शहडोल। कहते हैं दृढ़ इच्छा शक्ति हो तो कितनी भी गंभीर बीमारी क्यों न हो उससे विजय हासिल की जा सकती है. बस जरूरत होती है हौसला बनाए रखने और दृढ़ इच्छा शक्ति रखने की. कोरोना के खिलाफ भी जंग जीतने में हौसला बनाए रखने और अपने दढ़ इच्छा शक्ति को मजबूत करके रखने की बहुत जरूरत है. कुछ ऐसा ही करके दिखाया है शहडोल के रहने वाले 81 साल के एक बुजुर्ग ने जिनका नाम दुर्गा प्रसाद त्रिवेदी है. उन्होंने कोरोना से जंग जीत ली है. दुर्गा प्रसाद त्रिवेदी ने अपने सकारात्मक ऊर्जा से कोरोना को मात देते हुए ये जंग जीती है.
- सकारात्मक सोच जरूरी
कोरोना संक्रमित होने पर दुर्गा प्रसाद त्रिवेदी को मेडिकल कॉलेज के कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया था. फिर उसके कुछ दिन बाद ही उनके स्वस्थ्य होने पर उन्हें डिस्चार्च कर दिया गया. दुर्गा प्रसाद त्रिवेदी अब पूरी तरह से स्वस्थ्य हो चुके हैं. उनका कहना है कि अगर व्यक्ति पॉजिटिव सोच, पॉजिटिव ऊर्जा के साथ दृढ़ इच्छा शक्ति रखे तो कोरोना बीमारी को हराया जा सकता है. दुर्गा प्रसाद का मानना है कि हर व्यक्ति के पास सकारात्मक सोच और सकारात्मक ऊर्जा का भंडार रहता है. आवश्यकता इस बात की है उसे सही रूप से इस्तेमाल किया जाए. अगर मन में विश्वास हो तो होम आइसोलेशन में रहकर भी शासन जो मेडिकल किट उपलब्ध कराती है, रोग प्रतिरोधक काढ़ा का उपयोग कर, दवाओं का उपयोग कर अपने आप को सुरक्षित रख सकता है.
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- सावधान रहने की अपील
दुर्गा प्रसाद त्रिवेदी ने साथ ही कोरोना महामारी के इस संकट काल में लोगों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए शासन के दिशा निर्देशों का पालन करें. मास्क का उपयोग करें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और साबुन और सैनिटाइजर से बार-बार अपने हाथ को धोएं, अनावश्यक घर से बाहर न निकलें, भीड़-भाड़ वाले स्थानों से जाने से बचें, और टीकाकरण अवश्य कराएं, क्योंकि इसी से सकारात्मक ऊर्जा और सकारात्मक सोच मजबूत होगी.