शहडोल। जिले में एक बार फिर से रीवा लोकायुक्त की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है, जहां सरपंच और उसके सहयोगी पंच पति को लोकायुक्त रीवा की टीम ने रंगे हाथ 50 हजार रुपये की घूस लेते पकड़ा है, ये कारवाई लोकायुक्त रीवा की 12 सदस्यीय टीम ने की है.
रीवा लोकायुक्त की बड़ी कारवाई: शहडोल जिले के जनपद पंचायत सोहागपुर अंतर्गत मैकी गांव में स्टाफ डैम निर्माण के लिए मैटेरियल सप्लाई का काम कर रहे बुढार के रहने वाले अहजाद अहमद के मटेरियल सप्लाई में गांव के सरपंच मग्गू बैगा ने रोक लगा दी थी. मटेरियल सप्लाई के लिए सरपंच और पंच पति मिलकर अहजाद शाह से पहले एक लाख की मांग की गई, फिर 80 हजार रुपये में सौदा तय हुआ. शिकायतकर्ता ने पहली किस्त 50 हजार रुपये देने के पहले अहजाद शाह ने मामले की शिकायत रीवा लोकायुक्त की टीम को कर दी. शिकायत का सत्यापन करने के बाद रीवा लोकायुक्त की 12 सदस्यीय टीम शहडोल जिला मुख्यालय पहुंची, जहां पांडव नगर स्थित एक चाय के टपरे में उन्हें रिश्वत देने के लिए बुलाया गया और 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ सरपंच मग्गू बैगा और सहयोगी पंच पति सलीम को रंगे हाथ पकड़ लिया और फिर आगे की कारवाई की.
50 हजार की में तय हुई थी बात: वहीं इस पूरे मामले को लेकर लोकायुक्त रीवा के प्रधान आरक्षक मुकेश मिश्रा का कहना है कि "शिकायतकर्ता दिनांक 26 सितंबर को लोकायुक्त रीवा के पास गए थे, इन्होंने इस बात की शिकायत की थी कि उनसे पैसे की मांग की जा रही. इसी के बाद शिकायत का सत्यापन कराया गया, शिकायत यह थी कि मैकी गांव में जो स्टाफ डैम बनाया जा रहा था, उसमें मटेरियल सप्लाई को लेकर रोक लगाई थी और उसी के एवज में पैसा मांग रहे थे. शुरू में 80 हजार रुपए मांग रहे थे, फिर उसके बाद जब शिकायतकर्ता फिर से उनके पास गया तो 50 हजार में बात हुई और फिर 28 सितंबर को 50 हजार देते हुए रंगे हाथ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. आरोपी ग्राम पंचायत मैकी के सरपंच हैं मग्गू बैगा और उनके सहयोगी पंच पति सलीम खान हैं."