सिवनी। हमेशा ही तल्ख बयानों के लिए पहचाने जाने वाले स्वामी शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने इस बार बीजेपी पर निशाना साधा है. स्वरुपानंद स्वामी ने कहा कि बीजेपी मंदिर निर्माण का श्रेय ले रही है, जबकि इसके लिए लाखों लोगों ने बलिदान दिया है. वहीं उन्होंने किसान आंदोलन पर भी बयान दिया है.
सिवनी जिले के विश्वविख्यात दिघोरी मंदिर में एशिया का सबसे बड़ा स्फटिक लिंग स्थापित है. जहां जगत गुरु स्वामी शंकराचार्य पहुंचे. उन्होंने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि चंदा तो इसके पहले भी राम मंदिर निर्माण के लिए लिया गया था, वह चंदा कहां गया.
बीजेपी दे हिसाब
स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि राम के नाम पर तो सामान्य लोग भिखारी को भी चंदा दे देते हैं. ऐसे में चंदा जो पहले लिया गया था उसका हिसाब देना चाहिए.
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क्यों दी मस्जिद के लिए जमीन
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने अयोध्या में मुस्लिमों को 5 एकड़ जमीन दिए जाने के निर्णय को सरासर गलत बताया है. उनका कहना है कि जब मंदिर से ही कुछ दूरी पर मस्जिद, जिसकी ऊंचाई मंदिर से ऊंची होगी बनाई जाएगी तो फिर मंदिर के लिए जिन लोगों ने बलिदान दिया है, उनका बलिदान व्यर्थ जाएगा. जब उस जमीन पर मुस्लिमों का कोई हक ही नहीं था तो कोर्ट को 5 एकड़ जमीन देने की क्या जरूरत थी.
किसानों पर जबरन कानून थोप रही सरकार
किसान आंदोलन को लेकर शंकराचार्य स्वरूपानंद स्वामी ने कहा पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जय जवान किसान के नारे पर बात करते हुए कहा कि, जब देश आत्मनिर्भर नहीं था, तब उन्होंने यह नाराज बुलंद किया था. जिसके बाद किसानों की मदद से ही देश में हरित क्रांति आई थी, देश का नाम विदेशों में भी हुआ. किसान धूप, बारिश, ठंड हर मौसम में मेहनत करता है, तो मोदी सरकार को उसकी सुननी चाहिए. शंकराचार्य ने कहा कि जब उन्हें ये कानून नहीं चाहिए तो सरकार क्यों जबरन किसानों पर कानून थोप रही है.
भाजपा ले रही श्रेय
मंदिर निर्माण में पूरे भारत से लगभग 3 लाख लोगों ने अपना बलिदान दिया है. शंकराचार्य ने कहा कि पिछले 6 साल में बीजेपी शासन में अब तक के सबसे ज्यादा मंदिर गिराये और तोड़े गये हैं, वहीं कुछ लोग गुजरात में मंदिरों की मूर्तियों को तो नाले में फेंक दिया गया था. कुछ मूर्तियों की पूजा अभी भी स्वामी शंकराचार्य द्वारा कराई जा रही है. बीजेपी राम के नाम में सिर्फ वोट बैंक की राजनीति करती है, पूरे केस में बीजेपी कहीं भी पार्टी नहीं थी, यह केस साधु संतों द्वारा लड़ा गया था. जिसका श्रेय बीजेपी ले रही है.
गौ मांस का सबसे बड़ा निर्यातक है भारत
स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि गाय के नाम पर बीजेपी राजनीति करती है. जबकि आज की तारीख में सबसे ज्यादा गौ मांस का निर्यात भारत से किया जा रहा है. जब यह किसानों के लिए कानून,मुस्लिमों के लिए कानून बना सकते हैं तो फिर गौ माता के लिए क्यों कानून नहीं बनाते.
बता दें कि शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के सानिध्य में दिघोरी में भागवत का आयोजन हो रहा है. जहां शंकराचार्य ने यह बयान दिया.