सिवनी। कई सरकारी स्कूल के शिक्षक भले ही बच्चों को अच्छी शिक्षा ना दे सकते हों, लेकिन उनसे निजी काम जरूर करवाते हैं. कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है कुरई विकासखंड के शाखादेही सरकारी स्कूल का. यहां पर शिक्षक बच्चों से पढ़ाने की बजाए अपनी बाइक धुलवाते नजर आए, स्कूल टाइम में बच्चों से बाइक धुलवाते शिक्षक का वीडियो वायरल हुआ तो हड़कंप मच गया. अब सवाल जस का तस है कि एमपी के स्कूलों में आखिर हो क्या रहा है? (Seoni School Bike Wash Video viral)
क्या है पूरा मामला: वीडियो कुरई विकासखंड के शाखादेही सरकारी मिडिल स्कूल का है, यहां शिक्षक कुछ बच्चों से मिट्टी से लथपथ अपनी बाइक धुलवा रहे थे. स्कूल परिसर के पास से गुजरने वाले एक व्यक्ति ने यह वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया. इस मामले में अधिकारियों का कहना है कि, "अब वो वीडियो के आधार पर जांच कराएंगे और संबंधित शिक्षकों के खिलाफ एक्शन होगा." असिस्टेंट कमिश्नर सत्येंद्र मरकाम की मानें तो, "अभी यह पता लगाया जा रहा है कि किस शिक्षक का यह कारनामा है, जिसने भी छात्रों से यह काम कराया है उनके विरुद्द कार्रवाई जरुर होगी."
गुरुजी पढ़ाई नहीं पर्सनल काम कराने में मशगूल: वीडियो बरघाट विधानसभा क्षेत्र का है, जो काफी इंटीरियर में है. इस इलाके में आदिवासी समाज के लोगों की संख्या काफी ज्यादा है और अधिकांश लोग बहुत ज्यादा पढ़े लिखे और जागरुक नहीं हैं. जाहिर है इसी का फायदा उठाकर टीचर महोदय बच्चों को पढ़ाने की बजाए अपना पर्सनल काम कराने में ज्यादा मसरूफ हैं. स्कूल आने-जाने के दौरान बारिश में उनकी बाइक गंदी हो गई तो इसका खामियाजा जाहिर तौर पर बच्चों को ही भुगतना होगा और उन्हें मास्साब की मोटरसाइकिल की सफाई तो करनी ही होगी. यहीं गुरु की असल सेवा है, ये अलग बात है कि गुरुजी शिक्षा दे पा रहे हैं ठीक से या नहीं?
खस्ताहाल है एमपी का यह स्कूल, छत नहीं छाते के नीचे पढ़ने को मजबूर है भारत का भविष्य
इलाके के स्कूलों की हालत खस्ता: गौर करने लायक बात यह है कि यह स्कूल भी उसी सिवनी जिले का है, जहां के घंसौर में बच्चे छाता लेकर क्लास में पढ़ाई करते हैं. हाल में ही इसका वीडियो भी जारी हुआ था. मगर सरकार और शिक्षा विभाग फिलहाल विभागीय जांच के बाद ही एक्शन ले पाएगा, उसकी यही दलील है. जबकि वीडियो में साफ साफ दिख रहा है कि कैसे मास्साब बच्चों को अपने सामने बाइक की धुलाई करा रहे हैं.