शहडोल। इन दिनों आवारा मवेशी स्थानीय लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन चुके हैं. आलम ये है कि हर दिन इन आवारा जानवरों से कोई न कोई घायल हो रहा है. व्यापारी अपने सामानों को इन आवारा जानवरों से बचाने में ही जुटे रहते हैं, तो वहीं बीच सड़क में बैठे इन आवारा जानवरों से आने- जाने वाले लोग घायल हो रहे हैं. कभी- कभी रात में सड़कों पर इतने मवेशी बैठे रहते हैं, कि दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है.
आवारा मवेशियों से परेशान हो रहे लोग
एक अनुमान के मुताबिक शहडोल में 400 के आसपास आवारा मवेशी हैं, जो पूरे शहर भर में धमाचौकड़ी मचाते रहते हैं. कभी राहगीरों को घायल करते हैं कभी बीच सड़क पर ही बैठ जाते हैं जिससे दुर्घटना कि संभावना बनी रहती है. सब्जी मंडी में ये आवारा मवेशी व्यापारियों से लेकर ग्राहकों तक सभी को परेशान करते हैं. सब्जी मंडी में लगी दुकानों पर कभी भी हमला कर देते हैं. लोग सब्जी खरीदकर ले जाते हैं, तो उनके सब्जी से भरे झोले पर ही हल्लाबोल देते हैं.
लोगों ने कहा घर में नहीं रखते इनके मालिक
शहर के कुछ लोगों का कहना है कि इन मवेशियों के मालिक इन्हें अपने घरों में रखते ही नहीं है. जब तक मवेशी उपयोगी रहते हैं, उनके मालिक ध्यान देते हैं और फिर अनुपयोगी होने पर उन्हें सड़कों पर छोड़ देते हैं. इतना ही नहीं कुछ लोगों का कहना है कि गाय जब बछड़ा देती है तो बछड़े को घर में बांध लेते हैं और सुबह शाम गाय का दूध निकालकर छोड़ देते हैं.
सर्वे कराने की तैयारी में नगरपालिका
नगरपालिका अब इन आवारा मवेशियों की समस्या के लिए घर-घर सर्वे कराने की तैयारी में है. किसके पास कितने मवेशी हैं और लोग इन्हें आवारा क्यों छोड़ देते हैं, इस पर सर्वे कराया जाएगा. नगरपालिका अध्यक्ष उर्मिला कटारे का कहना है कि सर्वे के बाद किसी फैसले तक पहुंच सकते हैं. नगरपालिका ने परिषद से एक प्रस्ताव पास कर रखा है जो पाली रोड मुड़ना नदी के किनारे आकाशवाणी केंद्र के सामने जो जमीन है, वहां पर गौशाला बनाने की योजना है और वहीं पर मवेशियों को व्यवस्थित रखा जाएगा.