शहडोल। जिले में 20 करोड़ की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हो गया है, यह गिरोह सीधे-साधे लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाता था. अलग-अलग बैंकों से लोन स्वीकृत कराकर ये गिरोह भोले भाले लोगों से करीब 20 करोड़ रुपए की ठगी कर चुका था और फरार होने की फिराक में था. उससे पहले ही कोतवाली पुलिस जैसे ही इस मामले की शिकायत मिली पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए इस गिरोह का पर्दाफाश कर दिया.
ऐसे देते थे घटना को अंजाम
आम आदमी के लिए बैंक से लोन लेना काफी कठिन काम है, गिरोह इसी जटिल प्रक्रिया का फायदा उठाता था और लोन स्वीकृत कराकर उसे अपने कमाई का जरिया बनाता था. बीते 28 सितंबर को ही भठिया गांव का रहने वाले बालकरण बैगा ने कोतवाली थाने में आकर इस बात की लिखित शिकायत की थी कि अमित कुमार जैन उसकी पत्नी योगिता जैन, अनूप कुमार शर्मा, अजय सेन, रावेंन्द्र कुमार सेन, रोहित उर्फ मनीष सेन फरियादी के साथ गलत तरीके से कई अलग-अलग बैंकों से लोन स्वीकृत कराकर लोन से प्राप्त राशि को खुद ही हड़प लिया.
इसके साथ ही कई और फरियादियों से भी पुलिस को इसी तरह की शिकायतें मिली थी, इन सभी शिकायतों को ध्यान में रखते हुए पुलिस इसकी जांच में जुट गई. थाना कोतवाली में 10 आवेदकों की ओर से किए गए शिकायत के आधार पर तीन आपराधिक प्रकरण दर्ज किए गए, इसके अलावा थाना सोहागपुर और थाना सिंहपुर में भी एफआईआर दर्ज की गई है. अभी तक की विवेचना में 6 आरोपियों के खिलाफ करोड़ों की धोखाधड़ी के सबूत सामने आए हैं.
सभी आरोपियों ने ग्रामीण क्षेत्रों में पदस्थ आदिवासी शिक्षकों से अगल-अलग तरीकों से ठगकर पैसे हड़पे हैं, जिसमें जमीन, शादी ब्याह, बीमारी, पुराना कर्ज पटाने बड़े व्यवसाय में निवेश करने, वाहन खरीदने के नाम पर आसानी से लोन उपलब्ध कराने का लालच देकर लाखों रुपए के बैंक लोन स्वीकृत कराये जा रहे थे. इतना ही नहीं लोन स्वीकृत कराते समय आवेदक से ब्लैंक चेक में हस्ताक्षर भी कराकर आरोपी अपने पास रख लेते थे, और जैसे ही लोन स्वीकृत होता था आरोपी उसे तुरंत नगद या अन्य अपने खातों में ट्रांसफर कर लेते थे.
वहीं जिनके साथ धोखा हुआ रहता था जबतक की वो समझते आरोपी उनके साथ गाली गलौज करने लगते थे, और उन्हें झूठे केस में फंसाने की धमकी देते थे. जिसके बाद आदिवासी भोले भाले लोग डर जाते थे और शिकायत नहीं करते थे लेकिन अब जब शिकायत हुई तो इन आरोपियों का खुलासा हुआ. जिसके बाद अमित जैन सहित सभी आरोपी करोड़ों का लोन हड़प कर शहडोल छोड़कर अन्यत्र देश से बाहर जाने की तैयारी में थे, बैंक लोन राशियों के हेर फेर के लिए फर्जी फर्म रजिस्ट्रीकृत करा रखी थी.