शहडोल। एक नाबालिग लड़की के साथ शहहडोल जिला अस्पताल के सफाई सुपरवाइजर ने छेड़छाड़ की जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. हमेशा विवादों में रहने वाला शहडोल का इकलौता कुशाभाऊ ठाकरे जिला अस्पताल एक बार फिर से सुर्खियों में है. इस बार अस्पताल के सफाई सुपरवाइजर की गंदी करतूत की वजह से जिला अस्पताल सुर्खियों में आया है. दरअसल शहडोल जिला अस्पताल के एनआरसी में रिश्तेदार के साथ एक आदिवासी नाबालिग किशोरी आई थी. जिसके साथ कर्मचारी ने छेड़छाड़ की. घटना को लेकर जिला अस्पताल के सिविल सर्जन ने भी एक्शन लेने की बात कही है.
ये है पूरा मामला: नाबालिग को अस्पताल के सफाई ठेका सुपरवाइजर राज यादव ने नौकरी देने के नाम पर अपने कक्ष में बुलवाया, उससे शैक्षिक योग्यता की जानकारी ली और रजिस्टर में कुछ लिखने को कहा जिसके बाद उसने उसे नौकरी देने का वादा किया और साथ ही उसके साथ शारीरिक छेड़छाड़ करने लगा. किशोरी ने जब एतराज जताया तो पनीर और अन्य पकवान खिलाने की बात कही. इसके बाद भी किशोरी का साहस नहीं टूटा और खुद को दरिंदे के हाथों धक्का देते हुए बाहर निकल गई. इस दौरान उस सुपरवाइजर की गंदी करतूत वहां मौजूद किसी कर्मचारी ने अपने मोबाइल के कैमरे में कैद कर लिया. जो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है. मोबाइल फुटेज में साफ तौर पर देखा जा सकता है, कि किस तरह से सुपरवाइजर किशोरी को प्रलोभन देकर उसके साथ गलत काम करना चाहता था.
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सिविल सर्जन ने कही ये बात: इस पूरे मामले को लेकर कुशाभाऊ ठाकरे जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर जी एस परिहार का कहना है कि उन्होंने वायरल वीडियो देखा है और उस कर्मचारी को पहचान भी लिया है, चूंकि इस मामले में अभी कंप्लेंट किसी ने नहीं किया है लेकिन हम खुद ही संज्ञान में लेकर उसे वहां से हटा रहे हैं और उस पर एक्शन भी लेंगे. जिस तरह से महिलाओं व युवतियों की सुरक्षा का दावा किया जाता है, लेकिन इस तरह के लोग ऐसी घिनौनी हरकत करके इन दावों की पोल खोल देते हैं, बरहाल उस नाबालिक युवती ने उस दौरान हिम्मत दिखाई और वहां से उस दरिंदे सुपरवाइजर को धक्का देकर बाहर निकल गई जिससे कोई बड़ी अनहोनी नहीं हुई लेकिन महिलाओं की और युवतियों की सुरक्षा को लेकर प्रश्नचिन्ह जरूर लग गया है।