शहडोल। बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों को चेहरे पर चिंता की लकीर खींच दी है. मौजूदा साल तो ऐसा लगा ही नहीं कि बारिश खत्म हो गई. बारिश के सीजन की तरह बारिश हो रही है. कभी बारिश तो कभी ओलावृष्टि ने किसानों को भी परेशान कर दिया है. एक बार फिर से पिछले एक दो दिन से मौसम ने करवट बदली है. जिसके वजह से बारिश, आंधी और ओलावृष्टि हुई. ऐसे में किसान क्या करें. जिन किसानों की फसल खलिहान में हैं उनकी मुश्किल तो बढ़ गई है. जिन किसानों की फसल खेत में भीग रही है. उनकी मुश्किल भी बढ़ गई. ऐसे समय में अनाज का भंडारण करते समय किसान किन बातों का ख्याल रखें. सब्जी की खेती करने वाले किसान कैसे अपने फसलों की देखभाल करें.
कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर मृगेंद सिंह कहते हैं कि अभी जो बारिश और ओलावृष्टि हुई है. वो प्राकृतिक आपदा है. जो कई जगह देखने को मिल रहा है. अभी हाल ही में बारिश हुई, ओले गिरे हैं कई किसान जो लोग गहाई नहीं कर पाए हैं उनके लिए समस्या है और सबसे बड़ी बात तो ये है की किसान भंडारण के लिए जो भी है गेहूं है चना है, जो भी फसल हैं उनको अच्छे से सुखाएं. क्योंकि साल भर के लिए वो अपना अनाज और बीज रखते हैं.
फसलों में रहती है डाउनिंग इल्ली की समस्या
कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर मृगेंद सिंह कहते हैं कि ऐसे में इस समय सब्जी की फसलों का विशेष ख्याल रखें, जब एकदम से बारिश होती है और पानी निकल जाता है फिर गर्मी आ जाती है तो फसलों पर डाउनिंग इल्ली की समस्या आती है मतलब पत्तियों का निचला भाग उसमें एक तरह का फंगस होता है. उसका ध्यान रखें फसलों में फेरोमेन ट्रैप का इस्तेमाल करें.