शहडोल। धान खरीदी बंद हो गई, खरीदी केंद्रों से धान का उठाव भी हो गया है, लेकिन जिस जगह भंडारण किया जा रहा है वहां की व्यवस्था को देखकर हर कोई हैरान है. जिले के धान उपार्जन केंद्रों में पहले ही धान खुले में रखे होने के कारण अंकुरित हो गई है, धान का खरीदी केंन्द्रों से परिवहन कराकर लालपुर हवाई पट्टी में भंडारण तो किया जा रहा है, लेकिन खुले आसमान के नीचे अनाज पूरी तहर से बर्बाद हो रहा है.
जानिए क्या है पूरा मामला....
जिले में इस साल 70 हजार मीट्रिक टन धान खरीदी का टारगेट रखा गया था, जिसके एवज में 92.2 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई है. यही वजह है कि जिले के गोदामों में खरीदे गए धान के भंडारण के लिए अब जगह ही नहीं रह गई है, जिसके चलते चन्नौड़ी, रसमोहिनी चुहिरी और जयसिंहनगर खरीदी केंन्द्र से लाई गई धान लालपुर हवाई पट्टी में खुले आसमान के नीचे भंडारण किया जा रहा है. आलम यह है कि बारिश के कारण बोरियों में रखा धान जमकर अंकुरित हो गया है. सवाल यह उठता है कि ऐसे खराब अनाज को कौन लेगा.