वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति की शपथ लेने के साथ ही डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा कई बड़े फैसले लेने की उम्मीद है. इनमें इमिग्रेशन, ऊर्जा नीति और संघीय सरकार के संचालन को लेकर निर्णय लिए जा सकते हैं. फिलहाल दुनिया भर की निगाहें ट्रंप के द्वारा किए गए चुनावी वादों पर लगी हैं. इनमें उन्होंने कुछ को पदभार ग्रहण करने के से पूर्व पहले ही दिन पूरा करने का वादा किया है.
गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे. अमेरिकी मीडिया के अनुसार ट्रंप ने आफिस में अपने पहले ही दिन करीब 100 कार्यकारी आदेश जारी करने का संकल्प लिया है. इन आदेशों में कई आदेश बाइडेन प्रशासन के आदेश को उलटने या फिर खत्म करने के लिए होंगे.
बताया जाता है कि स्टीफन मिलर ट्रंप को डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ फॉर पॉलिसी का पद मिल सकता है. वहीं मिलर ने रविवार को वरिष्ठ कांग्रेसी रिपब्लिकन के साथ कॉल पर उनमें से कुछ कार्रवाइयों को लेकर चर्चा की थी. साथ ही मिलर ने सांसदों के साथ ब्रीफिंग में इमिग्रेशन संबंधी कार्रवाई पर विचार-विमर्श किया, जिसमें ट्रंप द्वारा सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल लागू किया जाना शामिल है.
ट्रंप ने देश में अवैध रूप से रह रहे लोगों को निकालने के लिए निर्वासन शुरू करने का वादा किया है. इसके अलावा उन्होंने बॉर्डर बंद करने और अवैध इमिग्रेशन को खत्म करने की भी बात कही है. माना जा रहा है कि ट्रंप ड्रग कार्टेल की एक सीरीज को विदेशी आतंकवादी संगठनों के रूप में नामित करने के लिए भी निर्णय ले सकते हैं. इसी कड़ी में वह अपने प्रशासन को अपने पहले कार्यकाल की प्रवासी सुरक्षा प्रोटोकॉल नीति को बहाल करने का निर्देश देंगे, जिसे आमतौर पर 'मेक्सिको में रहें' के रूप में जाना जाता है.
वहीं शपथ ग्रहण समारोह से पहले रविवार को डिनर में संबोधित करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि पदभार ग्रहण करने के कुछ ही घंटों के भीतर, मैं दर्जनों कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करूंगा. इसमें लगभग 100 जिनमें से कई का मैं कल अपने संबोधन में वर्णन करूंगा. इतना ही नहीं ट्रंप ने कहा कि अपनी कलम के एक झटके से मैं बाइडेन प्रशासन के दर्जनों आदेशों और कार्रवाइयों को रद्द कर दूंगा. इसके साथ ही वे सभी अमान्य हो जाएंगे.
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