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मध्य प्रदेश में बसेंगे नए शहर, क्लासी सुविधाओं से लैस होगी ग्रीन फील्ड सिटी - MP GREEN FIELD CITY PROJECT

मध्य प्रदेश में स्मार्ट सिटी के बाद अब ग्रीन फील्ड सिटी बनाई जाएगी. मोहन यादव सरकार इस प्रोजेक्ट पर 50 हजार करोड़ खर्च करेगी.

MP GREEN FIELD CITY PROJECT
मध्य प्रदेश में बसेंगे नए शहर (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 22, 2025, 8:00 PM IST

Updated : Jan 22, 2025, 9:59 PM IST

भोपाल: मध्य प्रदेश में अब स्मार्ट सिटी के बाद ग्रीन फील्ड शहर बसाने की योजना है. इन शहरों का विकास औद्योगिक क्षेत्र और नेशनल हाईवे के आसपास किया जाएगा. इससे जहां लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे, वहीं उद्योगों को इकोनॉमिक कॉरिडोर का लाभ मिलेगा. इन शहरों में रोड, पानी, बिजली, रेलवे लाइन, अस्पताल, स्कूल, सोलर सिस्टम और ग्रीनरी समेत अन्य सुविधाएं होंगी. इन शहरों को बसाने के लिए प्राधिकरण या अथॉरिटी बनाई जाएगी. जिससे ग्रीन फील्ड शहर के विकास में आवश्यक अनुमतियां आसानी से उपलब्ध कराई जा सके.

50 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी सरकार

मध्य प्रदेश में ग्रीन फील्ड शहर बसाने के लिए सरकार करीब 50 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी. इसके तहत नए शहरों से पुराने शहरों तक बेहतर रोड कनेक्टिविटी के लिए फोरलेन सड़कें बनाई जाएंगी. इसमें निवेशक, किसान और सरकार मिलकर शहर का विकास करेंगे. इन शहरों में कवर्ड कॉलोनी, ग्रीन औद्योगिक क्षेत्र, सोलर सिस्टम, बाजार, मॉल, स्कूल, अस्पताल, मनोरंजन के साधन जैसी सुविधाएं होंगी. खास बात यह है कि इन शहरों में 30 प्रतिशत जमीन ग्रीनरी के लिए रिजर्व रहेगी. यानि इस जमीन पर केवल पेड़-पौधे लगाए जाएंगे.

सीहोर के पास बनेगा ग्रीन फील्ड शहर

राजधानी भोपाल से लगे सीहोर जिले के पास नया ग्रीन फील्ड शहर विकसित किया जाएगा. यहां पर्याप्त मात्रा में शुगर मिल की जमीन है. जहां नया शहर बसाने पर विचार किया जा रहा है. इसके साथ ही मंडीदीप अब्दुल्लागंज के बीच व जबलपुर और कटनी के बीच भी एक-एक शहर होंगे. जबलपुर और कटनी के बीच करीब 60 हेक्टेयर सरकारी जमीन भी देखी गई है. अभी अधिकारी इसका सर्वे कर रहे हैं.

रतलाम और पीथमपुर में बनेंगे नए शहर

नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के आयुक्त भरत यादव ने बताया कि "सरकार प्रदेश में नए ग्रीन फील्ड शहर बसाने की दिशा में काम कर रही है. इसके लिए टी एंड सीपी और नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारी इन शहरों के लिए स्थान चयन पर विचार कर रहे हैं. जिससे ये शहर मुख्य शहरों से दूर न हो और लोगों को वहां पर रोजगार भी मिल सके. अधिकारियों का दावा है कि इन शहरों के विकास से मध्य प्रदेश में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रुप से करीब 5 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा. हालांकि इसमें अभी अन्य विभागों को भी शामिल किया जाएगा, क्योंकि शहर के विकास में कई एजेंसियों की जिम्मेदारी होती है."

इकोनॉमिक कॉरिडोर के आसपास बसेंगे शहर

नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि रतलाम और पीथमपुर में नया शहर औद्योगिक शहर के रूप में बसाया जाएगा. दरअसल, यहां से होकर दो इकोनॉमिक कॉरिडोर निकल रहे हैं. पहला इंदौर-पीथमपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर और दूसरा दिल्ली- मुम्बई-वडोदरा एक्सप्रेस-वे. ऐसे में दोनों रोड के किनारे नए ग्रीन फील्ड शहर बसाए जाएंगे. इन शहरों को इकोनॉमिक कॉरिडोर का फायदा मिलेगा. इसीलिए रतलाम में 10 हजार हेक्टेयर जमीन सरकार ने नए शहर के लिए चिह्नित कर ली है.

भोपाल: मध्य प्रदेश में अब स्मार्ट सिटी के बाद ग्रीन फील्ड शहर बसाने की योजना है. इन शहरों का विकास औद्योगिक क्षेत्र और नेशनल हाईवे के आसपास किया जाएगा. इससे जहां लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे, वहीं उद्योगों को इकोनॉमिक कॉरिडोर का लाभ मिलेगा. इन शहरों में रोड, पानी, बिजली, रेलवे लाइन, अस्पताल, स्कूल, सोलर सिस्टम और ग्रीनरी समेत अन्य सुविधाएं होंगी. इन शहरों को बसाने के लिए प्राधिकरण या अथॉरिटी बनाई जाएगी. जिससे ग्रीन फील्ड शहर के विकास में आवश्यक अनुमतियां आसानी से उपलब्ध कराई जा सके.

50 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी सरकार

मध्य प्रदेश में ग्रीन फील्ड शहर बसाने के लिए सरकार करीब 50 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी. इसके तहत नए शहरों से पुराने शहरों तक बेहतर रोड कनेक्टिविटी के लिए फोरलेन सड़कें बनाई जाएंगी. इसमें निवेशक, किसान और सरकार मिलकर शहर का विकास करेंगे. इन शहरों में कवर्ड कॉलोनी, ग्रीन औद्योगिक क्षेत्र, सोलर सिस्टम, बाजार, मॉल, स्कूल, अस्पताल, मनोरंजन के साधन जैसी सुविधाएं होंगी. खास बात यह है कि इन शहरों में 30 प्रतिशत जमीन ग्रीनरी के लिए रिजर्व रहेगी. यानि इस जमीन पर केवल पेड़-पौधे लगाए जाएंगे.

सीहोर के पास बनेगा ग्रीन फील्ड शहर

राजधानी भोपाल से लगे सीहोर जिले के पास नया ग्रीन फील्ड शहर विकसित किया जाएगा. यहां पर्याप्त मात्रा में शुगर मिल की जमीन है. जहां नया शहर बसाने पर विचार किया जा रहा है. इसके साथ ही मंडीदीप अब्दुल्लागंज के बीच व जबलपुर और कटनी के बीच भी एक-एक शहर होंगे. जबलपुर और कटनी के बीच करीब 60 हेक्टेयर सरकारी जमीन भी देखी गई है. अभी अधिकारी इसका सर्वे कर रहे हैं.

रतलाम और पीथमपुर में बनेंगे नए शहर

नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के आयुक्त भरत यादव ने बताया कि "सरकार प्रदेश में नए ग्रीन फील्ड शहर बसाने की दिशा में काम कर रही है. इसके लिए टी एंड सीपी और नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारी इन शहरों के लिए स्थान चयन पर विचार कर रहे हैं. जिससे ये शहर मुख्य शहरों से दूर न हो और लोगों को वहां पर रोजगार भी मिल सके. अधिकारियों का दावा है कि इन शहरों के विकास से मध्य प्रदेश में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रुप से करीब 5 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा. हालांकि इसमें अभी अन्य विभागों को भी शामिल किया जाएगा, क्योंकि शहर के विकास में कई एजेंसियों की जिम्मेदारी होती है."

इकोनॉमिक कॉरिडोर के आसपास बसेंगे शहर

नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि रतलाम और पीथमपुर में नया शहर औद्योगिक शहर के रूप में बसाया जाएगा. दरअसल, यहां से होकर दो इकोनॉमिक कॉरिडोर निकल रहे हैं. पहला इंदौर-पीथमपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर और दूसरा दिल्ली- मुम्बई-वडोदरा एक्सप्रेस-वे. ऐसे में दोनों रोड के किनारे नए ग्रीन फील्ड शहर बसाए जाएंगे. इन शहरों को इकोनॉमिक कॉरिडोर का फायदा मिलेगा. इसीलिए रतलाम में 10 हजार हेक्टेयर जमीन सरकार ने नए शहर के लिए चिह्नित कर ली है.

Last Updated : Jan 22, 2025, 9:59 PM IST
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