शहडोल। माइक्रो फाइनेंस कंपनी से लोन दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपी लोगों को माइक्रोफाइनेंस कंपनी से लोन दिलाने के नाम पर असली दस्तावेज लेकर उसके फर्जी दस्तावेज बनाकर लोन के पैसे निकालते थे.
आरोपी के घर से 700 से 800 आधार कार्ड की कॉपियां मिली हैं. वोटर आईडी कार्ड भी मिले हैं. अन्य आरोपियों के घर से लैपटॉप और फर्जी डॉक्यूमेंट तैयार करने वाली सारी चीजें मिली हैं. एसपी अनिल सिंह कुशवाह ने बताया कि 2 दिन पहले ग्राम गोरतरा नवलपुर की कई महिलाएं मामले की शिकायत करने पहुंचीं थी. जिसके बाद जिले की पुलिस सक्रिय हुई. एक टीम बनाई गई और रातों रात इस बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया गया. जिसमें तीन लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है.
अनिल सिंह कुशवाह ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि माईक्रो फाइनेंस कंपनियों से क्षेत्र के गरीब महिलाओं का स्व सहायता समूह बनाकर लोन दिलवाते थे. जिसके लिए आरोपी आधार कार्ड और वोटर आईडी कार्ड का इस्तेमाल करते थे. उस आधार कार्ड और वोटर आईडी के आधार पर लोन उनके एकाउंट में आता था. लेकिन उसका कुछ पैसा ही उन महिलाओं को मिलता था, बाकी पैसा वो अपने एकाउंट में ट्रांसफर कर लेता था.
महिलाओं की शिकायत पर तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जिसमें से एक लक्ष्मण पनिका जो फतेहपुर गांव का रहने वाला है. लोगों को पैसे फायनेंस कराता था और विकास द्विवेदी जो शहड़ोल पांडव का रहने वाला है. फर्जी आधार कार्ड तैयार करता था. वहीं तीसरा शहडोल के ही सिंहपुर रोड में कियोस्क सेंटर चलाने वाले शशिकांत राजपूत को पकड़ा है. जो पैसे निकलवाता था और इनको पैसे दिलवाता था.