शहडोल। जिले में पिछले दो-तीन दिन से बादल छाए हुए हैं. स्थिति यह है कि ऐसा लग रहा है मानों कभी भी बारिश हो सकती है. कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी भी देखने को मिली, जिससे किसान परेशान हैं. दरअसल, किसानों की धान खलिहान में रखी हुई है या फिर खेतों पर कटी पड़ी है. जिस वजह से उसके गीले होने का डर है.
बारिश में धुल सकती है मेहनत की कमाई
शहडोल जिले में धान की फसल की खेती देरी से होती है. जिसके चलते यह नवंबर दिसंबर का महीना होता है जब धान की फसल पककर तैयार होती है. किसान इस समय कटाई-गहाई में लगा रहता है. जिले में सबसे ज्यादा रकबे में धान की खेती की जाती है. यहां प्रमुखता से धान की फसल ही लगाई जाती है. जिले में इन दिनों ज्यादातर किसान या तो धान की फसलों की कटाई कर रहे हैं, या उनकी धान खलिहान में पड़ी हुई है. ऐसे में अगर बारिश होती है तो धान भीग सकती है. जिससे किसानों को काफी नुकसान भी उठाना पड़ सकता है.
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मौसम विभाग की रिपोर्ट
मौसम वैज्ञानिक गुरप्रीत सिंह गांधी कहते हैं कि उन्हें जो रिपोर्ट मिली है, उसके मुताबिक बारिश होने की संभावना नहीं है. मौसम विभाग ने भी जो रिपोर्ट जारी की है उसमें 13 से 17 नवंबर के बीच शहडोल जिले में बादल साफ रहने और बारिश नहीं होने की संभावना जताई है. लेकिन जिस तरह का मौसम नजर आ रहा है. उसे देखकर बिल्कुल भी नहीं कहा जा सकता कि बारिश नहीं होगी. अब देखना यह है कि मौसम विभाग का ये अनुमान कितना सही साबित होता है.