सीहोर। जिले में नर्मदा के तटीय क्षेत्र नसरुल्लागंज तहसील के आंबा गांव में पिछले 3 दिनों से मां नर्मदा की साफ-सफाई के लिए डेरा जमाकर बैठे कम्प्यूटर बाबा तीसरे दिन ही सीहोर के लिए रवाना हो गए. उन्होंने कहा था कि वह आंबा में नर्मदा की सफाई करेंगे और नदी किनारे वृक्षारोपण करेंगे.
नर्मदा नदी से अवैध रेत खनन रोकने, नदी के किनारे वृक्षारोपण करने और नदी को स्वच्छ बनाए रखने के उद्देश्य से नर्मदा नदी न्यास बोर्ड के अध्यक्ष कंप्यूटर बाबा के साथ बड़ी संख्या में साधुओं ने टेंट लगाकर डेरा जमा लिया था. कंप्यूटर बाबा के साथ बड़ी संख्या में साधु भी मौजूद रहे. पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र बुधनी के नर्मदा तटीय क्षेत्र को कंप्यूटर बाबा ने चुना था, लेकिन आंदोलन के दौरन कंप्यूटर बाबा हर समय रेत माफियाओं से घिरे रहे.
कंप्यूटर बाबा ने अपने सभी साधु-संतों के साथ आंबा घाट से पलायन कर लिया. अब यह देखना है कि प्रशासनिक अधिकारी कब तक इस अवैध रेत के उत्खनन को रोक पाते हैं.