सिवनी। जिले की आदिवासी बहुल विधानसभा लखनादौन अंतर्गत नगर परिषद में निकट भविष्य में बनने वाली 75 दुकानों को लेकर आयोजित की गई नीलामी प्रक्रिया भले ही नियमानुसार कराई गई हो, लेकिन आदिवासी नेताओं को ये निलामी रास नहीं आ रही है. दरअसल नीलामी प्रक्रिया में आदिवासी नेताओं नहीं बुलाया गया, जिसके विरोध में उन्होंने आपत्ति जताई है.
बता दें, कि नगर परिषद लखनादौन में वर्तमान में भाजपा से सिवनी विधायक दिनेश राय के भाई जितेंद्र राय अध्यक्ष हैं, अस्वस्थ होने के कारण वे इस नीलामी प्रक्रिया में भाग नहीं ले पाए. नीलामी का आयोजन अध्यक्ष के भाई और वर्तमान सिवनी विधायक दिनेश राय द्वारा सम्पन्न कराया गया, यहां तक कि, बोली भी स्वयं विधायक द्वारा कराई गयी, बस यही बात आदिवासी नेताओं को हजम नहीं हो रही है.
उनका कहना है, 'चूंकि नगर परिषद लखनादौन विधानसभा के अंर्तगत आती है, जहां से कांग्रेस विधायक योगेंद्र सिंह बाबा आते है. नीलामी प्रक्रिया में उन्हें नहीं बुलाकर आदिवासियों का अपमान किया गया है', वहीं दूसरी और आदिवासी नेता राधेश्याम ककोडिया द्वारा आरोप लगाए गए है कि, 'दुकानों में आरक्षण को लेकर भी आदिवासी भाइयों की उपेक्षा की गई है, तो साथ ही बोली की राशि भी 1 लाख रखी गयी है, जो कि पूरी तरह से गलत है'.
बहरहाल इस मामले को लेकर सिवनी विधायक पूरी तरह से आश्वस्त दिखे, तो लखनादौन विधायक योगेंद्र सिंह बाबा इसे आदिवासी नेता की बात का सम्मान बता कर कैमरे के सामने आने से बचते नजर आए, खैर लखनादौन नगर परिषद की नीलामी प्रक्रिया सम्पन्न कराई जा चुकी है पर गोंडवाना पार्टी को बैठे बिठाए, एक मुद्दा जरूर मिल गया है.