शहडोल। जिले में इन दिनों रेत का अवैध उत्खनन लगातार जारी है. रेत माफिया किस तरह से अब आक्रामक हो रहे हैं, उसका एक नजारा शहडोल जिले के देवलोंद थाना क्षेत्र अंतर्गत देखने को भी मिल गया. जहां एक पटवारी को ही ट्रैक्टर से कुचलकर माफियाओं ने मौत के घाट उतार दिया. हालांकि जिस ड्राइवर ने ट्रैक्टर से पटवारी को कुचला उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. ट्रैक्टर को भी जब्त कर लिया गया है, लेकिन माफियाओं का ये खूनी खेल अब सिस्टम पर कई सवाल भी खड़े कर रहा है.
पटवारी को ही कुचल डाला: घटना शहडोल जिले के देवलोंद थाना क्षेत्र अंतर्गत है, जहां ब्यौहारी तहसील के खड्डा में पटवारी जिनका नाम प्रसन्न सिंह बघेल है, तहसीलदार के आदेश पर वो रात में रेत के अवैध उत्खनन का निरीक्षण करने पहुंचे थे. उसी रात रेत माफिया ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया और ट्रैक्टर से कुचलकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया. रेत माफिया इतने आक्रामक हो गए हैं, कि उन्होंने पटवारी पर ही बेखौफ अंदाज में ट्रैक्टर चढ़ा दिया. वहीं पटवारी के मौत के बाद प्रदेश भर में अब हड़कंप मच गया है.
सेना की जॉब फिर बने पटवारी: एक ईमानदार पटवारी की इमानदारी और निश्पक्ष ड्यूटी उसकी जान की दुश्मन बन गई. रीवा में पैदा हुए और शहड़ोल में ड्यूटी कर रहे प्रसन्न सिंह ने इंडियन आर्मी में नौकरी की. बाद में वो पटवारी बने. 5 साल पहले उनकी तैनाती शहडोल में हुई. वो लगातार अवैध उत्खनन के खिलाफ एक्शन लेते रहने के लिए जाने जाते रहे. सोन नदी के किनारे उन्होने कई ऑपरेशन चलाए. जिस रात उनकी मौत हुई वो SDM के आदेश पर कार्रवाई के लिए गए. उन्हे फोर्स नहीं मिली मगर फिर भी वो इमानदारी से अपना जॉब पूरा कर रहे थे. आखिर में माफियाओं ने उन्हे कुचलकर मार डाला.
जानिए आखिर क्या हुआ था उस रात: आखिर रेत माफिया इतने आक्रामक क्यों हो गए हैं और कैसे उन्होंने पटवारी की उस रात जान ले ली. इसे लेकर कलेक्टर वंदना वैद्य बताती हैं की 'ब्यौहारी के बुढ़वा क्षेत्र से लगातार उत्खनन के मामले सामने आ रहे थे. इसकी शिकायतें प्राप्त हो रही थी, जिसके बाद 23 तारीख को राजस्व खनिज और पुलिस की टीम ने वहां पर निरीक्षण किया. 24 और 25 को बड़े-बड़े अवैध रेत उत्खनन की जब्ती की गई. 24 तारीख को 225 घन मीटर अवैध रेत की जब्ती की गई और 25 को भी 250 घन मीटर रेत जब्त की गई.
25 तारीख की रात 8:30 बजे तक एसडीएम खनिज अधिकारी और पुलिस के जवान वहां मौके पर थे. उन्होंने वहां पर जब्ती की पूरी कार्रवाई की. इसके साथ ही उस क्षेत्र में चार पटवारी थे, जो लगातार उस क्षेत्र में अवैध रेत के जब्ती की कार्रवाई में शामिल थे. लगातार जो 3 दिन तक प्रशासन के इस कार्रवाई में सहयोग कर रहे थे, वो वहां पर रात में सिर्फ मौका देखने के लिए गए थे, की अब तो वहां पर कोई रेत तो नहीं बची, कोई घटनाए तो नहीं हो रही है. उस वक्त एक ट्रैक्टर निकला, जिसे उन्होंने मात्र पूछताछ के लिए उनको रोक कर सिर्फ जानकारी लेना चाहा, जिसके बाद उसने पटवारी प्रसन्न सिंह पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया.'
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पूरे घटना क्रम पर बोले एसपी: इस पूरे घटनाक्रम को लेकर शहडोल जिले के एसपी कुमार प्रतीक का कहना है की 'जब रात में सूचना प्राप्त हुई थी, तो तीन थानों का पुलिस बल मौके पर पहुंच गया था. रात में ही शव को हटा कर पंचनामे की कार्रवाई की गई. इसके अलावा जो मुख्य आरोपी था, उसको भी राउंडअप कर लिया गया. साथ में जो ट्रैक्टर इस्तेमाल हुआ है, उसे भी जब्त कर लिया गया है. एडीजी ने इसमें 30,000 रुपये का इनाम भी घोषित किया था. उसकी गिरफ्तारी भी तत्काल हो चुकी है. जैसा कि बताया गया कि पटवारी का एक दल पेट्रोलिंग के लिए वहां पर गया हुआ था. इस बीच दुखद घटना वहां हुई है. इसके बाद पुलिस ने वैधानिक कार्रवाई की. पिछले तीन दिनों से राजस्व माइनिंग और पुलिस का संयुक्त अमला बनाकर वहां पर भेजा गया था, जो लगातार वहां पर अवैध रूप से उत्खनन किये गए रेत की जब्ती की कार्रवाई कर रहा था. बीती रात 9:00 बजे तक वहां पर पूरी कार्रवाई की गई है.