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माइक्रो फाइनेंस कंपनी से लोन दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी, तीन आरोपी गिरफ्तार

शहडोल में लोगों को लोन दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों के पास के पुलिस ने 800 आधार कार्ड की कॉपियां जब्त की हैं.

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Published : Jan 11, 2020, 6:06 PM IST

Police arrested the accused of cheating
ठगी के आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

शहडोल। माइक्रो फाइनेंस कंपनी से लोन दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपी लोगों को माइक्रोफाइनेंस कंपनी से लोन दिलाने के नाम पर असली दस्तावेज लेकर उसके फर्जी दस्तावेज बनाकर लोन के पैसे निकालते थे.

ठगी के आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार


आरोपी के घर से 700 से 800 आधार कार्ड की कॉपियां मिली हैं. वोटर आईडी कार्ड भी मिले हैं. अन्य आरोपियों के घर से लैपटॉप और फर्जी डॉक्यूमेंट तैयार करने वाली सारी चीजें मिली हैं. एसपी अनिल सिंह कुशवाह ने बताया कि 2 दिन पहले ग्राम गोरतरा नवलपुर की कई महिलाएं मामले की शिकायत करने पहुंचीं थी. जिसके बाद जिले की पुलिस सक्रिय हुई. एक टीम बनाई गई और रातों रात इस बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया गया. जिसमें तीन लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है.


अनिल सिंह कुशवाह ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि माईक्रो फाइनेंस कंपनियों से क्षेत्र के गरीब महिलाओं का स्व सहायता समूह बनाकर लोन दिलवाते थे. जिसके लिए आरोपी आधार कार्ड और वोटर आईडी कार्ड का इस्तेमाल करते थे. उस आधार कार्ड और वोटर आईडी के आधार पर लोन उनके एकाउंट में आता था. लेकिन उसका कुछ पैसा ही उन महिलाओं को मिलता था, बाकी पैसा वो अपने एकाउंट में ट्रांसफर कर लेता था.


महिलाओं की शिकायत पर तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जिसमें से एक लक्ष्मण पनिका जो फतेहपुर गांव का रहने वाला है. लोगों को पैसे फायनेंस कराता था और विकास द्विवेदी जो शहड़ोल पांडव का रहने वाला है. फर्जी आधार कार्ड तैयार करता था. वहीं तीसरा शहडोल के ही सिंहपुर रोड में कियोस्क सेंटर चलाने वाले शशिकांत राजपूत को पकड़ा है. जो पैसे निकलवाता था और इनको पैसे दिलवाता था.

शहडोल। माइक्रो फाइनेंस कंपनी से लोन दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपी लोगों को माइक्रोफाइनेंस कंपनी से लोन दिलाने के नाम पर असली दस्तावेज लेकर उसके फर्जी दस्तावेज बनाकर लोन के पैसे निकालते थे.

ठगी के आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार


आरोपी के घर से 700 से 800 आधार कार्ड की कॉपियां मिली हैं. वोटर आईडी कार्ड भी मिले हैं. अन्य आरोपियों के घर से लैपटॉप और फर्जी डॉक्यूमेंट तैयार करने वाली सारी चीजें मिली हैं. एसपी अनिल सिंह कुशवाह ने बताया कि 2 दिन पहले ग्राम गोरतरा नवलपुर की कई महिलाएं मामले की शिकायत करने पहुंचीं थी. जिसके बाद जिले की पुलिस सक्रिय हुई. एक टीम बनाई गई और रातों रात इस बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया गया. जिसमें तीन लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है.


अनिल सिंह कुशवाह ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि माईक्रो फाइनेंस कंपनियों से क्षेत्र के गरीब महिलाओं का स्व सहायता समूह बनाकर लोन दिलवाते थे. जिसके लिए आरोपी आधार कार्ड और वोटर आईडी कार्ड का इस्तेमाल करते थे. उस आधार कार्ड और वोटर आईडी के आधार पर लोन उनके एकाउंट में आता था. लेकिन उसका कुछ पैसा ही उन महिलाओं को मिलता था, बाकी पैसा वो अपने एकाउंट में ट्रांसफर कर लेता था.


महिलाओं की शिकायत पर तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जिसमें से एक लक्ष्मण पनिका जो फतेहपुर गांव का रहने वाला है. लोगों को पैसे फायनेंस कराता था और विकास द्विवेदी जो शहड़ोल पांडव का रहने वाला है. फर्जी आधार कार्ड तैयार करता था. वहीं तीसरा शहडोल के ही सिंहपुर रोड में कियोस्क सेंटर चलाने वाले शशिकांत राजपूत को पकड़ा है. जो पैसे निकलवाता था और इनको पैसे दिलवाता था.

Intro:नोट- वर्जन जिले के एसपी अनिल सिंह का है।

सावधान रहें, इस खबर को देखने के बाद आप भी हैरान रह जाएंगे, गरीब लोगों को ठगने वाले गिरोह का पुलिस ने किया पर्दाफाश

शहडोल- बदलते वक़्त के साथ अब अपराध के तरीके भी बदल रहे हैं, शहडोल पुलिस ने आज एक ऐसे ही गिरोह का पर्दाफाश किया है जो गरीबों को माइक्रोफाइनैंस कंपनी से लोन दिलाने की बात करते थे और फिर उनके असली दस्तावेज लेकर उसके फर्जी दस्तावेज बनाकर लोन के पैसे निकालते थे और रख लेते थे। घटना की शिकायत सोहागपुर थाने में दर्ज की गई है।

एसपी अनिल सिंह कुशवाह ने बताया कि 2 दिन पहले ग्राम गोरतरा नवलपुर की कई महिलाएं इस बात को लेकर शिकायत करने पहुंची। जिसके बाद जिले की पुलिस सक्रिय हुई एक टीम बनाई गई और रातों रात इस बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया गया। जिसमें तीन लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।


Body:बड़े गिरोह का पर्दाफाश

एसपी अनिल सिंह कुशवाह बताते हैं कि जिले में एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया गया है, जो माईक्रोफाइनैंस कंपनियों से क्षेत्र के गरीब महिलाओं का स्वसहायता समूह बनाकर के लोन दिलवाते थे और लोन दिलवाकर के उनके आधार कार्ड और वोटर आईडी कार्ड का इस्तेमाल करते थे उस आधार कार्ड और वोटर आईडी के आधार पर लोन उनके एकाउंट में आता था लेकिन उसका कुछ पैसा ही उन महिलाओं को मिलता था, बाकी पैसा वो अपने एकाउंट में ट्रांसफर कर लेता था। या जो भी कैश होता था पूरा निकलवाकर दो से तीन हज़ार रुपये दे देते थे, और बाकी पैसे का कहते थे कि लोन हम खुद पटा देंगे।

इस बात की शिकायत लेकर 40 से 50 महिलाएं आई थीं, जिन्होंने शिकायत की थी कि उन्हें लोन मिला ही नहीं और उन्हें लोन वसूली के नोटिस आ रहे हैं।

इस बेस पर हमने कार्रवाई की है इसमें तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिसमें से एक लक्ष्मण पनिका जो फतेहपुर गांव का रहने वाला है लोगों को पैसे फायनेंस कराता था, और एक दूसरा विकास द्विवेदी जो शहड़ोल पांडव का रहने वाला है फर्जी आधार कार्ड तैयार करता था आधार कार्ड से उसका नंबर फोटोशॉप से उसका नंबर बदल देता था बाकी फ़ोटो एड्रेस वही रहने देता था।

और तीसरा शहडोल के ही सिंहपुर रोड में कियोस्क सेंटर चलाने वाले शशिकांत राजपूत को पकड़ा है। जो पैसे निकलवाता था और इनको पैसे दिलवाता था।

अभी इसमें जांच जारी, होंगे और खुलासे

एसपी अनिल सिंह ने कहा है कि ये तो शुरुआती जांच में अभी आया है, इसमें अभी और इन्वेस्टिगेट कर रहे हैं कई और लोगों के नाम आ सकते हैं, इसमें माईक्रोफाइनैंस कंपनी के मैनेजर दूसरे कर्मचारियों की कितनी भूमिका है इसकी जांच भी की जा रही है।

आरोपियों के घर से मिले कई दस्तावेज

आरोपी लक्षमण पनिका के घर से 700 से 800 आधार कार्ड की कॉपियां मिली हैं। उसमें कई असली हैं कई नकली हैं कुछ वोटर आईडी कार्ड भी मिले हैं। अन्य आरोपियों के घर से लैपटॉप, और फर्जी डॉक्यूमेंट तैयार करने वाली सारी चीजें मिली हैं।

ऐसे करते थे फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल

एसपी अनिल सिंह कहते हैं कि जो माइक्रो फाइनेंस कम्पनियां है वो छोटा अमाउंट फाइनेंस करती हैं 20 से 40 हजार के करीब वो सिर्फ आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड की फ़ोटोकॉपी के अलावा कुछ नहीं मांगती हैं। उसका फायदा उठाकर ये गिरोह अपना काम करता था और फर्जी आधार का भी इस्तेमाल करता था।














Conclusion:अभी जांच जारी और हो सकते हैं खुलासे

एसपी अनिल सिंह कहते हैं कि इस मामले को लेकर थाना सोहागपुर में अपराध पंजीयन किया गया है।
अभी इसमें जांच जारी रहेगी और आगे कई और बड़े खुलासे होने की संभावना है।
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