शहडोल: शहडोल जिले के ज्यादातर जंगल बांधवगढ टाइगर रिजर्व से सटे हुए हैं. यहां जंगली जानवरों का मूवमेंट अक्सर देखा जाता है. पिछले कुछ दिनों से शहडोल संभागीय मुख्यालय से लगे घुनघुटी क्षेत्र में एक बाघ का मूवमेंट देखा गया था और आज बुधवार को घटना भी हो गई. जहां एक बाघ एक महिला को उठा ले गया और उसे मार डाला.
लकड़ी बीनने जंगल गईं थी महिलाएं
पूरा घटना घुनघुटी से लगे एनएच 43 पर स्थित मदारी ढाबा के पास की बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि जंगल में बुधवार को तीन से चार बजे के बीच अमेंलिहा गांव की लगभग डेढ़ दर्जन महिलाएं लकड़ी बीनने के लिए गई हुई थीं. इसी क्षेत्र में बीते कुछ दिनों से बाघ का मूवमेंट भी है, वन अमले की टीम भी मदारी ढाबे के पास ही मौजूद थी. वन अमले की टीम ने महिलाओं को अकेले जाने के लिए मना भी किया था. इसीलिए वो 15 के झुंड में एक साथ होकर जंगल में लकड़ी बीनने गई थी.
झुंड से अलग हुई महिला, बाघ ने किया हमला
हाईवे से करीब 1 किलोमीटर अंदर जाने के बाद घने जंगल में लकड़ी बीनने पहुंच गईं. अमेलिहा गांव की ही रहने वाली एक महिला झुंड से अलग हो गईं. वहीं झाड़ियों में छिपकर घात लगाए बैठे बाघ ने महिला पर हमला बोल दिया. जैसे ही उस महिला की चीख दूसरी महिलाओं ने सुनी एक साथ होकर हल्ला मचाते हुए सभी महिलाओं ने उसी ओर दौड़ लगा दी. भीड़ को अपनी ओर आता देख और हल्ला सुनते ही बाघ ने पहले उस महिला को घसीटा और फिर छोड़कर भाग गया.
वन विभाग ने दी जंगल न जाने की हिदायत
अधिकारियों ने बताया कि, लगभग 15 के लगभग महिलाएं लकड़ी बीनने गई थीं. इस दौरान महिलाओं को एक साथ रहने की वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों ने घटना से कुछ देर पहले ही हिदायत भी दी थी. घटना की सूचना मिलते ही वन अमले के अधिकारी तत्काल घटना स्थल पर पहुंचे, और महिला को स्थानीय चिकित्सालय ले जाया गया. जहां डॉक्टर्स ने महिला को मृत घोषित कर दिया.
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वन विभाग करवा रहा मुनादी
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर घुनघुटी वन परिक्षेत्र के रेंजर अर्जुन सिंह बाजवा का कहना है कि, ''एक महिला को बाघ ले गया है, जिसकी मौत हो गई है. हम लोगों को लगातार समझाइश दे रहे हैं, की जंगल में ना जाएं, इसके लिए मुनादी भी कराई जा रही है. लोगों को बताया भी जा रहा है, और उनसे अपील की जा रही है कि इस क्षेत्र में बाघ का मूवमेंट है, देर रात घर से ना निकलें और जंगल की ओर न जाएं.''