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चमत्कारी मंदिर पड़ा सूना, लगा रहता था भक्तों का तांता फिर अचानक ऐसा क्या हुआ? - BURHANPUR MAA JAGDAMBA TEMPLE

बुरहानपुर स्थित मां जगदंबा देवी और शिवा बाबा मंदिर में दर्शन के लिए अचानक कम हो गई भीड़. यहां भक्तों का तांता लगा रहता था.

BURHANPUR MAA JAGDAMBA TEMPLE
अचानक कम संख्या में मंदिर पहुंच रहे भक्त (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Feb 7, 2025, 10:30 AM IST

Updated : Feb 7, 2025, 11:03 AM IST

बुरहानपुर: देशभर सहित बुरहानपुर में देवी-देवताओं के अनगिनत मंदिर मौजूद हैं. इसमें से कई मंदिर पौराणिक मान्यताओं और चमत्कार के लिए प्रसिद्ध हैं. यहां दर्शन मात्र से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं, ऐसा ही एक मंदिर धूलकोट के गंभीरपुरा गांव में मौजूद हैं. इस मंदिर को मां जगदंबा देवी और शिवा बाबा के नाम से जाना जाता हैं. इस मंदिर की खासियत यह है कि इसका निर्माण दक्षिण भारत की कला पद्धति से किया गया है. 20 से ज्यादा कारीगरों ने एक साल की कड़ी मेहनत से भव्य मंदिर को बनाया है. इस मंदिर में बैठने भर से भक्तों को मन की शांति मिलती है, यह एक सिद्ध स्थान है.

बीमारियां होती हैं ठीक, मन्नत होती है पूरी

इस मंदिर को लेकर दावा है कि मां जगदंबा देवी और शिवाबाबा की कृपा से जटिल बीमारियों और परेशानियों से निजात मिलती हैं और मन्नत पूरी होती है. पूरे साल मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है, मन्नत पूरी होने पर भक्त हलवा और मिठाई का भोग लगाते हैं. माना जाता है हलवा और मिठाई मां जगदंबा देवी और शिवाबाबा का अतिप्रिय प्रसाद है. हालांकि, अचानक यहां भीड़ कम हो गई है.

jagdamba mela burhanpur
शिवाबाबा मंदिर में कम संख्या में पहुंच रहे भक्त (ETV Bharat)

शिवा बाबा मेला पर लगती है भारी भीड़

पुजारी मेलचंद जाधव ने बताया, " आमतौर पर इस गांव में ग्रामीणों के घर मेहमान कम आते हैं, लेकिन जैसे ही मेला शुरू होता है मेहमानों का जमावड़ा लग जाता है. दूर दराज से मेहमान अपने रिश्तेदारों के घर पहुंचन लगते हैं. यहां आए मेहमान मां जगदंबा देवी और शिवाबाबा के दर्शन करने आते हैं. स्थानीय लोग इस मेले को रिश्तों का मेला भी कहते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि 12 दिवसीय मेले में दूर-दराज के रिश्तेदार साल में एक बार गंभीरपुरा जरूर पहुंचते हैं."

मनत पूरी होने पर लोग मिठाई का लगाते हैं भोग (ETV Bharat)

4 एकड़ में लग रहा शिवा बाबा मेला

इस बार शिवा बाबा मेला समिति ने 4 एकड़ भूमि पर मेला आयोजित किया है. इस मेले में 500 से ज्यादा छोटी-बड़ी दुकानें सजाई गई हैं. इसमें बच्चों के मनोरंजन, पूजा पाठ, साज सज्जा सहित मिठाई की दुकानें शामिल हैं. यहां मंदिर समिति ने दूर दराज से आए भक्तों के लिए पेयजल, पार्किंग, विश्राम की व्यवस्था की हैं. साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से धूलकोट चौकी, ट्रैफिक पुलिस सहित अन्य अफसर कर्मी तैनात किए गए हैं. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.

11 लोग मिलकर एक उंगली से उठा लेते हैं भारी भरकम पत्थर, श्रद्धालु मानते हैं चमत्कार

भीषण गर्मी पर भारी आस्था, निमाड़ के सबसे प्रसिद्ध मंदिर में लगा भक्तों का तांता

कम संख्या में पहुंच रहे भक्त

बता दें कि इस बार मां जगदंबा देवी और शिवा बाबा का मेला में भक्तों की भीड़ में भारी कमी दर्ज की गई है. यहां आने वाले भक्तों की संख्या घट चुकी हैं, मंदिर से जुड़े लोगों का तर्क है कि प्रयागराज महाकुंभ के कारण इस बार मेले पर खासा असर पड़ा हैं. पिछले साल की तुलना में इस बार भक्त कम पहुच रहे हैं. 12 दिवसीय मेला का आज पांचवा दिन हैं, लेकिन अब तक भक्तों की संख्या में कोई खास बढ़ोतरी नहीं हुई हैं. जबकि पिछली बार भक्तों ने दर्शन के रिकॉर्ड तोड़ दिए थे.

बुरहानपुर: देशभर सहित बुरहानपुर में देवी-देवताओं के अनगिनत मंदिर मौजूद हैं. इसमें से कई मंदिर पौराणिक मान्यताओं और चमत्कार के लिए प्रसिद्ध हैं. यहां दर्शन मात्र से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं, ऐसा ही एक मंदिर धूलकोट के गंभीरपुरा गांव में मौजूद हैं. इस मंदिर को मां जगदंबा देवी और शिवा बाबा के नाम से जाना जाता हैं. इस मंदिर की खासियत यह है कि इसका निर्माण दक्षिण भारत की कला पद्धति से किया गया है. 20 से ज्यादा कारीगरों ने एक साल की कड़ी मेहनत से भव्य मंदिर को बनाया है. इस मंदिर में बैठने भर से भक्तों को मन की शांति मिलती है, यह एक सिद्ध स्थान है.

बीमारियां होती हैं ठीक, मन्नत होती है पूरी

इस मंदिर को लेकर दावा है कि मां जगदंबा देवी और शिवाबाबा की कृपा से जटिल बीमारियों और परेशानियों से निजात मिलती हैं और मन्नत पूरी होती है. पूरे साल मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है, मन्नत पूरी होने पर भक्त हलवा और मिठाई का भोग लगाते हैं. माना जाता है हलवा और मिठाई मां जगदंबा देवी और शिवाबाबा का अतिप्रिय प्रसाद है. हालांकि, अचानक यहां भीड़ कम हो गई है.

jagdamba mela burhanpur
शिवाबाबा मंदिर में कम संख्या में पहुंच रहे भक्त (ETV Bharat)

शिवा बाबा मेला पर लगती है भारी भीड़

पुजारी मेलचंद जाधव ने बताया, " आमतौर पर इस गांव में ग्रामीणों के घर मेहमान कम आते हैं, लेकिन जैसे ही मेला शुरू होता है मेहमानों का जमावड़ा लग जाता है. दूर दराज से मेहमान अपने रिश्तेदारों के घर पहुंचन लगते हैं. यहां आए मेहमान मां जगदंबा देवी और शिवाबाबा के दर्शन करने आते हैं. स्थानीय लोग इस मेले को रिश्तों का मेला भी कहते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि 12 दिवसीय मेले में दूर-दराज के रिश्तेदार साल में एक बार गंभीरपुरा जरूर पहुंचते हैं."

मनत पूरी होने पर लोग मिठाई का लगाते हैं भोग (ETV Bharat)

4 एकड़ में लग रहा शिवा बाबा मेला

इस बार शिवा बाबा मेला समिति ने 4 एकड़ भूमि पर मेला आयोजित किया है. इस मेले में 500 से ज्यादा छोटी-बड़ी दुकानें सजाई गई हैं. इसमें बच्चों के मनोरंजन, पूजा पाठ, साज सज्जा सहित मिठाई की दुकानें शामिल हैं. यहां मंदिर समिति ने दूर दराज से आए भक्तों के लिए पेयजल, पार्किंग, विश्राम की व्यवस्था की हैं. साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से धूलकोट चौकी, ट्रैफिक पुलिस सहित अन्य अफसर कर्मी तैनात किए गए हैं. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.

11 लोग मिलकर एक उंगली से उठा लेते हैं भारी भरकम पत्थर, श्रद्धालु मानते हैं चमत्कार

भीषण गर्मी पर भारी आस्था, निमाड़ के सबसे प्रसिद्ध मंदिर में लगा भक्तों का तांता

कम संख्या में पहुंच रहे भक्त

बता दें कि इस बार मां जगदंबा देवी और शिवा बाबा का मेला में भक्तों की भीड़ में भारी कमी दर्ज की गई है. यहां आने वाले भक्तों की संख्या घट चुकी हैं, मंदिर से जुड़े लोगों का तर्क है कि प्रयागराज महाकुंभ के कारण इस बार मेले पर खासा असर पड़ा हैं. पिछले साल की तुलना में इस बार भक्त कम पहुच रहे हैं. 12 दिवसीय मेला का आज पांचवा दिन हैं, लेकिन अब तक भक्तों की संख्या में कोई खास बढ़ोतरी नहीं हुई हैं. जबकि पिछली बार भक्तों ने दर्शन के रिकॉर्ड तोड़ दिए थे.

Last Updated : Feb 7, 2025, 11:03 AM IST
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