शहडोल। किसान आक्रोश आंदोलन के लिए बीजेपी के कई नेता जिला मुख्यालय के जयस्तम्भ चौक पर जुटे, लेकिन वहां पहुंचते ही पता लगा कि कलेक्टर ने आंदोलन के लिए परमिशन नहीं दी है. जिला कलेक्टर पर आक्रोश जताते हुए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर और जिला प्रशासन के खिलाफ ही नारेबाजी शुरु कर दी.
किसान आक्रोश आंदोलन की नहीं मिली परमिशन, बीजेपी ने प्रशासन पर निकाला गुस्सा
बीजेपी को प्रदर्शन की अनुमति नहीं मिलने के बाद बीजेपी के सभी कार्यकर्ता एकजुट हुए जयस्तम्भ चौक पर ही जमकर नारेबाजी करने लगे और फिर बिजली बिल जलाकर विरोध जताया.
शहडोल में किसान आक्रोश आंदोलन की नहीं मिली परमीशन
शहडोल। किसान आक्रोश आंदोलन के लिए बीजेपी के कई नेता जिला मुख्यालय के जयस्तम्भ चौक पर जुटे, लेकिन वहां पहुंचते ही पता लगा कि कलेक्टर ने आंदोलन के लिए परमिशन नहीं दी है. जिला कलेक्टर पर आक्रोश जताते हुए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर और जिला प्रशासन के खिलाफ ही नारेबाजी शुरु कर दी.
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इस स्लग में दो वर्जन है पहला वर्जन अरविंद सिंह भदौरिया का है जो बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष है। इसके बाद दूसरा वर्जन बीजेपी के जिलाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह छावड़ा का है।
mp_sha_01_bjp_pradarshan_raw_ 7203529 इसमें विसुअल है।
यहां किसान आक्रोश आंदोलन के लिये नहीं मिली परमीशन, जानिए फिर बीजेपी नेताओं ने क्या किया ?
शहडोल- शहडोल जिला मुख्यालय में आज बीजेपी ने किसान आक्रोश आंदोलन की तैयारी की थी, उस आंदोलन को लीड करने के लिए बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद सिंह भदौरिया भी पहुँचे हुए थे लेकिन बीजेपी को प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं मिली जिसके बाद बीजेपी नेताओं ने कलेक्टर की भी घोर निंदा की और कुछ इस अंदाज में अपना प्रदर्शन किया।
Body:कमलनाथ और कलेक्टर के खिलाफ लगे नारे
किसान आक्रोश आंदोलन के लिए बीजेपी के कई नेता आज जिला मुख्यालय के जयस्तम्भ चौक में जुटे लेकिन वहां पहुँचते ही पता लगा की कलेक्टर ने आंदोलन के लिए परमीशन नहीं दी है, जिला अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह छाबड़ा ने कलेक्टर पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब अनुपपुर बाजू के जिले में प्रदर्शन के लिए परमीशन मिल सकती है तो फिर शहडोल को क्यों नहीं।
लोकतंत्र की हत्या है- अरविंद भदौरिया
किसान आक्रोश आंदोलन को लीड करने आये बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद सिंह भदौरिया ने कहा है कि ये लोकतंत्र की हत्या है, किसान आंदोलन के लिए प्रदेश में हर जगह अनुमति मिली लेकिन शहडोल में नहीं मिली, अरविंद भदौरिया ने कलेक्टर को कहा कि हर जगह माइक और टेंट लगाने की अनुमति दे दी गई है लेकिन यहां कलेक्टर ने अनुमति नही दी, कलेक्टर डरता है। क्योंकि यहां तीनों सीट में बीजेपी है, दिमाग से षड्यंत्रकारी करके यहां भेजा गया है। इसलिए अनुमति नहीं दी गई है। बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद भदौरिया ने कलेक्टर की घोर निंदा की है।
बीजेपी के अरविंद भदौरिया ने कहा शिवराज सरकार में किसी को भी आंदोलन करने से कभी नहीं रोका गया, अगर जनता की आवाज आंदोलन के माध्यम से नहीं उठाएंगे तो किस माध्यम से उठाएंगे।
Conclusion:जमकर लगे नारे, बिजली बिल जलाकर किया विरोध
बीजेपी को प्रदर्शन की अनुमति नहीं मिलने के बाद बीजेपी के सभी कार्यकर्ता एकजुट हुए जयस्तम्भ चौक में ही जमकर नारेबाजी की और फिर एकजुट होकर बिजली बिल जलाकर विरोध जताया और फिर सभी कार्यकर्ता एक साथ मिलकर नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट कार्यलय की ओर बढ़े, जिन्हें कलेक्टरेट कार्यालय के गेट में ही रोक दिया गया।
सुरक्षा के रहे कड़े इंतजाम
कलेक्टरेट कार्यलय में चप्पे चप्पे में पुलिस बल तैनात रही भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रही।
इस स्लग में दो वर्जन है पहला वर्जन अरविंद सिंह भदौरिया का है जो बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष है। इसके बाद दूसरा वर्जन बीजेपी के जिलाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह छावड़ा का है।
mp_sha_01_bjp_pradarshan_raw_ 7203529 इसमें विसुअल है।
यहां किसान आक्रोश आंदोलन के लिये नहीं मिली परमीशन, जानिए फिर बीजेपी नेताओं ने क्या किया ?
शहडोल- शहडोल जिला मुख्यालय में आज बीजेपी ने किसान आक्रोश आंदोलन की तैयारी की थी, उस आंदोलन को लीड करने के लिए बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद सिंह भदौरिया भी पहुँचे हुए थे लेकिन बीजेपी को प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं मिली जिसके बाद बीजेपी नेताओं ने कलेक्टर की भी घोर निंदा की और कुछ इस अंदाज में अपना प्रदर्शन किया।
Body:कमलनाथ और कलेक्टर के खिलाफ लगे नारे
किसान आक्रोश आंदोलन के लिए बीजेपी के कई नेता आज जिला मुख्यालय के जयस्तम्भ चौक में जुटे लेकिन वहां पहुँचते ही पता लगा की कलेक्टर ने आंदोलन के लिए परमीशन नहीं दी है, जिला अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह छाबड़ा ने कलेक्टर पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब अनुपपुर बाजू के जिले में प्रदर्शन के लिए परमीशन मिल सकती है तो फिर शहडोल को क्यों नहीं।
लोकतंत्र की हत्या है- अरविंद भदौरिया
किसान आक्रोश आंदोलन को लीड करने आये बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद सिंह भदौरिया ने कहा है कि ये लोकतंत्र की हत्या है, किसान आंदोलन के लिए प्रदेश में हर जगह अनुमति मिली लेकिन शहडोल में नहीं मिली, अरविंद भदौरिया ने कलेक्टर को कहा कि हर जगह माइक और टेंट लगाने की अनुमति दे दी गई है लेकिन यहां कलेक्टर ने अनुमति नही दी, कलेक्टर डरता है। क्योंकि यहां तीनों सीट में बीजेपी है, दिमाग से षड्यंत्रकारी करके यहां भेजा गया है। इसलिए अनुमति नहीं दी गई है। बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद भदौरिया ने कलेक्टर की घोर निंदा की है।
बीजेपी के अरविंद भदौरिया ने कहा शिवराज सरकार में किसी को भी आंदोलन करने से कभी नहीं रोका गया, अगर जनता की आवाज आंदोलन के माध्यम से नहीं उठाएंगे तो किस माध्यम से उठाएंगे।
Conclusion:जमकर लगे नारे, बिजली बिल जलाकर किया विरोध
बीजेपी को प्रदर्शन की अनुमति नहीं मिलने के बाद बीजेपी के सभी कार्यकर्ता एकजुट हुए जयस्तम्भ चौक में ही जमकर नारेबाजी की और फिर एकजुट होकर बिजली बिल जलाकर विरोध जताया और फिर सभी कार्यकर्ता एक साथ मिलकर नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट कार्यलय की ओर बढ़े, जिन्हें कलेक्टरेट कार्यालय के गेट में ही रोक दिया गया।
सुरक्षा के रहे कड़े इंतजाम
कलेक्टरेट कार्यलय में चप्पे चप्पे में पुलिस बल तैनात रही भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रही।