सतना। जिले में विगत 5 वर्षों से बन रहे निर्माणाधीन फ्लाईओवर को युवाओं ने अपना प्लेग्राउंड बना लिया है. यह फ्लाईओवर साल 2016 से तैयार हो रहा है और अभी तक नहीं बन सका है. 50% कॉस्ट बढ़ाने के बावजूद इसका निर्माण कार्य कछुए की चाल से चल रहा है. गुरुवार को फ्लाईओवर पर क्रिकेट खेलकर युवाओं ने अनोखा प्रदर्शन किया है.
फ्लाईओवर का 50 फीसदी बढ़ा बजट
जिले में वर्ष 2016 से शहर के बीचों-बीच सेमरिया चौराहे पर फ्लाईओवर का निर्माण कार्य शुरू किया गया था. पांच वर्ष बीतने के बाद भी निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है. फ्लाईओवर कि शुरुआत 36 करोड़ के प्रोजेक्ट से हुई थी. अब इस फ्लाईओवर की कॉस्ट 50 फीसदी बढ़ाकर 54 करोड़ कर दी गई है.
फ्लाईओवर ने बनने से रोज हो रहीं दुर्घटनाएं
निर्माणाधीन फ्लाईओवर के लिए 36 करोड़ का भुगतान भी हो चुका है. अभी तक इस फ्लाईओवर का निर्माण कार्य कछुए की चाल से भी धीमी गति से चल रहा है. यह फ्लाईओवर शहर वासियों के लिए एक बड़ी समस्या बना हुआ है. फ्लाईओवर की वजह से लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं. फ्लाईओवर का निर्माण कार्य बिना किसी सुरक्षा व्यवस्था के किया जा रहा है, जबकि कोई भी निर्माण कार्य जब शासन द्वारा किया जाता है, तो उस निर्माण कार्य में चारों तरफ से बैरिकेडिंग की जाती है.
कंक्रीट वर्क भी नहीं हुआ पूरा
फ्लाईओवर निर्माता एजेंसी की माने तो धन का संकट है और भुगतान नहीं होने के कारण अभी तक 4 स्लैब पर कंक्रीट का वर्क नहीं हो पाया है. शुरुआती प्रोजेक्ट में स्टील गार्डर का प्रावधान नहीं था. बाद में इसे जोड़े जाने के कारण 17 करोड़ का अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ गया. इस फ्लाईओवर में सेमरिया चौराहे पर करीब 11 सौ टन स्टील गलाया जा चुका है.
युवाओं ने क्रिकेट खेलकर जताया विरोध
शहरवासी फ्लाईओवर को बनने की आस देख रहे हैं. यह कब तैयार हो पाएगा, इसका कुछ पता नहीं है. शासन, प्रशासन और स्थानीय सहित जनप्रतिनिधियों ने इस मामले में चुप्पी साधी हुई है. फ्लाईओवर का निर्माण कार्य पांच वर्षों में भी पूरा न होने पर सतना के समाजसेवी युवाओं ने अब इस फ्लाईओवर को प्ले मैदान बना लिया है. अब इस फ्लाईओवर पर क्रिकेट मैच खेल कर अनोखा विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. ताकि समय पर इस फ्लाईओवर का निर्माण हो सके.
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युवाओं की माने तो जब तक फ्लाईओवर बनकर तैयार नहीं हो जाता. तब तक इसका उपयोग हम खेल के मैदान के रूप में ही करेंगे. इससे हमारी शारीरिक क्षमता भी स्वस्थ रहेगी.