शहडोल। जिला मुख्यालय से लगे रेलवे अंडर ब्रिज में थोड़ी सी ही बारिश में पानी भर जाने से लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. पोंडा नाला के दोनों ओर गढ्ढे हैं जिससे दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है. लेकिन प्रशासन इस समस्या पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.
शहडोलः रेलवे अंडर ब्रिज में पानी भरने से राहगीर परेशान, हो सकता है बड़ा हादसा - शहडोल शहर
शहडोल शहर में जिला मुख्यालय से लगे रेलवे अंडर ब्रिज में पानी भर जाने की वजह से लोगों रोज परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस समस्या पर प्रशासन भी कोई ध्यान नहीं दे रहा है.
रेलवे अंडर ब्रिज में पानी भरने से राहगीर परेशान
शहडोल। जिला मुख्यालय से लगे रेलवे अंडर ब्रिज में थोड़ी सी ही बारिश में पानी भर जाने से लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. पोंडा नाला के दोनों ओर गढ्ढे हैं जिससे दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है. लेकिन प्रशासन इस समस्या पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.
Intro:note_ शुरुआत में दो वर्जन स्कूल के बच्चों का वर्जन, तीसरा वर्जन आम नागरिक, और चौथा और आखिरी वर्जन नगरपालिका अध्यक्ष उर्मिला कटारे का है।
यहां कभी भी हो सकती है बड़ी दुर्घटना, चारो ओर गड्ढे ही गड्ढे, नाले में पानी के तेज बहाव से निकलने को लोग मजबूर
शहडोल- ये तस्वीरें शहडोल जिला मुख्यालय से लगे उस रेलवे अंडर ब्रिज की है जो पोंडा नाला के नाम से मशहूर है, थोड़ी सी बारिश में लोगों को किस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है आप खुद देख सकते हैं, बच्चे बड़े बुजुर्ग फैमिली हर कोई इस नाले में बहते पानी के तेज बहाव के बीच से गुजरने को मजबूर है।
इसके अलावा इस पोंडा नाला के दोनों ओर करीब 400 मीटर इधर, और 100 मीटर इधर के रास्ते में गड्ढे ही गड्ढे हैं। और अब थोड़ी सी बारिश में नाले से किस तरह का पानी बहने लगता है आप खुद देख सकते हैं।
Body:इधर दरिया उधर खाई, और बीच में नाले का पानी
इसे ही कहते हैं इधर दरिया उधर खाई, शहडोल जिला मुख्यालय से सटे पोंडा नाला के नाम से मशहूर रेलवे के इस अंडर ब्रिज के नीचे से इतने कम बारिश में ही पानी का ये तेज़ बहाव लोगों के लिए आज बड़ी मुसीबत बन गई, क्योंकि नाले में बह रहे पानी के तेज बहाव से लोगों को आने जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है ऐसे में यहां कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
इसके अलावा इस पोंडा नाला के दोनों ओर करीब 400 मीटर इधर, और 100 मीटर इधर के रास्ते में गड्ढे ही गड्ढे हैं, जिसे लेकर पिछले कई साल से लोग परेशान हैं लेकिन कोई देखने वाला नहीं है।
हर दिन गिरते हैं लोग
इन गड्ढों से होकर हर दिन छोटी से लेकर बड़ी कई गाड़ियां गुजरती हैं साईकल से लेकर टू व्हीलर हर तरह की गाड़ियां इन्हीं गड्ढों से होकर गुजरती हैं और लोग परेशान होते हैं। कई बार तो रात में लोग इन गड्ढों में गिर भी जाते हैं।
यहीं से होकर स्कूल जाने वाली कुछ बच्चियों से जब हमने बात की जो हर दिन इस रास्ते से होकर शहडोल जिला मुख्यालय में करीब 8 किलोमीटर साईकल चलाकर जाती हैं उनका कहना था पहले ही सड़क में गड्ढे से परेशान तो हैं ही और अब ये पानी, अगर इस नाले में गिर गए तो पूरा ड्रेस खराब स्कूल भी नहीं जा पाते। लेकिन क्या करें कोई कुछ करता ही नहीं है।
इसके अलावा भी कई लोगों से हमने बात की और हर कोई इन गड्ढों से परेशान ही नज़र आया।
Conclusion:हर दिन गुजरते हैं लाखों लोग
शहडोल जिला मुख्यालय से करीब 30 से 40 गांव के लोग, यहां तक की इसी रास्ते से जबलपुर, नागपुर और छत्तीसगढ़ के लिये जाने वाली कई गाड़ियां होकर गुजरती हैं। यहां तक कि हर दिन जनप्रतिनिधि, जिले के अधिकारी हर जिम्मेदार लोग भी इसी रास्ते से गुजरते हैं, फिर भी लोगों के इस समस्या को देखने वाला कोई नहीं है।
जल्द होगा निराकरण
इन गड्ढों को लेकर शहडोल नगरपालिका अध्यक्ष उर्मिला कटारे ने कहा उस एरिया में जितना भी क्षेत्र हमारे नगरपालिका क्षेत्र में आता है वहां जल्द समस्या का निराकरण किया जाएगा।
यहां कभी भी हो सकती है बड़ी दुर्घटना, चारो ओर गड्ढे ही गड्ढे, नाले में पानी के तेज बहाव से निकलने को लोग मजबूर
शहडोल- ये तस्वीरें शहडोल जिला मुख्यालय से लगे उस रेलवे अंडर ब्रिज की है जो पोंडा नाला के नाम से मशहूर है, थोड़ी सी बारिश में लोगों को किस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है आप खुद देख सकते हैं, बच्चे बड़े बुजुर्ग फैमिली हर कोई इस नाले में बहते पानी के तेज बहाव के बीच से गुजरने को मजबूर है।
इसके अलावा इस पोंडा नाला के दोनों ओर करीब 400 मीटर इधर, और 100 मीटर इधर के रास्ते में गड्ढे ही गड्ढे हैं। और अब थोड़ी सी बारिश में नाले से किस तरह का पानी बहने लगता है आप खुद देख सकते हैं।
Body:इधर दरिया उधर खाई, और बीच में नाले का पानी
इसे ही कहते हैं इधर दरिया उधर खाई, शहडोल जिला मुख्यालय से सटे पोंडा नाला के नाम से मशहूर रेलवे के इस अंडर ब्रिज के नीचे से इतने कम बारिश में ही पानी का ये तेज़ बहाव लोगों के लिए आज बड़ी मुसीबत बन गई, क्योंकि नाले में बह रहे पानी के तेज बहाव से लोगों को आने जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है ऐसे में यहां कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
इसके अलावा इस पोंडा नाला के दोनों ओर करीब 400 मीटर इधर, और 100 मीटर इधर के रास्ते में गड्ढे ही गड्ढे हैं, जिसे लेकर पिछले कई साल से लोग परेशान हैं लेकिन कोई देखने वाला नहीं है।
हर दिन गिरते हैं लोग
इन गड्ढों से होकर हर दिन छोटी से लेकर बड़ी कई गाड़ियां गुजरती हैं साईकल से लेकर टू व्हीलर हर तरह की गाड़ियां इन्हीं गड्ढों से होकर गुजरती हैं और लोग परेशान होते हैं। कई बार तो रात में लोग इन गड्ढों में गिर भी जाते हैं।
यहीं से होकर स्कूल जाने वाली कुछ बच्चियों से जब हमने बात की जो हर दिन इस रास्ते से होकर शहडोल जिला मुख्यालय में करीब 8 किलोमीटर साईकल चलाकर जाती हैं उनका कहना था पहले ही सड़क में गड्ढे से परेशान तो हैं ही और अब ये पानी, अगर इस नाले में गिर गए तो पूरा ड्रेस खराब स्कूल भी नहीं जा पाते। लेकिन क्या करें कोई कुछ करता ही नहीं है।
इसके अलावा भी कई लोगों से हमने बात की और हर कोई इन गड्ढों से परेशान ही नज़र आया।
Conclusion:हर दिन गुजरते हैं लाखों लोग
शहडोल जिला मुख्यालय से करीब 30 से 40 गांव के लोग, यहां तक की इसी रास्ते से जबलपुर, नागपुर और छत्तीसगढ़ के लिये जाने वाली कई गाड़ियां होकर गुजरती हैं। यहां तक कि हर दिन जनप्रतिनिधि, जिले के अधिकारी हर जिम्मेदार लोग भी इसी रास्ते से गुजरते हैं, फिर भी लोगों के इस समस्या को देखने वाला कोई नहीं है।
जल्द होगा निराकरण
इन गड्ढों को लेकर शहडोल नगरपालिका अध्यक्ष उर्मिला कटारे ने कहा उस एरिया में जितना भी क्षेत्र हमारे नगरपालिका क्षेत्र में आता है वहां जल्द समस्या का निराकरण किया जाएगा।