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Cricket की नर्सरी!  क्रिकेटर के लिए जरूरी है कंसिस्टेंसी, वेंकटेश अय्यर से हैं काफी उम्मीदेंः शांतनु पित्रे

शहडोल संभागीय मुख्यालय में दो दिन से मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) का टैलेंट सर्च चल रहा है, जिसमें 12 साल से 20 साल तक के बालक और बालिका वर्ग के ऐसे टैलेंट को ढूंढा जा रहा है, जो अद्भुत प्रतिभा के धनी हो, और जिन्हें MPCA बेहतर सुविधाएं देकर भविष्य के लिए तराश सके. टैलेंट सर्च में आये एमपीसीए सीनियर सिलेक्शन कमिटी के सदस्य शांतनु पित्रे से ईटीवी की खास बातचीत

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Published : Nov 6, 2021, 9:49 PM IST

Updated : Nov 6, 2021, 10:47 PM IST

Madhya Pradesh Cricket Association
एमपीसीए सीनियर सिलेक्शन कमिटी के सदस्य शांतनु पित्रे

शहडोल। शहडोल संभागीय मुख्यालय में दो दिन से मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) का टैलेंट सर्च चल रहा है, जिसमें 12 साल से 20 साल तक के बालक और बालिका वर्ग के ऐसे टैलेंट को ढूंढा जा रहा है, जो अद्भुत प्रतिभा के धनी हो, और जिन्हें Madhya Pradesh Cricket Association (MPCA) बेहतर सुविधाएं देकर भविष्य के लिए तराश सके. इस टैलेंट सर्च के सेलेक्शन के लिए शहडोल संभागीय मुख्यालय में दोनों दिन काफी संख्या में बच्चे आए. इस टैलेंट सर्च में खिलाड़ियों के चयन के लिए एमपीसीए सीनियर सिलेक्शन कमिटी के सदस्य शांतनु पित्रे, जूनियर सिलेक्शन कमेटी के मेंबर हमीदुल्लाह खान मामू, रणजी ट्रॉफी प्लेयर राजेश कनौजिया, महिला वर्ग जूनियर सिलेक्शन कमिटी की मेंबर लताभवालकर शहडोल पहुंचे हुए थे. एमपीसीए के सीनियर सिलेक्शन कमेटी के मेंबर शांतनु पित्रे से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की जिसमें उन्होंने न केवल इस टैलेंट सर्च के बारे में सब कुछ विस्तार से बताया, साथ ही मध्य प्रदेश रणजी टीम के बारे में भी कई खास बातें कहीं.

एमपीसीए सीनियर सिलेक्शन कमिटी के सदस्य शांतनु पित्रे

सवाल- क्या ये पहली बार हो रहा ?

जवाब- देखा जाए तो यह टैलेंट सर्च लगभग 4 साल के बाद हुआ है, क्योंकि 2 साल तो कोरोना की वजह से कुछ नहीं हो पाया. नहीं तो यह प्रक्रिया अक्सर की जाती थी, 2010 में ये शुरू हुआ था. ये जरूर है कि पहले इसका सिस्टम अलग था, यह जैसे 30-40 बच्चे हैं तो उसका थोड़ा क्राइटेरिया छोटा था. उसमें से जो अच्छे खेलते थे, उसमें 10 से 20 बच्चे जाते थे, जिन्हें इंदौर में जो ओरिजिनल एकेडमी है वहां के लिए भेजा जाता था और जो सिलेक्ट हो जाते थे, वो इंदौर के रेजिडेंशियल एकेडमी में वही रहते थे और एमपीसीए उनकी पढ़ाई और उनके खेल का पूरा खर्चा उठाती थी और जो बाकी बच्चे रहते थे उनके लिए यहां रीजनल एकेडमी में एक-एक महीने के कैंप लगाए जाते थे.

सवाल- ये किस तरह का टैलेंट सर्च चल रहा है ?

जवाब- ये हमारे प्रदेश के जितने भी संभाग हैं, मध्य प्रदेश के सभी संभागों में यह दो दिन की चयन प्रक्रिया है. बालक और बालिका वर्ग इसमें से संभाग के अंतर्गत जो जिले आते हैं उन सभी जिलों से जो बच्चे कभी कहीं कुछ नहीं खेले थे, उनका हमने कल सिलेक्शन रखा था और उसको भी हमने दो सेशन में किया था. एक सुबह का सेशन था, एक शाम का सेशन था और आज हमने ऐसे बच्चों को बुलाया था जो कहीं ना कहीं थोड़ा बहुत खेले हुए हैं, उनका चयन आज था तो वह थोड़ा इजी था, क्योंकि वह खेले हुए बच्चे दिख रहे थे तो रमे हुए थे. ये टैलेंट सर्च प्रदेश के सभी संभाग में चल रहा है.

सवाल- प्रदेश के युवा टैलेंट को देखते हुए, आने वाले समय में एमपी की रणजी टीम को कितना मजबूत देखते हैं ?

जवाब- देखिये मध्य प्रदेश की जो अभी टीम है वह काफी अच्छी टीम है. उसमें काफी युवा खिलाड़ी हैं, साथ में हमारी टीम में एक्सपीरियंस खिलाड़ी भी हैं. एक्सपीरियंस की बात करें तो ईश्वर पांडे के तौर पर हमारे पास बॉलिंग में अच्छा गेंदबाज है, अंकित शर्मा है जो कि 10-12 साल से जो कि लेफ्ट आर्म स्पिनर हैं वो खेल रहे हैं. इसके अलावा अपने शहडोल के ही कुमार कार्तिकेय लेग स्पिनर खेलते हैं वह भी अच्छे युवा स्पिनर हैं. इस बार आईपीएल की बात करें तो तीन खिलाड़ी आपने देखा होगा एक तो रजत पाटीदार जो कि सेकंड फेज में तो मौका नहीं मिला, लेकिन पहले फेज में उन्हें रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु की टीम से खेलने का मौका मिला था. हालांकि उनका प्रदर्शन औसत था बहुत अच्छा तो नहीं बोलूंगा लेकिन जिस तरह का उनका स्तर है, उसको देखते हुए औसत ही था. वेंकटेश अय्यर की बात करें तो अब तो उन्हें पूरा हिंदुस्तान जानता है. आवेश ने किस तरह से प्रदर्शन किया है उनकी गेंदबाजी से भी सभी परिचित है. आईपीएल तो अलग बात है, लेकिन डोमेस्टिक क्रिकेट में ये खिलाड़ी अब किस तरह का प्रदर्शन करते हैं, जैसे 4 तारीख से मुश्ताक अली ट्रॉफी शुरू होनी है. ये डोमेस्टिक T20 टूर्नामेंट है अगर इसी तरह कंसिस्टेंट प्रदर्शन यह लोग वहां भी करते हैं और एमपी की टीम जीतती है तो ऐसे खिलड़ियों को आगे और भी ज्यादा मौके मिलेंगे.

सवाल- आने वाले आईपीएल में एमपी के और खिलाड़ी नज़र आ सकते हैं क्या ?

जवाब- अभी तो हम रणजी ट्रॉफी टीम की बात कर रहे थे लेकिन जो हमारी लिस्ट ए की टीम है, उसमें हम कई ऐसे युवा गेंदबाज और बल्लेबाज देख सकते हैं जिनमें काफी टैलेंट हो सकता है. कुछ खिलाड़ी आपको रणजी ट्रॉफी टीम में भी आगे देखने को मिल जाएं, आईपीएल की जो चयन प्रक्रिया है वह रणजी ट्रॉफी के परफॉर्मेंस पर ही आती है. हो सकता है कि आपको आने वाले आइपीएल में एमपी के और खिलाड़ी दिख जाएं.

सवाल- वेंकटेश अय्यर के खेल को आप लोगो ने करीब से देखा है, क्या आने वाले समय में अय्यर टीम इंडिया के लिए अच्छे ऑल राउंडर बन सकते हैं ?

जवाब- वेंकटेश अय्यर की बात करेंगे तो आईपीएल में प्रदर्शन तो उनका सबको दिखा, लेकिन आईपीएल के पहले विजय हजारे ट्रॉफी जो कि हमारा डोमेस्टिक वनडे होता है वनडे मैच में 50 ओवर के अंदर पंजाब के खिलाफ जिसमें इंडिया के कई फास्ट बॉलर खेल रहे थे उन्होंने उस वनडे के मैच में 198 रन अकेले बनाये थे. जबकि पंजाब की अच्छी गेंदबाजी अटैक थी, सिद्धार्थ कौल और संदीप शर्मा जैसे गेंदबाज गेंदबाजी कर रहे थे. और मैं आज सिलेक्टर हूँ तो मेरे लिए तो आईपीएल से बड़ा परफॉर्मेंस वो था. मेरा मानना है कि इन खिलाड़ियों को कंसिस्टेंट प्रदर्शन करना पड़ेगा, क्योंकि आईपीएल एक अलग प्रेशर गेम होता है, और जो देश के लिए खेलना होता है वह अलग होता है.


सवाल- अय्यर की बल्लेबाज़ी से तो सभी परिचित हो गए, गेंदबाजी में क्या खूबी है ?

जवाब- अय्यर की गेंदबाजी की बात करें तो उनके पास दोनों तरह की गेंदबाजी है, वनडे के लिए उनके पास अच्छा चेंज ऑफ पेस है अच्छा यॉर्कर डालते हैं, और इसके अलावा जो 4 दिन या 5 दिन के डेज गेम रहते हैं उसके लिए भी उनके पास अच्छी लाइन लेंथ वाली गेंदबाजी है. काफी मेहनती खिलाड़ी हैं, मेहनत भी काफी करते हैं बैटिंग और बॉलिंग दोनों पर वह बहुत ज्यादा मेहनत करते हैं.

शहडोल। शहडोल संभागीय मुख्यालय में दो दिन से मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) का टैलेंट सर्च चल रहा है, जिसमें 12 साल से 20 साल तक के बालक और बालिका वर्ग के ऐसे टैलेंट को ढूंढा जा रहा है, जो अद्भुत प्रतिभा के धनी हो, और जिन्हें Madhya Pradesh Cricket Association (MPCA) बेहतर सुविधाएं देकर भविष्य के लिए तराश सके. इस टैलेंट सर्च के सेलेक्शन के लिए शहडोल संभागीय मुख्यालय में दोनों दिन काफी संख्या में बच्चे आए. इस टैलेंट सर्च में खिलाड़ियों के चयन के लिए एमपीसीए सीनियर सिलेक्शन कमिटी के सदस्य शांतनु पित्रे, जूनियर सिलेक्शन कमेटी के मेंबर हमीदुल्लाह खान मामू, रणजी ट्रॉफी प्लेयर राजेश कनौजिया, महिला वर्ग जूनियर सिलेक्शन कमिटी की मेंबर लताभवालकर शहडोल पहुंचे हुए थे. एमपीसीए के सीनियर सिलेक्शन कमेटी के मेंबर शांतनु पित्रे से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की जिसमें उन्होंने न केवल इस टैलेंट सर्च के बारे में सब कुछ विस्तार से बताया, साथ ही मध्य प्रदेश रणजी टीम के बारे में भी कई खास बातें कहीं.

एमपीसीए सीनियर सिलेक्शन कमिटी के सदस्य शांतनु पित्रे

सवाल- क्या ये पहली बार हो रहा ?

जवाब- देखा जाए तो यह टैलेंट सर्च लगभग 4 साल के बाद हुआ है, क्योंकि 2 साल तो कोरोना की वजह से कुछ नहीं हो पाया. नहीं तो यह प्रक्रिया अक्सर की जाती थी, 2010 में ये शुरू हुआ था. ये जरूर है कि पहले इसका सिस्टम अलग था, यह जैसे 30-40 बच्चे हैं तो उसका थोड़ा क्राइटेरिया छोटा था. उसमें से जो अच्छे खेलते थे, उसमें 10 से 20 बच्चे जाते थे, जिन्हें इंदौर में जो ओरिजिनल एकेडमी है वहां के लिए भेजा जाता था और जो सिलेक्ट हो जाते थे, वो इंदौर के रेजिडेंशियल एकेडमी में वही रहते थे और एमपीसीए उनकी पढ़ाई और उनके खेल का पूरा खर्चा उठाती थी और जो बाकी बच्चे रहते थे उनके लिए यहां रीजनल एकेडमी में एक-एक महीने के कैंप लगाए जाते थे.

सवाल- ये किस तरह का टैलेंट सर्च चल रहा है ?

जवाब- ये हमारे प्रदेश के जितने भी संभाग हैं, मध्य प्रदेश के सभी संभागों में यह दो दिन की चयन प्रक्रिया है. बालक और बालिका वर्ग इसमें से संभाग के अंतर्गत जो जिले आते हैं उन सभी जिलों से जो बच्चे कभी कहीं कुछ नहीं खेले थे, उनका हमने कल सिलेक्शन रखा था और उसको भी हमने दो सेशन में किया था. एक सुबह का सेशन था, एक शाम का सेशन था और आज हमने ऐसे बच्चों को बुलाया था जो कहीं ना कहीं थोड़ा बहुत खेले हुए हैं, उनका चयन आज था तो वह थोड़ा इजी था, क्योंकि वह खेले हुए बच्चे दिख रहे थे तो रमे हुए थे. ये टैलेंट सर्च प्रदेश के सभी संभाग में चल रहा है.

सवाल- प्रदेश के युवा टैलेंट को देखते हुए, आने वाले समय में एमपी की रणजी टीम को कितना मजबूत देखते हैं ?

जवाब- देखिये मध्य प्रदेश की जो अभी टीम है वह काफी अच्छी टीम है. उसमें काफी युवा खिलाड़ी हैं, साथ में हमारी टीम में एक्सपीरियंस खिलाड़ी भी हैं. एक्सपीरियंस की बात करें तो ईश्वर पांडे के तौर पर हमारे पास बॉलिंग में अच्छा गेंदबाज है, अंकित शर्मा है जो कि 10-12 साल से जो कि लेफ्ट आर्म स्पिनर हैं वो खेल रहे हैं. इसके अलावा अपने शहडोल के ही कुमार कार्तिकेय लेग स्पिनर खेलते हैं वह भी अच्छे युवा स्पिनर हैं. इस बार आईपीएल की बात करें तो तीन खिलाड़ी आपने देखा होगा एक तो रजत पाटीदार जो कि सेकंड फेज में तो मौका नहीं मिला, लेकिन पहले फेज में उन्हें रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु की टीम से खेलने का मौका मिला था. हालांकि उनका प्रदर्शन औसत था बहुत अच्छा तो नहीं बोलूंगा लेकिन जिस तरह का उनका स्तर है, उसको देखते हुए औसत ही था. वेंकटेश अय्यर की बात करें तो अब तो उन्हें पूरा हिंदुस्तान जानता है. आवेश ने किस तरह से प्रदर्शन किया है उनकी गेंदबाजी से भी सभी परिचित है. आईपीएल तो अलग बात है, लेकिन डोमेस्टिक क्रिकेट में ये खिलाड़ी अब किस तरह का प्रदर्शन करते हैं, जैसे 4 तारीख से मुश्ताक अली ट्रॉफी शुरू होनी है. ये डोमेस्टिक T20 टूर्नामेंट है अगर इसी तरह कंसिस्टेंट प्रदर्शन यह लोग वहां भी करते हैं और एमपी की टीम जीतती है तो ऐसे खिलड़ियों को आगे और भी ज्यादा मौके मिलेंगे.

सवाल- आने वाले आईपीएल में एमपी के और खिलाड़ी नज़र आ सकते हैं क्या ?

जवाब- अभी तो हम रणजी ट्रॉफी टीम की बात कर रहे थे लेकिन जो हमारी लिस्ट ए की टीम है, उसमें हम कई ऐसे युवा गेंदबाज और बल्लेबाज देख सकते हैं जिनमें काफी टैलेंट हो सकता है. कुछ खिलाड़ी आपको रणजी ट्रॉफी टीम में भी आगे देखने को मिल जाएं, आईपीएल की जो चयन प्रक्रिया है वह रणजी ट्रॉफी के परफॉर्मेंस पर ही आती है. हो सकता है कि आपको आने वाले आइपीएल में एमपी के और खिलाड़ी दिख जाएं.

सवाल- वेंकटेश अय्यर के खेल को आप लोगो ने करीब से देखा है, क्या आने वाले समय में अय्यर टीम इंडिया के लिए अच्छे ऑल राउंडर बन सकते हैं ?

जवाब- वेंकटेश अय्यर की बात करेंगे तो आईपीएल में प्रदर्शन तो उनका सबको दिखा, लेकिन आईपीएल के पहले विजय हजारे ट्रॉफी जो कि हमारा डोमेस्टिक वनडे होता है वनडे मैच में 50 ओवर के अंदर पंजाब के खिलाफ जिसमें इंडिया के कई फास्ट बॉलर खेल रहे थे उन्होंने उस वनडे के मैच में 198 रन अकेले बनाये थे. जबकि पंजाब की अच्छी गेंदबाजी अटैक थी, सिद्धार्थ कौल और संदीप शर्मा जैसे गेंदबाज गेंदबाजी कर रहे थे. और मैं आज सिलेक्टर हूँ तो मेरे लिए तो आईपीएल से बड़ा परफॉर्मेंस वो था. मेरा मानना है कि इन खिलाड़ियों को कंसिस्टेंट प्रदर्शन करना पड़ेगा, क्योंकि आईपीएल एक अलग प्रेशर गेम होता है, और जो देश के लिए खेलना होता है वह अलग होता है.


सवाल- अय्यर की बल्लेबाज़ी से तो सभी परिचित हो गए, गेंदबाजी में क्या खूबी है ?

जवाब- अय्यर की गेंदबाजी की बात करें तो उनके पास दोनों तरह की गेंदबाजी है, वनडे के लिए उनके पास अच्छा चेंज ऑफ पेस है अच्छा यॉर्कर डालते हैं, और इसके अलावा जो 4 दिन या 5 दिन के डेज गेम रहते हैं उसके लिए भी उनके पास अच्छी लाइन लेंथ वाली गेंदबाजी है. काफी मेहनती खिलाड़ी हैं, मेहनत भी काफी करते हैं बैटिंग और बॉलिंग दोनों पर वह बहुत ज्यादा मेहनत करते हैं.

Last Updated : Nov 6, 2021, 10:47 PM IST
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