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मौसमी बीमारी से हैं परेशान तो इस घरेलू नुस्खे से पा सकते हैं निजात - Cold and cough

मौसमी बीमारियों से बचने और उनसे छुटकारा पाने के लिए आयुर्वेद डॉक्टर और पंचकर्म विशेषज्ञ डॉक्टर तरुण सिंह ने घरेलू नुस्खे बताए हैं, जिनका उपयोग कर आप सर्दी-खासी जैसी तमाम समस्याओं से निजात पा सकते हैं.

डॉक्टर तरुण सिंह ने बताया सर्दी जुकाम से निपटने का तरीका
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Published : Sep 14, 2019, 4:46 PM IST

शहडोल। राज्य में इन दिनों झमाझम बारिश हो रही है. भीगने की वजह से मौसमी बीमारियां अपने पैर पसार रही हैं, जिसके चलते लोग परेशान हैं. किसी को सर्दी है तो किसी को बुखार, किसी को गले में इन्फेक्शन है तो किसी को दूसरी तरह की बीमारी. इस तरह की बीमारियों से निपटने के लिए आप घरेलू नुस्खे अपना सकते हैं. इसके लिए आयुर्वेद डॉक्टर और पंचकर्म विशेषज्ञ डॉक्टर तरुण सिंह ने जो उपाय बताए हैं, उन्हें आप इस्तेमाल कर सकते हैं.

डॉक्टर तरुण सिंह ने बताया सर्दी जुकाम से निपटने का तरीका

डॉक्टर तरुण सिंह के मुताबिक सबसे ज्यादा बारिश में भीगने से लोगों को अधिकतर सर्दी, खांसी, बुखार, सर्दगर्म, वायरल फीवर जैसे संक्रमण हो जाते हैं. भीगने के बाद आपको सर्दी हुई है तो सोंठ, पीपल, काली मिर्च चाय में डालकर पी लीजिए, जिससे आपकी सेहत ठीक रहेगी.

थ्रोट इन्फेक्शन हो जाये तो हल्दी की चाय पी लीजिए. हल्दी को चायपत्ती की जगह पानी में डालकर गर्म करें, पानी को उबालें उसके बाद उसमें हल्दी डाल दें, कुछ समय बाद उसमें मिश्री डाल दें, उससे थ्रोट इन्फेक्शन भी खत्म हो जाएगा.

ज्यादा देर तक भीगने पर आप भाप को मुंह और नाक से अंदर लें, जिससे थ्रोट इन्फेक्शन से आपको जल्द राहत मिलेगी. कोई चीज गटकने में दिक्कत आ रही है तो अदरक का छोटा टुकड़ा कर लें, काली मिर्च लें और उसे गाल के अंदर चूसते रहें, जिससे आपका गला ठीक होने लगेगा.

छोटे बच्चों के लिए नुस्खे
एख से चार साल तक बच्चों को सर्दी होती है तो उन्हें शहद और हल्दी चटा दें, इससे उन्हें बहुत फायदा होगा. क्योंकि हल्दी एक बहुत अच्छी एंटीबायोटिक है और शहद की तासीर गर्म होती है, जो चीजों को पचा देती है. अगर ज्यादा दिक्कत जा रही है तो सेंधा नमक और घी को आप चेस्ट पर लगा दीजिए, जिससे सर्दी और सांस ठीक हो जाएगी.

ज्यादा दिक्कत आने पर आजमाएं ये नुस्खा
अगर और ज्यादा दिक्कत जा रही है तो सोंठ, पिपली, और काली मिर्च या फिर इनमें से कोई एक दो या तीनों को समान मात्रा में पीसकर और शहद के साथ चटा दो तो बच्चा ठीक हो जाता है.

ज्यादा भीगने वाले लोग इन बातों का रखें ध्यान
डॉक्टर तरुण सिंह कहते हैं कि सबसे बढ़िया होता है कि अगर आप टू व्हीलर से चल रहे हैं तो आपको हेलमेट जरूर पहनना चाहिए, इससे आपका सिर पानी से बचेगा. क्योंकि पानी से सबसे ज्यादा दिक्कत तब होती है, जब ओपन हेड होता है. बारिश के दौरान आप छोटा गमछा भी सिर पर रख सकते हैं. क्योंकि सर के पास ह्यूमिनीडिटी क्रिएट होती है, जो टेम्परेचर डिफरेंस क्रिएट होता है वो आपको सर्दगर्म करता है.

सिर पर कपड़ा रखना जरूरी
डॉक्टर तरुण सिंह के मुताबिक आप पूरी तरह से भीग जाते हैं, लेकिन आपने सर में कपड़ा रखा है और अगर वो भी गीला हो जाये तो फिर भी आपको सरदगर्म नहीं होगा. एक बार इसे आप इस्तेमाल करके जरूर देखें. इसलिए लोग पहले पगड़ी पहनते थे, अगर सिर का कपड़ा भीग जाए और पानी जाए तो भी सिर का कपड़ा न निकालें, क्योंकि अगर आपने कपड़ा निकाल दिया और टेम्परेचर डिफरेन्स होगा तो उससे सरदगर्म होने के चांसेज होते हैं.

शहडोल। राज्य में इन दिनों झमाझम बारिश हो रही है. भीगने की वजह से मौसमी बीमारियां अपने पैर पसार रही हैं, जिसके चलते लोग परेशान हैं. किसी को सर्दी है तो किसी को बुखार, किसी को गले में इन्फेक्शन है तो किसी को दूसरी तरह की बीमारी. इस तरह की बीमारियों से निपटने के लिए आप घरेलू नुस्खे अपना सकते हैं. इसके लिए आयुर्वेद डॉक्टर और पंचकर्म विशेषज्ञ डॉक्टर तरुण सिंह ने जो उपाय बताए हैं, उन्हें आप इस्तेमाल कर सकते हैं.

डॉक्टर तरुण सिंह ने बताया सर्दी जुकाम से निपटने का तरीका

डॉक्टर तरुण सिंह के मुताबिक सबसे ज्यादा बारिश में भीगने से लोगों को अधिकतर सर्दी, खांसी, बुखार, सर्दगर्म, वायरल फीवर जैसे संक्रमण हो जाते हैं. भीगने के बाद आपको सर्दी हुई है तो सोंठ, पीपल, काली मिर्च चाय में डालकर पी लीजिए, जिससे आपकी सेहत ठीक रहेगी.

थ्रोट इन्फेक्शन हो जाये तो हल्दी की चाय पी लीजिए. हल्दी को चायपत्ती की जगह पानी में डालकर गर्म करें, पानी को उबालें उसके बाद उसमें हल्दी डाल दें, कुछ समय बाद उसमें मिश्री डाल दें, उससे थ्रोट इन्फेक्शन भी खत्म हो जाएगा.

ज्यादा देर तक भीगने पर आप भाप को मुंह और नाक से अंदर लें, जिससे थ्रोट इन्फेक्शन से आपको जल्द राहत मिलेगी. कोई चीज गटकने में दिक्कत आ रही है तो अदरक का छोटा टुकड़ा कर लें, काली मिर्च लें और उसे गाल के अंदर चूसते रहें, जिससे आपका गला ठीक होने लगेगा.

छोटे बच्चों के लिए नुस्खे
एख से चार साल तक बच्चों को सर्दी होती है तो उन्हें शहद और हल्दी चटा दें, इससे उन्हें बहुत फायदा होगा. क्योंकि हल्दी एक बहुत अच्छी एंटीबायोटिक है और शहद की तासीर गर्म होती है, जो चीजों को पचा देती है. अगर ज्यादा दिक्कत जा रही है तो सेंधा नमक और घी को आप चेस्ट पर लगा दीजिए, जिससे सर्दी और सांस ठीक हो जाएगी.

ज्यादा दिक्कत आने पर आजमाएं ये नुस्खा
अगर और ज्यादा दिक्कत जा रही है तो सोंठ, पिपली, और काली मिर्च या फिर इनमें से कोई एक दो या तीनों को समान मात्रा में पीसकर और शहद के साथ चटा दो तो बच्चा ठीक हो जाता है.

ज्यादा भीगने वाले लोग इन बातों का रखें ध्यान
डॉक्टर तरुण सिंह कहते हैं कि सबसे बढ़िया होता है कि अगर आप टू व्हीलर से चल रहे हैं तो आपको हेलमेट जरूर पहनना चाहिए, इससे आपका सिर पानी से बचेगा. क्योंकि पानी से सबसे ज्यादा दिक्कत तब होती है, जब ओपन हेड होता है. बारिश के दौरान आप छोटा गमछा भी सिर पर रख सकते हैं. क्योंकि सर के पास ह्यूमिनीडिटी क्रिएट होती है, जो टेम्परेचर डिफरेंस क्रिएट होता है वो आपको सर्दगर्म करता है.

सिर पर कपड़ा रखना जरूरी
डॉक्टर तरुण सिंह के मुताबिक आप पूरी तरह से भीग जाते हैं, लेकिन आपने सर में कपड़ा रखा है और अगर वो भी गीला हो जाये तो फिर भी आपको सरदगर्म नहीं होगा. एक बार इसे आप इस्तेमाल करके जरूर देखें. इसलिए लोग पहले पगड़ी पहनते थे, अगर सिर का कपड़ा भीग जाए और पानी जाए तो भी सिर का कपड़ा न निकालें, क्योंकि अगर आपने कपड़ा निकाल दिया और टेम्परेचर डिफरेन्स होगा तो उससे सरदगर्म होने के चांसेज होते हैं.

Intro:note_ इंटरव्यू आयुर्वेद डॉक्टर और पंचकर्म विशेषज्ञ डॉक्टर तरुण सिंह का है।

मध्यप्रदेश में इन दिनों हो रही है बारिश, अगर आप सर्दी, खांसी, बुखार, जैसे मौसमी बीमारियों से हैं परेशान, तो यहां जानें घरेलू नुस्खे

शहडोल- मध्यप्रदेश में इन दिनों झमाझम बारिश हो रही है, शहडोल जिले में भी हर दिन बारिश हो रही है, जिसके चलते लोग हरदिन भीग रहे हैं और मौसमी बीमारियों से परेशान रहते हैं। बरसात के इस मौसम में सर्दी, खांसी, बुखार, सरदगर्म, गले में इन्फेक्शन, जैसे कई बीमारियों से लोग परेशान रहते हैं।

ऐसे में हमने आयुर्वेद डॉक्टर और पंचकर्म विशेषज्ञ डॉक्टर तरुण सिंह से जाना उन घरेलू नुस्खों के बारे में जिसे आसानी से अपने घर में आप बना सकते हैं, और इस्तेमाल कर बरसात में होने वाली इन छोटी छोटी बीमारियों से निजात पा सकते हैं। ये घरेलू नुस्खे आप के बहुत काम की हैं।


Body:आयुर्वेद डॉक्टर और पंचकर्म विशेषज्ञ डॉक्टर तरुण सिंह के मुताबिक सबसे ज्यादा बारिश में भीगने से लोगों को अधिकतर सर्दी, खांसी, बुखार, सर्दगर्म, वायरल फीवर ये सभी संक्रमण से हो जाते हैं।

अगर भीगने के बाद आपको सर्दी हो गई, तो आप सोंठ, पीपल, काली मिर्च अगर आप चाय पीते हैं, तो उसमें डालकर पी लीजिए आपके सेहत के लिए शानदार रहेगा।

इतना ही नहीं अगर तीनों नहीं मिल पा रहा है तो तीन में से कोई एक भी चाय में मिलाकर आप पी सकते हैं।

अगर थ्रोट इन्फेक्शन हो जाये तो हल्दी की चाय पी लीजिए, हल्दी को चायपत्ती की जगह जैसे पानी को गर्म करें, पानी को उबालें, और पानी को उबालने के बाद, उसमें हल्दी डाल दें, और हल्दी के बाद मिश्री डाल दें, उससे थ्रोट इन्फेक्शन खत्म हो जाएगा।

अगर आप कुछ नहीं कर सकते हैं तो बहुत ज्यादा देर तक आप भीग गए हैं, पानी में तो पानी में भीगने के बाद अपने को भाप देना चाहिए, भाप को मुंह और नाक से अंदर ले जाएं, उससे भी आदमी को बहुत जल्द थ्रोट इन्फेक्शन से राहत मिलेगी।

अगर आपको बोलने में दिक्कत होती है, या कुछ चीज निगलने में या गटकने में। दिक्कत हो रही है तो अदरक का छोटा छोटा टुकड़ा कर लें, काली मिर्च ले, और उसे गाल के अंदर उसे चूसते रहें, उससे भी ठीक लगने लगेगा।

छोटे बच्चों के लिए नुस्खे

अगर छोटे बच्चे हैं, तीन या चार साल के हैं या और भी छोटे हैं, तो उन्हें शहद, और हल्दी, चटा दीजिए, सिर्फ शहद और हल्दी चटा देने से ही बहुत फायदा होगा।

हल्दी एक बहुत अच्छी एंटीबायोटिक है और शहद की तासीर गर्म होती है वो चीजों को पचा देती है।

अगर ज्यादा दिक्कत जा रही है तो सेंधा नमक, और घी को आप चेस्ट पर लगा दीजिए, तो सर्दी और सांस ठीक हो जाएगी, अगर और ज्यादा दिक्कत जा रही है तो सोंठ, पिपली, और काली मिर्च या फिर इनमें से कोई एक दो या तीनों को समान मात्रा में पीसकर और शहद के साथ चटा दो तो बच्चा ठीक हो जाता है।



Conclusion:ज्यादा भीगने वाले लोग इन बातों का रखें ध्यान

डॉक्टर तरुण सिंह कहते हैं कि सबसे बढ़िया होता है कि अगर आप टू व्हीलर में चल रहे हैं तो आपको हेलमेट पहनना चाहिए, इससे आपका सिर पानी से बचेगा।

पानी से सबसे ज्यादा दिक्कत तब होता है जब ओपन हेड होता है, अगर बारिश हो रही है और आपके पास छोटा गमछा है तो उसे दो से तीन परत करके, सर में बांध लें, सबसे ज्यादा दिक्कत होती है भीगने के बाद ह्यूमिनीडिटी क्रिएट होती है सर के पास भी।

जो टेम्परेचर डिफरेंस क्रिएट होता है वो आपको सर्दगर्म करता है।

अगर आप भीग जाते हैं पूरी तरह से और आपने सर में कपड़ा रखा है और अगर वो भी गीला हो जाये तो फिर भी आपको सरदगर्म नहीं होगा।

एक बार इसे आप इस्तेमाल करके जरूर देखें, सरदगर्म नहीं होगा बस आप सर में कपड़ा बांधकर रखे हुए हों।

इसीलिए लोग पहले पगड़ी पहनते थे। अगर सिर का कपड़ा भीग जाए और पानी जाए तो भी सिर का कपड़ा न निकलें, क्योंकि अगर अपने कपड़ा निकाल दिया और टेम्परेचर डिफरेन्स होगा तो उससे सरदगर्म होने के चांसेज होते हैं।


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