सीहोर। मुख्यमंत्री मामा शिवराज सिंह के गृह जिले में ही भांजियों से लूट मची हुई है. कॉलेज एडमिशन पंजीयन के नाम पर छात्राओं से कियोस्क संचलाक मनमाने पैसे वसूल रहे हैं, जबकि शासन की ओर से छात्राओं के लिए पंजीयन शुल्क सिर्फ 25 रुपए निर्धारित किया गया है, जो शासन देता है. कॉलेज में एडमिशन के लिए ऑनलाइन पंजीयन कराने वाली छात्राओं से कियोस्क संचालक शासन के नियमों को दरकिनार कर पैसे ऐंठ रहे हैं.
छात्राओं से लूट का ये मामला सीहोर की बुदनी विधानसभा क्षेत्र की नसरुल्लागंज तहसील से सामने आया है, जहां इन दिनों सरकारी व प्राइवेट कॉलेजों में स्नातक व स्नातकोत्तर में एडमिशन के लिए ऑनलाइन पंजीयन किए जा रहे हैं. जो भी छात्र-छात्राएं रजिस्ट्रेशन के लिए जाती हैं, उनसे 200 से अधिक रुपए वसूल लिए जाते हैं. इसकी शिकायत छात्राओं ने स्थानीय प्रशासन से आवेदन देकर की है. नसरुल्लागंज के नीलकंठ रोड पर स्थित नवीन कम्प्यूटर के संचालक द्वारा निःशुल्क पंजीयन होने के बावजूद 200 रुपए वसूले जा रहे हैं, जबकि शासन के नियमानुसार छात्रों के लिए पंजीयन शुक्ल मात्र 100 रुपए रखा गया है, स्थानीय प्रशासन की चुप्पी इनको बढ़ावा दे रही है.
इसको लेकर कुछ छात्र- छात्राओं ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, दिनेश सिंह तोमर के नाम कॉलेज प्रिंसिपल को आवेदन दिया और अधिक फीस वसूलने वाले कियोक्स संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. स्वामी विवेकानंद शासकीय स्तानक महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एसएस मीणा ने बताया कि, मेरे पास कुछ छात्र- छात्राओं ने कलेक्टर एवं एसडीएम महोदय के नाम आवेदन दिया है. अनुविभागीय अधिकारी राजस्व दिनेश सिंह तोमर का कहना है कि, 'मीडिया के माध्यम मामला संज्ञान में आया है, मैं तत्काल नायब तहसीलदार को भेजकर जांच कराता हूं. अगर इस प्रकार का कोई मामला है, तो दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी'.
छात्राओं के साथ हो रही इस तरह की वसूली का मामला अकेले नसरुल्लागंज का नहीं, बल्कि रेहटी, बुदनी में भी ये सिलसिला जारी है. जहां आधार कार्ड में सुधार के लिए निर्धारित 40 रुपए की बजाय 100 रुपए वसूले जा रहे हैं. इसकी शिकायत भी छात्र-छात्राओं ने की है.