शहडोल। जिला चिकित्सालय में आठ बच्चों की मौत का मामला अब राजनीतिक तूल पकड़ता जा रहा है. आज शहडोल जिला मुख्यालय में एक बार फिर से कांग्रेसियों ने एकजुट होकर ज्ञापन दिया नारेबाजी की और साथ ही 7 दिन का अल्टीमेटम देते हुए जनांदोलन की चेतावनी दी है. कांग्रेस जिला अध्यक्ष आजाद बहादुर सिंह ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए संभाग के दो मंत्रियों पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि यह संभाग का दुर्भाग्य है कि संभाग में दो-दो मंत्री हैं और संभागीय मुख्यालय में इतनी बड़ी घटना होने के बाद अब तक एक भी मंत्री अस्पताल का निरीक्षण करने नहीं पहुंचा. जबकि उनके शासनकाल में इस तरह की घटना होने पर उसी दिन मंत्री अधिकारी सभी पहुंच चुके थे और तुरंत एक्शन लिया.
कांग्रेस ने सौंपा ज्ञापन, 7 दिन का दिया अल्टीमेटम
शहड़ोल संभागीय मुख्यालय में आज जिला कांग्रेस कमेटी ने अपने कई कार्यकर्ताओं के साथ पूर्व विधायकों के साथ जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में जमकर नारेबाजी की साथ ही कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा है, यह ज्ञापन शहडोल जिला चिकित्सालय में अभी हाल ही में हुए 8 बच्चों की मौत को लेकर है इस ज्ञापन के माध्यम से जिला कांग्रेस कमेटी ने 7 दिन का अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि अगर यहां की व्यवस्था में खासकर स्वास्थ्य व्यवस्था में तब्दीली नहीं की गई तो जिला कांग्रेस कमेटी जन सहयोग के साथ आंदोलन के लिए बाध्य होगी.
दो मंत्रियों के साथ बीजेपी सरकार पर साधा निशाना
शहडोल जिला कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष आजाद बहादुर सिंह ने कहा है कि 8 बच्चों की मौत हो गई है ये अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही दिख रही है यहां फिर भी प्रशासन के लोग, या फिर हमारे कमिश्नर साहब ने जो बयान दिए इससे हमारी आम जनता संतुष्ट नहीं हैं अगर गंभीर रूप से बच्चे आते हैं तो मेडिकल सुविधा देने का दायित्व अस्पताल प्रबंधन का है, हमारी अभी कुछ दिन पूर्व कमलनाथ की सरकार थी इसी प्रकार की घटना इसी जिला चिकित्सालय में हुई थी, और हम लोगों ने इस पर संज्ञान लेते हुए बाते ऊपर रखीं तो हमारे दो- दो मंत्री प्रिन्सिपल सेक्रेटरी, हेल्थ ये सब लोग यहां पर आ गए और अस्पताल का निरीक्षण किया लेकिन आज भारतीय जनता पार्टी की सरकार इतनी गहरी नींद में सो रही है कि इतने संवेदनसील मुद्दे पर वो यहां पर उपस्थित नहीं हैं, जबकि संभाग में आज दो-दो मंत्री हैं, बिसाहूलाल सिंह और मीना सिंह इन लोगों ने भी अभी तक संज्ञान में बातें नहीं ली,अब इससे ज्यादा संवेदनशील मुद्दा क्या हो सकता है.
कांग्रेस जिलाध्यक्ष आजाद बहादुर सिंह ने आगे कहा कि हम लोग ये चाहते हैं की परिजनों को वो बच्चे वापस तो नहीं मिल सकते हैं लेकिन न्याय मिले और भविष्य में इस प्रकार की कोई घटना न हो इसके लिए अस्पताल प्रबंधन को चुस्त दुरुस्त किया जाए ये भी मांग है कि क्या वजह थी कि पूर्व की इस घटना में यहां के लोगों पर कार्रवाई हुई और भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनते ही फिर से उन्हें बहाल करते हुए फिर से उन्हें यहां पर नियुक्त कर दिया गया.
गौरतलब है कि शहडोल जिला चिकित्सालय में 8 बच्चों की मौत का मामला अब राजनीतिक तूल पकड़ता जा रहा है जिला चिकित्सालय में सिलसिलेवार तरीके से 8 बच्चों की मौत हुई और यह इस घटना को लेकर प्रदेश सरकार ने भी संज्ञान में लिया लेकिन जिला चिकित्सालय में अब तक शहडोल संभाग के जनप्रतिनिधि नहीं पहुंचे, ना ही सांसद अब तक शहडोल जिला चिकित्सालय पहुंची और ना ही संभाग के दो मंत्री शहडोल जिला चिकित्सालय निरीक्षण करने पहुंचे और ना ही इस मुद्दे को लेकर कुछ कहा है.