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आर्थिक तंगी से परेशान नाबालिग ने की खुदकुशी ! - छपारा थाना

सिवनी में एक 12 वर्षीय नाबालिग की आत्महत्या का मामला सामने आया है. ग्रामीणों के मुताबिक उसका परिवार बेहद गरीबी से जूझ रहा था.

गरीबी से तंग आकर नाबालिक ने की आत्महत्या
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Published : Nov 2, 2019, 2:38 PM IST

Updated : Nov 2, 2019, 3:09 PM IST

सिवनी। गरीबी एक अभिशाप है. सिवनी के बीजादेवरी की घटना देखकर आप हैरान रह जाएंगे. यहां एक 12 साल के नाबालिग ने गरीबी से तंग आकर मौत को गले लगा लिया. जी हां उसकी उम्र महज 12 साल थी. खाने को निवाला नहीं था तो उसने मौत को गले लगा लिया.

आर्थिक तंगी से परेशान नाबालिग ने की खुदकुशी

लोगों का कहना है कि उसने ये कदम आर्थिक तंगी से परेशान होकर उठाया है. ग्रामीणों ने बताया कि उसका परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था, बच्चे ही मजदूरी करके घर चलाते थे. आर्थिक तंगी के चलते नाबालिग ने पढ़ाई भी छोड़ दी थी और परेशान रहा करता था. जब उसे कुछ नहीं सूझा तो उसने गरीबी के फंदे से मौत को गले लगा लिया. लेकिन यहां एक सवाल जरूर उठता है कि सरकार और प्रशासन की तमाम योजनाएं चल रही हैं लेकिन क्यों इन जैसे परिवारों तक नहीं पहुंच पाती. क्या गरीब यूं ही मौत को गले लगाते रहेंगे.

सिवनी। गरीबी एक अभिशाप है. सिवनी के बीजादेवरी की घटना देखकर आप हैरान रह जाएंगे. यहां एक 12 साल के नाबालिग ने गरीबी से तंग आकर मौत को गले लगा लिया. जी हां उसकी उम्र महज 12 साल थी. खाने को निवाला नहीं था तो उसने मौत को गले लगा लिया.

आर्थिक तंगी से परेशान नाबालिग ने की खुदकुशी

लोगों का कहना है कि उसने ये कदम आर्थिक तंगी से परेशान होकर उठाया है. ग्रामीणों ने बताया कि उसका परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था, बच्चे ही मजदूरी करके घर चलाते थे. आर्थिक तंगी के चलते नाबालिग ने पढ़ाई भी छोड़ दी थी और परेशान रहा करता था. जब उसे कुछ नहीं सूझा तो उसने गरीबी के फंदे से मौत को गले लगा लिया. लेकिन यहां एक सवाल जरूर उठता है कि सरकार और प्रशासन की तमाम योजनाएं चल रही हैं लेकिन क्यों इन जैसे परिवारों तक नहीं पहुंच पाती. क्या गरीब यूं ही मौत को गले लगाते रहेंगे.

Intro:गरीबी से तंग आकर नाबालिक ने की खुदकुशी
Body:सिवनी: -
गरीबी अपने आप में किसी अभिशाप से कम नहीं लेकिन इसी गरीबी के चलते, जब एक छोटा बच्चा अपनी बारह वर्ष की उम्र में खुदकुशी कर, वो हज़ारो सवाल हमारे समाज के लिए छोड़ जाता है। आखिर उसने ये कदम उठाया क्यों? इतनी छोटी सी उम्र में उसके मन मे कौन सी आग लगी थी जो उसने इस तरह का कदम उठाया।

Vo1- सिवनी के छपारा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम बीजादेवरी में एक ऐसी ही घटना सामने आई जहाँ डेहरिया परिवार के सबसे छोटे बेटे ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त की, बताया जाता है कि ग्राम में आयोजित मेले से आने के बाद वह घर से बाहर चला गया और देर रात तक घर नही लौटा सुबह जब पिता खेत जाने के लिए रस्सी ढूंढ रहे थे तब घर के अन्दर बनी आनाज की कोठी में बच्चे को रस्सी के फंदे से लटका देखा तो मातम में डूब गए जिसके बाद तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी गयी।

Vo2 - मीडिया टीम ने जब गाँव मे पहुँच कर ग्रामीणों से बात कि तो घटना की असली हकीकत सामने आई । ग्रामवासियों ने बताया कि परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा, परिवार बहुत ही खराब दौर से गुजर रहा है। बच्चे ही मजदूरी कर घर चलाते हैं। मृतक के बड़े भाई ने बताया कि परिवार की आर्थिक तंगी के चलते उसने पढ़ाई छोड़ दी थी क्योंकि उनके पास उसकी फीस भरने के लिए पैसे नही थे।

Vo3- ऐसे में बड़ा सवाल ये उठता है कि आखिर शासन प्रशासन की वो तमाम योजना कहाँ गई जो गरीबों के हितों के लिए चलाई जा रही हैं, और गरीब बच्चे अगर परिवार की आर्थिक तंगी के चलते अपनी पढ़ाई छोड़ते हैं तो सरकार की समस्त योजनाये असफल साबित हो रही हैं।

बाइट-1- टीकाराम डेहरिया
(मृतक का भाई)
बाइट-2- नरेंद्रकुमार डेहरिया
(मृतक के पिता)
बाइट-3- गोरा बाई
(मृतक के माँ)
बाइट-4- एच एस टेमरे (SI)
जांच अधिकारी पुलिसConclusion:
Last Updated : Nov 2, 2019, 3:09 PM IST
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