शहडोल। कोरोना महामारी के बीच इन दिनों देश भर में ऑक्सीजन की कमी का संकट है. शहडोल मेडिकल कॉलेज में भी ऑक्सीजन का संकट देखने को मिला, जहां लोग काफी मशक्कत कर रहे हैं. शहडोल मेडिकल कॉलेज में लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है और ऑक्सीजन की खपत में भी इजाफा हो रहा है. ऐसे में भविष्य में ऑक्सीजन की आपूर्ति में कोई रुकावट ना आए और गंभीर मरीजों को जरूरत के हिसाब से ऑक्सीजन मिले, इसके लिए अब हवा से ऑक्सीजन तैयार करने की शुरूआत की जा रही है. जिसके तहत करोड़ों रुपए की लागत से एयर सेपरेशन यूनिट मेडकिल कॉलेज में जल्द ही स्थापित करने की तैयारी शुरू हो गई है.
अब नहीं होगी ऑक्सीजन की कमी
कोरोना की दूसरी वेव प्रदेश में अपना कहर बरपा रही है. मरीजों के लिए रेमडेसिविर से लेकर ऑक्सीजन की कमी एक बड़ी समस्या बनी हुई है. ऐसे में शहडोल जिले में आने वाले दिनों में मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कोई किल्लत नहीं होगी. अब एयर सेपरेशन यूनिट शुरू होने के बाद सिलेंडर रिफिल कराने की आपाधापी भी पूरी तरह कम हो जाएगी. मरीजों को निर्बाध रूप से अब ऑक्सीजन मिलता रहेगा. मेडिकल कॉलेज में एक दिन में 260 जम्बो सिलेंडर भरने की क्षमता वाला एयर सेपरेशन यूनिट लगेगा, जिससे प्राकृतिक हवा से ऑक्सीजन तैयार होगा. कलेक्टर डॉ सत्येंद्र सिंह ने एयर सेपरेशन यूनिट ए एस यू की स्थापना के लिए मेडिकल कॉलेज के प्रस्ताव को मंजूर कर लिया है जिसकी लागत 2 करोड़ 10 लाख रुपए है.
जल्द ही तैयार होगा एयर सेपरेशन यूनिट
एयर सेपरेशन यूनिट को मेडिकल कॉलेज में जल्द ही स्थापित किया जाएगा. लगभग 1 से 2 महीने के अंदर इसकी स्थापना हो जाएगी और मरीजों को ऑक्सीजन भी मिलने लगेगा. मेडिकल कॉलेज के डीन द्वारा दिए गए प्रस्ताव पर समिति के निर्णय के बाद कलेक्टर ने तत्काल रूप से इस दिशा में कार्य करने के आदेश जारी कर दिए हैं. गौरतलब है कि एयर सेपरेशन यूनिट के लग जाने से शहडोल मेडिकल कॉलेज ऑक्सीजन बनाने के लिए खुद सक्षम हो जाएगा जहां हवा से ऑक्सीजन तैयार किया जाएगा.