शहडोल। शहडोल जिला मुख्लालय से 6 किलोमीटर दूर धुरवार ग्राम पंचायत में पिछले कुछ महीनों से ग्रामीण बिजली को लेकर बहुत ज्यादा परेशान हैं. ग्रामीणों का कहना है कि बिजली तो आती है, लेकिन गांव का ट्रांसफॉर्मर ही जर्जर है हर दिन इसे बिगड़ना है, छोटी मोटी खराबियां हर दिन आती हैं, जिसके चलते हर दिन कई बार बिजली बाधित होती है.
ग्रामीणों ने बताया कि इसकी जानकारी कई बार संबंधित जिम्मेदारों को दी गई, उनसे संपर्क भी किया गया, लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया. जिसके चलते मजबूरन हर दिन ग्रामीण खुद रिस्क लेकर उन गड़बडियों को सुधारने की कोशिश करते हैं और इसी तरह से करीब सैकड़ों घरों की बिजली हर दिन इसी तरह से चल रही है.
जान जोखिम में डालकर ट्रांसफॉर्मर सुधार रहे ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना है कि किसी भी दिन कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है, तब इसका जिम्मेदार कौन होगा. लेकिन इस ओर बिजली विभाग के जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं.
खेती किसानी का समय है, बारिश का कोई भरोसा नहीं होता है, बारिश के इस मौसम में गांवों में वैसे भी डर बना रहता है, इसलिए भी बिजली जरूरी है. कोरोनाकाल में बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे उन्हें पढ़ाई के लिए भी लाइट की जरूरत रहती है. आजकल ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है, हर काम ऑनलाइन हो रहा है, अगर मोबाइल, लैपटॉप और दूसरे उपकरण चार्ज नहीं रहेंगे तो काम कैसे होगा, बच्चों की पढ़ाई कैसे होगी.
जर्जर ट्रांसफॉर्मर से परेशान ग्रामीण
इस जर्जर ट्रांसफॉर्मर से सैकड़ों घर के परिवार परेशान हैं, क्योंकि बारिश के इस मौसम में शासन तो बिजली दे रही है लेकिन बिजली विभाग के इस आलसी पन रवैए से ग्रामीणों को बिजली नहीं मिल पा रही है. एक जर्जर ट्रांसफॉर्मर की वजह से आए दिन बिजली किसी भी समय चली जाती है, क्योंकि ट्रांसफॉर्मर में किसी भी समय किसी भी घंटे खराबी आ जाती है. जिससे ग्रामीण अब परेशान हो चुके हैं.
ग्रामीणों ने दी भूख हड़ताल की चेतावनी
इस बात को लेकर एक बार फिर से ग्रामीणों ने जिले के बिजली विभाग के सभी जिम्मेदारों को आला अधिकारियों को शिकायत की है, साथ ही उन्हें इस बात की जानकारी भी दी है. ग्रामीणों ने जिम्मेदार अधिकारियों को इस समस्या को बताते हुए चेतावनी भी दी है कि अगर जल्द ही उनकी समस्याओं का निराकरण नहीं होता है तो फिर ग्रामीण धरना प्रदर्शन, भूख हड़ताल के लिए विवश होंगे.