सीहोर। भारी बारिश के कारण जननी एक्सप्रेस समय से नहीं पहुंच पाने के कारण नन्ही जान को बचाने के लिए चार लोगों ने अपनी जान जोखिम में डालकर जान बचाने का प्रयास किया. कुछ समय बाद जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे. पिछले 24 घंटो में सीहोर में गिरी 13 इंच रिकार्ड बारिश ने पूरा जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया है. ऐसे में सीहोर के इछावर तहसील के गांव कालापीपल में एक नन्ही जिन्दगी को बचाने के लिए गाव में एक प्रसूता को प्रसव के लिए के खाट पर लिटाकर गाव के उफनते नाले में से ले जाने पर विवश हुए. अपनी और प्रसूता की जिंदगी को दांव पर लगाकर एक नन्ही जान को बचाने के प्रेरणादाई कार्य किया है. इस दौरान इन लोगों ने जान हथेली पर रखकर इस प्रसूता को रास्ता पार करवाकर जननी एक्सप्रेस से इछावर के सिविल अस्पताल सुरक्षित रूप से पहुंचाया.
सीहोर: तेज बारिश में जान हथेली पर रखकर प्रसूता को पार कराया रास्ता - River rivulet in Sehore
सीहोर में भारी बारिश के कारण जननी एक्सप्रेस समय से नहीं पहुंच पाने के कारण नन्ही जान को बचाने के लिए चार लोगों ने अपनी जान जोखिम में डालकर जान बचाने का प्रयास किया. कुछ समय बाद जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे
सीहोर। भारी बारिश के कारण जननी एक्सप्रेस समय से नहीं पहुंच पाने के कारण नन्ही जान को बचाने के लिए चार लोगों ने अपनी जान जोखिम में डालकर जान बचाने का प्रयास किया. कुछ समय बाद जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे. पिछले 24 घंटो में सीहोर में गिरी 13 इंच रिकार्ड बारिश ने पूरा जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया है. ऐसे में सीहोर के इछावर तहसील के गांव कालापीपल में एक नन्ही जिन्दगी को बचाने के लिए गाव में एक प्रसूता को प्रसव के लिए के खाट पर लिटाकर गाव के उफनते नाले में से ले जाने पर विवश हुए. अपनी और प्रसूता की जिंदगी को दांव पर लगाकर एक नन्ही जान को बचाने के प्रेरणादाई कार्य किया है. इस दौरान इन लोगों ने जान हथेली पर रखकर इस प्रसूता को रास्ता पार करवाकर जननी एक्सप्रेस से इछावर के सिविल अस्पताल सुरक्षित रूप से पहुंचाया.