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शहडोल मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की मौत, जिम्मेदार कौन ?

शहडोल मेडिकल कॉलेज में देर रात ऑक्सीजन की कमी से कई मरीजों की मौत हो गई है. अपर कलेक्टर का कहना है कि कुल 12 कोरोना मरीजों की मौतें हुई, जबकि मेडिकल कॉलेज के डीन का कहना है कि कुल छह मौतें हुई है. वहीं कलेक्टर और स्वास्थ्य मंत्री तो ऑक्सीजन की कमी होने से इनकार कर रहे हैं.

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Published : Apr 18, 2021, 1:56 PM IST

Updated : Apr 18, 2021, 3:48 PM IST

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जिम्मेदार कौन ?

शहडोल। शहडोल मेडिकल कॉलेज एक बार फिर से सुर्खियों में है. वजह है ऑक्सीजन की कमी से हुई कई कोरोना मरीजों की मौत. मेडिकल कॉलेज में उस वक्त अफरा- तफरी का माहौल निर्मित हो गया, जब आईसीयू में ऑक्सीजन की सप्लाई खत्म होने से कुल 12 मरीजों की मौत हो गई. मेडिकल कॉलेज के डीन के मुताबिक, आईसीयू में देर रात छह कोरोना मरीजों की मौत हुई. जिन मरीजों की मौत हुई है, वो सभी आईसीयू में थे, जबकि अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा ने बताया कि 12 मरीजों की मौत हुई है.

  • डीन ने कहा- छह की मौत

मेडिकल कॉलेज के डीन मिलिंद शिरालकर ने कहा कि हमारे यहां जो लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट लगा हुआ है. वो खत्म हो रहा था. इसकी आपूर्ति के लिए डिमांड भी की गई थी. पहले ऑक्सीजन शाम को आना था, लेकिन बाद में बताया गया कि रात में दो बजे आएगा. ऐसे करते-करते काफी टाइम हो गया. देर रात बची-कुची ऑक्सीजन भी खत्म हो गई. इसकी वजह से छह मरीजों ने दम तोड़ दिया. हालांकि, इस पर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता, क्योंकि ऑटोमेटिक तरीके से सभी बेड पर एक साथ ऑक्सीजन जाता है. करीब 100 से अधिक मरीजों को ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है.

मौत का जिम्मेदार कौन ?
  • टैंक में ऑक्सीजन की प्रेशर में आई कमी

इस पूरे मामले को लेकर डीन मिलिंद शिरालकर का कहना है कि मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की सप्लाई लिक्विड प्रेशर टैंक से होती है, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक तरीके से ऑटोमेटिक टैंक से डायरेक्ट सप्लाई की जाती है. मेडिकल कॉलेज में लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिसकी वजह से टैंक में प्रेशर कम हो गया है.

  • अपर कलेक्टर ने कहा- 12 की मौत

इस पूरे घटनाक्रम को लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे अपर कलेक्टर ने कहा कि ऐसा नहीं है कि ऑक्सीजन की कमी है. ऑक्सीजन का प्रेशर डाउन जरूर हुआ है, तो सिलेंडर के माध्यम से लगातार ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है. थोड़ा पैनिक क्रीएट हो जाता है, जब इस तरह की खबरें सामने आती हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले में कुल 12 मरीजों की मौत हुई है.

  • स्वास्थ्य मंत्री, कलेक्टर ने ऑक्सीजन की कमी को नकारा

इधर हंगामा बढ़ने के बाद स्वास्थ्य मंत्री और कलेक्टर ने ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौत होने से तो इनकार कर दिया, साथ ही शहडोल मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी होने से भी इनकार कर दिया. शहडोल कलेक्टर ने ट्वीट कर ऑक्सीजन की कमी होने से इनकार किया. बाद में स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने भी इसे रिट्वीट किया और ऑक्सीजन की कमी से मौत होने के आरोपों को निराधार बताया.

  • .@dmshahdol श्री सतेन्द्र सिंह ने शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में मरीजों की मृत्यु के संबंध में बताया कि मरीजों की मृत्यु ऑक्सीजन आपूर्ति की कमी से नहीं हुई है। इसकी आपूर्ति निर्बाध है। जिन मरीजों की मृत्यु हुई है वह गंभीर (Critical) तथा सह-रूग्णता (Comorbidity) से ग्रसित थे। https://t.co/K7IbeUG5Hh

    — Jansampark MP (@JansamparkMP) April 18, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
  • परिजनों ने लगाए लापरवाही के आरोप

इस पूरे घटनाक्रम को लेकर परिजनों में ज्यादा रोष है. मेडिकल कॉलेज में ही रोते बिलखते नजर आ रहे परिजन जहां एक ओर कह रहे हैं कि वो मरीजों को रात में ठीक कंडीशन में छोड़कर गए थे, लेकिन सुबह होते ही ये मौत का तांडव देखने को मिला. पता चला कि अब हमारे अपने नहीं रहे. आखिर ये किसकी गलती. परिजन ने कहा कि सुबह होते ही ऑक्सीजन की कमी और प्रशासन की लापरवाही की वजह से उनके अपने उन्हें छोड़कर चले गए.

  • विश्वास सारंग ने जांच कराने की कही बात

चिकित्सा मंत्री विश्वास सारंग ने ट्वीट कर लिखा कि 'हमने स्वयं वहां के प्रशासन से बात की है. उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी की मृत्यु नहीं हुई है. जिनकी मृत्यु हुई है वो बहुत गंभीर रूप से बीमार थे.' वहीं विश्वास सारंग ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच कराई जायेगी.

चिकित्सा मंत्री विश्वास सारंग
  • पूरे संभाग से आते हैं कोरोना मरीज

गौरतलब है कि, जिले में कोरोना का कहर लगातार जारी है. बीते शनिवार को 216 नए कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए, जिसके बाद पूरे शहर में एक्टिव केस की संख्या 1,163 हो गई है. होम आइसोलेशन में 1000 लोग इलाज करा रहे है. वहीं मेडिकल कॉलेज में संभाग भर से कोरोना मरीज इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं.

शहडोल में ऑक्सीजन की कमी से 12 मरीजों की मौत: अपर कलेक्टर

  • ऑक्सीजन की कमी से पांच जिंदगियां हुई थी खत्म

उज्जैन के माधवनगर के अस्पताल में पांच मरीजों ने दम तोड़ दिया था. मृतक के परिजनों का कहना था कि ऑक्सीजन की कमी के कारण ये मौत हुई, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी से यहां कोई मौत नहीं हुई थी. मरने वालों में कोई भी कोरोना पॉजिटिव नहीं था. इनकी मौत अन्य कारणों से हुई थी.

  • यहां भी हुई थी मौतें

ऑकसीजन की कमी से युवा कांग्रेस नेता आशीष तिवारी की मौत का मामला भी सामने आया था, जिसमें उनकी पत्नी नेहा तिवारी ने कई सवाल उठाए थे. मेडिकल कॉलेज प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा था कि मौत की वजह ऑक्सीजन नहीं मिलना है. बता दें कि, मृतक आशीष की मौत के करीब 10 दिन बाद नेहा तिवारी ने सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो भी अपलोड किया था.

  • MP में लगातार दूसरे दिन 11 हजार से ज्यादा मामले

प्रदेश में शनिवार को 11269 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, संक्रमितों की संख्या 3,95,832 हो गई है. शनिवार को कोरोना संक्रमित 66 मरीज की मौत हुई है, मरीजों की मौत का आंकड़ा बढ़कर 4,491 हो गया है. आज 6497 संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं. अब तक प्रदेश में 3,27,452 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं, जबकि 63,889 मरीज एक्टिव हैं.

  • इंदौर में कोरोना की स्थिति

इंदौर में शनिवार को 1656 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जिसके बाद संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 87,625 हो गई है. इंदौर में शनिवार को 7 कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हुई है. अब तक जिले में 1040 मरीजों की मौत हो चुकी है, जबकि शुक्रवार को 892 मरीज कोरोना से जंग जीतकर घर लौटे हैं. जिले भर में अब तक 75,980 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. जबकि 10,605 कोरोना मरीज एक्टिव हैं.

  • भोपाल में कोरोना की स्थिति

राजधानी भोपाल में शुक्रवार को 1669 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जिसके बाद संक्रमितों की संख्या 66,891 हो गई है. शनिवार को एक कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हुई है, राजधानी में शुक्रवार तक कुल 671 मरीज कोरोना संक्रमण की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं. वहीं शनिवार को कुल 1184 मरीज कोरोना से जंग जीतकर घर लौटे हैं. भोपाल में अब तक 57,681 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. जबकि 8539 कोरोना मरीज अब भी एक्टिव हैं.

  • ग्वालियर में कोरोना की स्थिति

ग्वालियर में शनिवार को 985 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जिसके बाद संक्रमितों की संख्या 23,833 हो गई है. ग्वालियर में पांच कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है, ग्वालियर में शनिवार तक कुल 273 मरीज कोरोना संक्रमण की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं. वहीं शनिवार को कुल 348 मरीज कोरोना से जंग जीतकर घर लौटे हैं. ग्वालियर में अब तक 18,430 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. जबकि 5130 कोरोना मरीज अब भी एक्टिव हैं.

  • जबलपुर में कोरोना की स्थिति

जबलपुर में शनिवार को 798 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जिसके बाद संक्रमितों की संख्या 25,744 हो गई है. शनिवार को सात कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हुई है, जबलपुर में शुक्रवार तक कुल 318 मरीज कोरोना संक्रमण की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं. वहीं शनिवार को कुल 575 मरीज कोरोना से जंग जीतकर घर लौटे हैं. जबलपुर में अब तक 21,217 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. जबकि 4209 कोरोना मरीज अब भी एक्टिव हैं.

शहडोल। शहडोल मेडिकल कॉलेज एक बार फिर से सुर्खियों में है. वजह है ऑक्सीजन की कमी से हुई कई कोरोना मरीजों की मौत. मेडिकल कॉलेज में उस वक्त अफरा- तफरी का माहौल निर्मित हो गया, जब आईसीयू में ऑक्सीजन की सप्लाई खत्म होने से कुल 12 मरीजों की मौत हो गई. मेडिकल कॉलेज के डीन के मुताबिक, आईसीयू में देर रात छह कोरोना मरीजों की मौत हुई. जिन मरीजों की मौत हुई है, वो सभी आईसीयू में थे, जबकि अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा ने बताया कि 12 मरीजों की मौत हुई है.

  • डीन ने कहा- छह की मौत

मेडिकल कॉलेज के डीन मिलिंद शिरालकर ने कहा कि हमारे यहां जो लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट लगा हुआ है. वो खत्म हो रहा था. इसकी आपूर्ति के लिए डिमांड भी की गई थी. पहले ऑक्सीजन शाम को आना था, लेकिन बाद में बताया गया कि रात में दो बजे आएगा. ऐसे करते-करते काफी टाइम हो गया. देर रात बची-कुची ऑक्सीजन भी खत्म हो गई. इसकी वजह से छह मरीजों ने दम तोड़ दिया. हालांकि, इस पर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता, क्योंकि ऑटोमेटिक तरीके से सभी बेड पर एक साथ ऑक्सीजन जाता है. करीब 100 से अधिक मरीजों को ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है.

मौत का जिम्मेदार कौन ?
  • टैंक में ऑक्सीजन की प्रेशर में आई कमी

इस पूरे मामले को लेकर डीन मिलिंद शिरालकर का कहना है कि मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की सप्लाई लिक्विड प्रेशर टैंक से होती है, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक तरीके से ऑटोमेटिक टैंक से डायरेक्ट सप्लाई की जाती है. मेडिकल कॉलेज में लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिसकी वजह से टैंक में प्रेशर कम हो गया है.

  • अपर कलेक्टर ने कहा- 12 की मौत

इस पूरे घटनाक्रम को लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे अपर कलेक्टर ने कहा कि ऐसा नहीं है कि ऑक्सीजन की कमी है. ऑक्सीजन का प्रेशर डाउन जरूर हुआ है, तो सिलेंडर के माध्यम से लगातार ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है. थोड़ा पैनिक क्रीएट हो जाता है, जब इस तरह की खबरें सामने आती हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले में कुल 12 मरीजों की मौत हुई है.

  • स्वास्थ्य मंत्री, कलेक्टर ने ऑक्सीजन की कमी को नकारा

इधर हंगामा बढ़ने के बाद स्वास्थ्य मंत्री और कलेक्टर ने ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौत होने से तो इनकार कर दिया, साथ ही शहडोल मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी होने से भी इनकार कर दिया. शहडोल कलेक्टर ने ट्वीट कर ऑक्सीजन की कमी होने से इनकार किया. बाद में स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने भी इसे रिट्वीट किया और ऑक्सीजन की कमी से मौत होने के आरोपों को निराधार बताया.

  • .@dmshahdol श्री सतेन्द्र सिंह ने शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में मरीजों की मृत्यु के संबंध में बताया कि मरीजों की मृत्यु ऑक्सीजन आपूर्ति की कमी से नहीं हुई है। इसकी आपूर्ति निर्बाध है। जिन मरीजों की मृत्यु हुई है वह गंभीर (Critical) तथा सह-रूग्णता (Comorbidity) से ग्रसित थे। https://t.co/K7IbeUG5Hh

    — Jansampark MP (@JansamparkMP) April 18, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
  • परिजनों ने लगाए लापरवाही के आरोप

इस पूरे घटनाक्रम को लेकर परिजनों में ज्यादा रोष है. मेडिकल कॉलेज में ही रोते बिलखते नजर आ रहे परिजन जहां एक ओर कह रहे हैं कि वो मरीजों को रात में ठीक कंडीशन में छोड़कर गए थे, लेकिन सुबह होते ही ये मौत का तांडव देखने को मिला. पता चला कि अब हमारे अपने नहीं रहे. आखिर ये किसकी गलती. परिजन ने कहा कि सुबह होते ही ऑक्सीजन की कमी और प्रशासन की लापरवाही की वजह से उनके अपने उन्हें छोड़कर चले गए.

  • विश्वास सारंग ने जांच कराने की कही बात

चिकित्सा मंत्री विश्वास सारंग ने ट्वीट कर लिखा कि 'हमने स्वयं वहां के प्रशासन से बात की है. उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी की मृत्यु नहीं हुई है. जिनकी मृत्यु हुई है वो बहुत गंभीर रूप से बीमार थे.' वहीं विश्वास सारंग ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच कराई जायेगी.

चिकित्सा मंत्री विश्वास सारंग
  • पूरे संभाग से आते हैं कोरोना मरीज

गौरतलब है कि, जिले में कोरोना का कहर लगातार जारी है. बीते शनिवार को 216 नए कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए, जिसके बाद पूरे शहर में एक्टिव केस की संख्या 1,163 हो गई है. होम आइसोलेशन में 1000 लोग इलाज करा रहे है. वहीं मेडिकल कॉलेज में संभाग भर से कोरोना मरीज इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं.

शहडोल में ऑक्सीजन की कमी से 12 मरीजों की मौत: अपर कलेक्टर

  • ऑक्सीजन की कमी से पांच जिंदगियां हुई थी खत्म

उज्जैन के माधवनगर के अस्पताल में पांच मरीजों ने दम तोड़ दिया था. मृतक के परिजनों का कहना था कि ऑक्सीजन की कमी के कारण ये मौत हुई, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी से यहां कोई मौत नहीं हुई थी. मरने वालों में कोई भी कोरोना पॉजिटिव नहीं था. इनकी मौत अन्य कारणों से हुई थी.

  • यहां भी हुई थी मौतें

ऑकसीजन की कमी से युवा कांग्रेस नेता आशीष तिवारी की मौत का मामला भी सामने आया था, जिसमें उनकी पत्नी नेहा तिवारी ने कई सवाल उठाए थे. मेडिकल कॉलेज प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा था कि मौत की वजह ऑक्सीजन नहीं मिलना है. बता दें कि, मृतक आशीष की मौत के करीब 10 दिन बाद नेहा तिवारी ने सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो भी अपलोड किया था.

  • MP में लगातार दूसरे दिन 11 हजार से ज्यादा मामले

प्रदेश में शनिवार को 11269 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, संक्रमितों की संख्या 3,95,832 हो गई है. शनिवार को कोरोना संक्रमित 66 मरीज की मौत हुई है, मरीजों की मौत का आंकड़ा बढ़कर 4,491 हो गया है. आज 6497 संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं. अब तक प्रदेश में 3,27,452 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं, जबकि 63,889 मरीज एक्टिव हैं.

  • इंदौर में कोरोना की स्थिति

इंदौर में शनिवार को 1656 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जिसके बाद संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 87,625 हो गई है. इंदौर में शनिवार को 7 कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हुई है. अब तक जिले में 1040 मरीजों की मौत हो चुकी है, जबकि शुक्रवार को 892 मरीज कोरोना से जंग जीतकर घर लौटे हैं. जिले भर में अब तक 75,980 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. जबकि 10,605 कोरोना मरीज एक्टिव हैं.

  • भोपाल में कोरोना की स्थिति

राजधानी भोपाल में शुक्रवार को 1669 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जिसके बाद संक्रमितों की संख्या 66,891 हो गई है. शनिवार को एक कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हुई है, राजधानी में शुक्रवार तक कुल 671 मरीज कोरोना संक्रमण की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं. वहीं शनिवार को कुल 1184 मरीज कोरोना से जंग जीतकर घर लौटे हैं. भोपाल में अब तक 57,681 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. जबकि 8539 कोरोना मरीज अब भी एक्टिव हैं.

  • ग्वालियर में कोरोना की स्थिति

ग्वालियर में शनिवार को 985 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जिसके बाद संक्रमितों की संख्या 23,833 हो गई है. ग्वालियर में पांच कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है, ग्वालियर में शनिवार तक कुल 273 मरीज कोरोना संक्रमण की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं. वहीं शनिवार को कुल 348 मरीज कोरोना से जंग जीतकर घर लौटे हैं. ग्वालियर में अब तक 18,430 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. जबकि 5130 कोरोना मरीज अब भी एक्टिव हैं.

  • जबलपुर में कोरोना की स्थिति

जबलपुर में शनिवार को 798 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जिसके बाद संक्रमितों की संख्या 25,744 हो गई है. शनिवार को सात कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हुई है, जबलपुर में शुक्रवार तक कुल 318 मरीज कोरोना संक्रमण की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं. वहीं शनिवार को कुल 575 मरीज कोरोना से जंग जीतकर घर लौटे हैं. जबलपुर में अब तक 21,217 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. जबकि 4209 कोरोना मरीज अब भी एक्टिव हैं.

Last Updated : Apr 18, 2021, 3:48 PM IST
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