सिवनी। जिले के गणेशगंज में शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने राम मंदिर के निर्माण का जिम्मा रामालय ट्रस्ट को सौंपने की बात कही है. उन्होंने कहा कि पहले सो जो रामालय ट्रस्ट बना हुआ है मंदिर का निर्माण वही कराए. उन्होंने लगातार नदियों का पानी रोके जाने का भी विरोध जताया.
शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती ने कहा कि नदी जब वेग से बहती है तब वह शुद्ध होती है. हम सब उसको बांध-बांधकर नहर बना देते हैं. इससे नदी किनारे जो रेत होती है है पानी को उछालती है उसका भी उत्खनन जोरों से हो रहा है. रेत को लोगों ने व्यवसाय बना लिया है. इस तरह से नदियों को बांधकर और शहरों का गंदा पानी डालकर प्रदूषित किया जा रहा है. यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है.
भ्रष्ट हो गए हैं कर्मचारी
गौशाला के मुद्दे पर शंकराचार्य ने कहा कि भ्रष्टाचार एवं गौकशी बदस्तूर जारी हैं. कोई भी सरकार हो अपने कर्मचारियों पर निर्भर रहती है और आजकल कर्मचारी लोभी हो गए हैं. वह पैसा लेकर ट्रक के ट्रक छोड़ देते हैं. इसलिए केवल इन पर निर्भर नहीं रहना चाहिए. यह बात केवल यह मध्य प्रदेश की नहीं है बल्कि पूरे देश की है. उन्होंने कहा कि जमीन पर हो रहे अतिक्रमण को भी रोकना चाहिए.