इंदौर : देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (DAVV) के विद्यार्थियों को मार्कशीट के लिए 300 रुपये, डिग्री के लिए 500 रुपये चुकाना होंगे. इसके अलावा डीएवीवी ने माइग्रेशन प्रोविजनल सर्टिफिकेट ट्रांसक्रिप्ट सहित अन्य दस्तावेजों के शुल्क में भी बढ़ोतरी की है. इस बारे में विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि कई सालों बाद फीस बढ़ाई गई है. फिर भी ये अन्य विश्विद्यालयों से कम है.
अर्जेंट दस्तावेज के लिए देनी होगी अतिरिक्त राशि
डीएवीवी प्रशासन का कहना है कि देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा कोरोना सहित अन्य कई कारणों के चलते लंबे समय से यह शुल्क वृद्धि रोकी गई थी. लेकिन अब डीएवीवी के पास ढेरों स्टूडेंट्स ऐसे आ रहे हैं जिन्हें अर्जेंट में मार्कशीट, डिग्री की आवश्यकता होती है. ऐसे में डीएवीवी को शुल्क बढ़ाने का निर्णय लेना पड़ा. इसके तहत डीएवीवी 3 कार्य दिवस में अर्जेंट श्रेणी की डिग्री, मार्कशीट बनाकर देगी. अर्जेंट में डिग्री चाहने वालों को 500 रुपये के शुल्क के अलावा 1000 रुपये अतिरिक्त शुल्क देना होगा. वहीं सामान्य प्रक्रिया में यह काम 12 से 15 दिनों में होगा.
डीएवीवी में कई सुविधाएं ऑनलाइन
डीएवीवी का कहना है कि अन्य विश्वविद्यालयों की तुलना में डीएवीवी का यह शुल्क काफी कम है. इसलिए बच्चों पर ज्यादा आर्थिक भार नहीं आएगा. वहीं विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा किए गए बदलाव में नए निर्णय के तहत मार्कशीट, डिग्री, माइग्रेशन प्रोविजनल सर्टिफिकेट की दूसरी कॉपी के आवेदन के साथ एफिडेविट की अनिवार्यता भी रखी है. साथ ही विश्वविद्यालय में कई सुविधाओं को ऑनलाइन भी किया गया है, ताकि आवेदन की प्रक्रिया घर बैठे की जा सके.
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ये है हर दस्तावेज पर शुल्क का ब्यौरा
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय या इससे संबद्धता प्राप्त महाविद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों को अब डिग्री, माइग्रेशन और अंकसूची के लिए अब ज्यादा शुल्क का भुगतान करना पड़ेगा. मार्कशीट का शुल्क 100 रुपये से बढ़ाकर 300 रुपये, डिग्री शुल्क 300 से बढ़ाकर 500 रुपये, द्वितीय उपाधि शुल्क 1000 रुपये, ट्रांस्क्रिप्ट की पहली कॉपी का 1000 रुपये जबकि दूसरी सहित अन्य कॉपियों के लिए 500 रुपये कर दिया है. यह शुल्क वृद्धि लागू कर दी गई है. डीएवीवी के असिस्टेंट रजिस्ट्रार डॉ. विष्णु नारायण मिश्रा ने दावा किया "अन्य विश्वविद्यालयों की तुलना में शुल्क अभी भी कम है."