सीहोर। सीएम के गृह जिले सीहोर में एक महिला अधिकारी ने वरिष्ठ अधिकारी पर दबाव बनाने का आरोप लगाया है. पूरा मामला जिले के नसरुल्लागंज जनपद का है. यहां सम्रग सामाजिक सुरक्षा विस्तार अधिकारी के पद पर कार्यरत महिला ने जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी वृन्दावन मीना पर शोषण के मकसद से दबाव बनाने का आरोप लगाया है. फरियादी ने अपने अधिकारी की कलेक्टर से शिकायत की है. महिला अधिकारी का कहना है कि सीईओ साहब ने मुझे 3 महीने की सैलरी नही दी है. मैं ऑफिस रोज आती हूं उसके बाद भी मेरी सैलरी काटते हैं. जब मैंने उनसे बात की तो मुझे बोला गया कि आपको मुझे कुछ देना होगा नहीं तो आप अपना ट्रांसफर यहां से कहीं और करवा लें. मैंने पूछा आपको क्या चाहिए तो वो बोले मैं जैसा कहता हूँ वैसा ही करना होगा अन्यथा यहां नही रहने दूँगा'.
आत्महत्या की चेतावनी
महिला अधिकारी का कहना है कि उसे सीईओ प्रताड़ित कर रहे हैं और वो तंग आ चुकी है. नसरुल्लागंज में अपने 2 छोटे बच्चों के साथ महिला रहती है. इस घटना की शिकायत उसने थाने में भी की है लेकिन 4 दिन बाद भी जनपद सीईओ पर कोई एक्शन नहीं हुआ है. बकौल महिला सीईओ उसे सस्पेंड करने और नौकरी से बर्खास्त करवाने की भी धमकी दे रहे हैं. कार्रवाई ना हो पाने की हालत में महिला ने जनपद पंचायत नसरुल्लागंज के सामने अपने दोनों बच्चों के साथ आत्महत्या करने की चेतावनी दी है.
जांच अधिकारी की रिपोर्ट तैयार
पूरे मामले पर नियुक्त की गई जांच अधिकारी आयुषी गोयल ने कहा कि हम कलेक्टर के निर्देश पर जाँच करने आए थे. दोनों पक्षों के बयान लेकर जाँच रिपोर्ट बनाई है. उसे कलेक्टर को प्रस्तुत करेंगे. उसके बाद क्या कार्रवाई करना है ये कलेक्टर साहब के हाथ में है.
सरकारी अधिकारी की करतूतः नौकरी दिलाने के नाम पर महिला का किया शारीरिक शोषण
सवालों से बचते नजर आए सीईओ
वहीं जब नसरुल्लागंज जनपद पंचायत के सीईओ वृन्दावन मीना से उनका पक्ष पूछा गया तो वो यह कहकर कैमरे के सामने से भगते नजर आए कि जांच अधिकारी से ही पूछो.
कांग्रेस ने सीएम से की न्याय दिलाने की मांग
वहीं महिला कांग्रेस की जिला उपाध्यक्ष रमा पटेल का कहना है कि मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र नसरुल्लागंज में जनपद पंचायत में पदस्थ महिला कर्मचारी के साथ वरिष्ठ अधिकारी द्वारा शोषण किया जा रहा है. मैं उसकी निंदा करती हूं और मुख्यमंत्री जी से मांग करती हूं कि निष्पक्ष जाँच कर दोषी अधिकारी पर कार्रवाई करें. साथ ही महिला कर्मचारी को न्याय दिलाएं. अगर जल्द से जल्द जाँच कर पीड़ित महिला को न्याय नहीं मिला तो महिला कांग्रेस आंदोलन करेगी .