सिवनी। मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में पुलिस की कार्यप्रणाली इन दिनों सुर्खियां बटोर रही है. कहीं फर्जी एफआईआर के मामले में निर्दोष को जेल, तो कहीं सीएम हेल्पलाइन में शिकायत वापस लेने के लिए आवेदक को धमकाने और गाली गलौच करने जैसे मामले हैं. सिवनी के बंडोल थाना और पलारी चौकी के बाद अब लखनादौन थाना में खाकी वर्दी में छिपे बैठे रिश्वतखोतरों का एक वीडियो वायरल हो रहा है. हालांकि सोशल मीडिया में हो रहे इस वायरल वीडियो तकरीबन 4 दिन पुराना बताया जा रहा है. जो लखनादौन थाने का है.
जेल से छोड़ने के एवज में रिश्वत
वीडियो में युवक पहले पैसे गिनती करते नजर आ रहा है और इनमें से एक युवक पैसे की गिनती करते हुए चार हजार की बात कर रहा है. कुछ समय बाद युवक अंदर जाकर मुंशी घोड़ेश्वर जो बिना वर्दी के हैं. उनको पैसे देते हुए युवक बाहर निकलता है और यह रिश्वत ली जा रही है. कुछ गैर कानूनी मामले में लखनादौन पुलिस ने युवक को उठाकर लाई थी और छोड़ने के लिए 10 हजार की रिश्वत की मांग की थी. जिससे युवक ने चार हजार दिए.
आरक्षक निलंबित
एक तरफ पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक अपराध पर नकेल कसने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं. तो वहीं दूसरी ओर उनके विभाग के कनिष्ठ अधिकारी और रिश्वतखोर कर्मचारी की लापरवाही और विभाग की छवि शर्म से तार तार कर रही है. तो वही आज देर शाम पुलिस कप्तान ने वायरल वीडियो को संज्ञान में लेते हुए तत्काल लखनादौन थाना के प्रधान आरक्षक जगदीश घोडेश्वर को निलंबित कर दिया है.