सीहोर। कोरोना वायरस ने देशभर में हाहाकार मचा रखा है, जहां लगातार संक्रमित मरीजों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है. हालांकि प्रदेश भर में ऐसे कई क्षेत्र थे जो कोरोना वायरस की चपेट में नहीं आए हुए थे, लेकिन अब कई इलाके कोरोना के जद में हैं. इसी कड़ी में बुदनी विधानसभा के नसरुल्लागंज क्षेत्र से कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया है, जिसके बाद से ही प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई है.
नए कोरोना मरीज की पुष्टि होने के बाद से ही स्वास्थ्य विभाग सहित आला अधिकारी हरकत में आए हैं, जिसके बाद प्रशासन तत्काल मौके पर पहुंचा. हालांकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र नसरुल्लागंज में कोरोना मामला मिलने से एसडीएम, तहसीलदार, एसडीओपी और स्वास्थ्य विभाग लोगों को महामारी से बचाने की तमाम कोशिशों में विफल रहे. पहला मामला मिलने से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है. वहीं क्षेत्र में सनसनी फैल गई है.
नसरुल्लागंज तहसील के चौरसा खेड़ी ग्राम पंचायत में कोरोना वायरस का पहला मामला मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है. महिला की कुछ दिनों पहले ही हरदा में डिलीवरी हुई थी, जहां पर महिला का कोरोना टेस्ट कराया गया था, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हुई है. वहीं हरदा में रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर इसकी सूचना नसरुल्लागंज स्वास्थ्य केंद्र को तत्काल दी गई.
ब्लॉक मेडिकल अधिकारी मनीष सारस्वत सहित टीम ने चौरसा खेड़ी में पहुंचकर महिला की जांच रिपोर्ट देखी, जहां कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि की गई, तो नसरुल्लागंज के चौरसा खेड़ी गांव में महिला के संपर्क में आए 10 संदिग्ध लोगों को निम्नागांव रोड स्थित आदिम जाति जनजाति छात्रावास में क्वॉरेंटाइन किया गया.
स्वास्थ्य अधिकारी मनीष सारस्वत ने कहा कि जैसे ही महिला के कोरोना पॉजिटिव की सूचना मिली थी, तुरंत स्वास्थ्य विभाग की एक टीम को चौरसा खेड़ी के लिए रवाना कर दिया गया था, जो घर-घर जाकर सभी लोगों की जांच करेगी. वहीं कोरोना पीड़ित महिला और उसके नवजात को नसरुल्लागंज सिविल हॉस्पिटल में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया गया.