने के बाद से कांग्रेस को काफी नुकसान होने की संभावना थी. क्योंकि पूर्व विधायक रामपाल सिंह भी ब्यौहारी के बड़े आदिवासी नेता हैं और उनके इस तरह से दूसरी पार्टी में चले जाने और प्रत्याशी बन जाने से कांग्रेस को इस चुनाव में सीधा नुकसान हो जाता है. लेकिन अब एक बार फिर से उनके घर वापसी हो जाने से कांग्रेस के खेमे में खुशी की लहर है. कांग्रेस पार्टी ने प्रेस कांफ्रेंस करके इस बात की सूचना सभी को दी कि उनके पूर्व विधायक रामपाल सिंह एक बार फिर से कांग्रेस में वापस आ चुके हैं.